डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग पूल सरवर को सेट अप करने के बाद – को ज्यादा मुनाफा होने लगा जिससे उन्होंने काफी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी माइंड की और अपनी रनिंग को भी बढ़ाया जिससे आज काफी ज्यादा पूल देखे जा सकते हैं
Cryptocurrency क्या है? यह कैसे काम करती है? Best 10 Crypto Currency
दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं कि Cryptocurrency क्या है और cryptocurrency कैसे काम करती है और इसको हम लोग कैसे यूज़ कर सकते है। डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? इसके साथ ही cryptocurrency के फायदे क्या है और इसके नुकसान क्या है इन सब चीजों को मैं आपको इस पोस्ट के द्वारा बताने वाला हूँ। अगर आप cryptocurrency की पूरी इन्फॉर्मेशन जानना चाहते हैं और cryptocurrency में इन्वेस्ट करना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि इससे फ्री में पैसे कैसे कमाए जा सकते हैं तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पड़े इसमे आपके सभी सवालों के जवाब मिल जायेंगे।
cryptocurrency क्या है ये जानने से पहले आपको जानना चाहिए कि Currency क्या होती है, अगर हम बात करे currency की तो, किसी भी देश की वह मुद्रा जो गवर्मेन्ट द्वारा मान्य होती है और सम्पूर्ण लेन देन उसी मुद्रा के द्वारा किया जाता है Currency कहलाती है और यह Centerlalized System पर कार्य करती है अर्थात currency पर पूरी तरह से गवर्मेन्ट से कंट्रोल होता है और इसकी कीमत किसी भी देश की अर्थव्यवस्था पर निर्भर करती है।
Cryptocurrency क्या है?
दोस्तों अब मैं आपको बताने वाला हूँ कि Cryptocurrency क्या है और यह कैसे बनायी जाती है, Cryptocurrency एक डिजिटल currency है जो कि world wide काम करती है और यह Decenterlalized System पर कार्य करती है जिसका डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? मतलब यह है कि cryptocurrency पर किसी भी देश का कोई कंट्रोल नही होता है और न ही यह किसी भी देश की अर्थव्यवस्था पर निर्भर करती है।
इसलिए शुरुआत में cryptocurrency को इंलिग़ल घोषित कर दिया गया डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? था परन्तु इसकी लोकप्रियता को देखते हुए बहुत सारे देशों में इसको लीगल घोषित कर दिया गया है। अब भी ऐसे बहुत सारे देश है जहाँ पर cryptocurrency को इनलीगल माना जाता है। इसके द्वारा कोई भी लेन देन किया जाता है उसका डिजिटल सिग्नेचर द्वारा वेरीफिकेशन किया जाता है।
Cryptocurrency कैसे काम करती है ?
cryptocurrency क्या है इसके के बारे में अभी मैंने आपको बताया कि यह एक ऑनलाइन डिजिटल करेंसी है कि की pear-to-pear कैश प्रणाली पर कार्य करती है cryptocurrency ब्लोकचेन टेक्नोलॉजी पर कार्य करती है इसलिए ये काफी सुरक्षित रहती है और धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाती है।
अगर देखा जाए तो यह एक प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर है जो कि डिजिटल करेंसी को एक एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर करने का काम करता है। दोस्तों इस टेक्नोलॉजी पर कुछ लोगों द्वारा बड़े बड़े पावरफुल कंप्यूटर के द्वारा निगरानी रखी जाती है और इस प्रोसेस को cryptocurrency माइनिंग प्रोसेस भी कहते हैं।
इस माइनिंग प्रोसेस में लगातार बड़े बड़े कंप्यूटर को यूज किया जाता है इसलिए इसमें बहुत ज्यादा ऊर्जा की खपत भी होती है। जिस लोगो के द्वारा यह माइनिंग प्रोसेस की जाती है उनको माइनर्स कहते है।
डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है?
सुरत (Surat) : दुबई की इन्वेस्टमेंट ऑफिस के शेख हमदन बिन अहमद अल मकतूम और CTEX ने सबसे पहले ब्लॉक चैन आधारित डिसेंट्रलाइज्ड डाटा मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म की स्थापना की. क्रिप्टो टैक्स ने विश्व में सबसे पहले ब्लॉकचेन डिसेंट्रलाइज डाटा मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म की स्थापना करने के लिए दुबई के शेख हमदन बिन अहमद अल मकतूम के साथ भागीदारी की विश्व के सबसे पहले डिसेंट्रलाइज्ड डाटा प्लेटफार्म को लांच करने के लिए दुबई के शेख हमदन बिन अहमद अल मकतूम ने CTEX में इन्वेस्टमेंट करने का निश्चय किया
दुबई की प्राइवेट ऑफिस के माननीय शेख हमदन बिन अहमद अल मकतूम ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहन देने के लिए विश्व के सबसे पहले ब्लॉकचेन आधारित डिसेंट्रलाइज डाटा मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च करने के लिए क्रिप्टो टैक्स (CTEX) टोकन के साथ पार्टनरशिप की।
CTEX उभरते बाजारो का लाभ उठाने के लिए विश्व की अन्य तको के लिए माननीय शेख हमदन बिन अहमद अल मकतूम द्वारा स्थापित की गई प्राइवेट ऑफिस से निवेश प्रतिबद्धता हासिल की है। उन्नत क्रिप्टोग्राफिक तकनीक का उपयोग करते हुए क्रिप्टो टैक्स ने एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाया है जहां खरीदार और विक्रेता शांति से लेनदेन कर सकते हैं। डिजिटल आर्बिट्रेज सिस्टम की संभावनाओं के अलावा एसेट प्लेटफार्म सबसे तेज और सबसे अनुकूलनीय प्लेटफार्म में से डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? एक है। तमाम कंपनी के कर्मचारियों की व्यक्तिगत और व्यवसाय सेट को एक ब्लॉकचेन इकोसिस्टम में एकीकृत करना अंतिम लक्ष्य है। या कंपनी को अधिक पारदर्शक कार्य सक्षम और विश्वास पात्र बनाते हैं।CRYPTO TEX उपयोगकर्ता उन्मुख, सुरक्षित और कुशल ब्लॉकचेन आधारित क्रिप्टो समाधान प्रदान करता है।
क्रिप्टोकरंसी माइनिंग कैसे की जाती है
क्रिप्टो करेंसी को माइन करना या क्रिप्टोकरंसी – काबिल गोल इस वर्चुअल करेंसी को ज्यादा से ज्यादा माइन करना और इसके बदले में जयादा क्रिप्टो करेंसी के फोन में रनिंग करना होता है जो कि इस क्रिप्टोकरंसी माइनिंग के द्वारा ही हो पाया है जिसे हम ब्लॉकचेन बेस्ट टेक्नोलॉजी कहते हैं
क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन में जो पहला माइनर होता है वह ब्लॉक को चीन में ऐड करता है जिसके द्वारा उसे रिकॉर्ड मिलता है डिजिटल करंसी के रूप में
क्रिप्टो करेंसी को माइन करने के 2 तरीके
- अकेले क्रिप्टोकरंसी माइन करना
- ग्रुप क्रिप्टो करेंसी माइंड करना
शुरुआत में Cryptocurrency Mining को लोग अलग-अलग सेपरेटली माइनिंग कर रहे थे जिसके पास एक कंप्यूटर भी होता था वह भी क्रिप्टोकरंसी को मन करता था लेकिन जैसे-जैसे साल बीतते गए क्रिप्टोकरेंसी के ब्लॉक स्कोर फाइंड कर पाना कठिन होता गया जिसके लिए डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? उन्हें काफी ज्यादा कंप्यूटर्स को एक साथ सिक्वेंस में कनेक्ट करना पड़ा जिससे उनका खर्चा बढ़ गया और उन्हें काफी ज्यादा पैसे क्रिप्टोकरंसी माइन करने में लगने लगे जिससे उन्होंने एक ग्रुप में Cryptocurrency Mining करना चालू कर दिया जिससे हम क्रिप्टोकरंसी माइनिंग टूल्स भी कहते हैं
एक माइनिंग पूल एक बराबर होता है जो कि क्रिप्टोकरंसी की इस जटिल समस्या या जिसे आप मैथ प्रॉब्लम कहते हैं उसे सबटास्क में बदल देता है और बाकी किस तरह उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट कर उसे माइन करते हैं
क्रिप्टोकरंसी माइनिंग के लिए इक्विपमेंट
शुरुआत में जब लोग क्रिप्टोकरंसी माइन करते थे जो क्रिप्टो होते थे वह अपने घर के कंप्यूटर से ही क्रिप्टोकरंसी को माइन कर देते थे पर जैसे-जैसे क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन बढ़ता गया और ज्यादा क्रिप्टो माइनिंग की जरूरत पड़ने लगी तो यह घर में बने कंप्यूटर या घर में इस्तेमाल करने वाले कंप्यूटर काफी नहीं पढ़े क्रिप्टो करेंसी को माइन करने के लिए जिससे उन्हें क्रिप्टोकरेंसी पूल को खरीदना पड़ जाता है
क्रिप्टो करेंसी पूल काफी ज्यादा ताकतवर काफी ज्यादा कांपलेक्स और काफी ज्यादा महंगा होता है जिससे क्रिप्टोकरंसी माइन करना आज के समय में एक खर्चीला व्यवसाय कहलाया जा रहा है
Cryptocurrency Mining करने के लिए यहां पर दो तरह के इक्विपमेंट्स होते हैं जैसे कि एएसआईसी इंटीग्रेटेड सर्किट एंड जीपीयू वीडियो कार्ड
ईएसआईसी स्कीम के जरिए आप बिटकॉइन को माइन कर सकते हैं काफी आसानी से लेकिन एक डिफरेंट एल्गोरिदम पर बना है जिसे माइन करने के लिए आपको अलग और आधुनिक उपकरण की जरूरत पड़ती है
Cryptocurrency कैसे काम करती है?
बीते कुछ सालों से क्रिप्टो करेंसी मुद्राओं की लोकप्रियता बहुत तेजी से बढ़ रही है खासकर जितनी भी युवा वर्ग हैं उनमें क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी एक्साइटमेंट रहता है और इसमें डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? काफी इन्वेस्टमेंट करते हैं क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पर काम करता है जोकि इंक्रिप्टेड यानी कोडेड होता है इसे डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम के माध्यम से मैनेज किया जाता है।
जब भी हम क्रिप्टो करेंसी का लेनदेन करते हैं तो उसका एक डिजिटल सिग्नेचर द्वारा वेरिफिकेशन होता है। जिसका रिकॉर्ड क्रिप्टोग्राफी की मदद से रखा जाता है। इस डिजिटल signature को कॉपी करना असंभव है। यू कहे तो सभी काम पावरफुल कंप्यूटर के माध्यम से ही होता है।
इसी पावरफुल कंप्यूटर से क्रिप्टो करेंसी की खरीदी की जाती है जिसे हम माइनिंग (cryptocurrency mining) कहते हैं। डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? जिनके द्वारा क्रिप्टो की माइनिंग की जाती है उन्हें माइनस कहते हैं।
Cryptocurrency में invest कैसे करें?
How to invest डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? in cryptocurrency इस सवाल का भी जवाब अब बहुत आसान हो गया है। क्रिप्टो में इन्वेस्टमेंट के लिए बाजार में ढेरों क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफार्म मौजूद है। जहां से आप Bitcoin, Ethereum, XRP, Dogecoin, SHIBA INU, Solana जैसी डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? और भी क्रिप्टो करेंसी को खरीद और बेंच सकते हैं।
कुछ पॉपुलर Indian प्लेटफार्म जैसे Wazir X, CoinSwitch Kuber, Coin डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है? DCX Go, Zebpay है। कुछ इंटरनेशनल एक्सचेंज प्लेटफॉर्म जैसे Binance, Coinbase, Robinhood हैं। इनमें से किसी भी प्लेटफार्म पर आप क्रिप्टो कॉइन की खरीदारी कर सकते हैं।
मजे की बात है कि यह सभी प्लेटफार्म 24 घंटे खुला रहता है आप जब चाहे तब coins को खरीद और बेंच सकते हैं। इसके लिए आपको इन प्लेटफार्म पर साइन अप करना होगा उसके बाद आपको अपना KYC अपडेट करना होगा तब जाकर आप अपने वॉलेट में पैसे को ट्रांसफर कर सकते हैं और उन पैसों से Cryptocurrency खरीद सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य – Cryptocurrency future
जब बात क्रिप्टो करेंसी को अपनाने कि आती हैं तो दुनिया भर के हर गवर्नमेंट इसे शक़ की नजरों से दिखती हैं और इसे बैन करने के बारे में विचार करने लगते हैं। परंतु वही दुनिया का एक ऐसा देश El Salvador है जहां पर बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी एक लीगल टेंडर है और यहां पर बिटकॉइन सिटी (El Salvador’s Bitcoin city) बनाई जा रही है जहां पर आप अपनी जरूरत कि सारी चीजें बिटकॉइन से खरीद सकते हैं।
बिटकॉइन को दो अलग-अलग रूप में देखा जाता है पहला डिजिटल करेंसी है और दूसरा इसको एक मुद्रा के तौर पर देखा जाना। क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी वर्चुअल दुनिया का हिस्सा है जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है फिर भी यह अपनी जगह बनाऐ जा रहा है। दुनिया भर की गवर्नमेंट को लगता है इससे काले धन और आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा है।
निष्कर्ष
What is a cryptocurrency? पर यह आर्टिकल आप लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा। अगर आप Cryptocurrency में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले आप इसके बारे में और अच्छे से पढ़ ले और समझ ले उसके बाद इसमें निवेश करें। क्रिप्टो करेंसी की दुनिया आने वाले समय में बहुत बड़ा होने वाला है अतः कोई भी कदम सोच समझकर उठाएं।
आपका अपना कीमती समय देकर इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए धन्यवाद कोई सुझाव हो तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।
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मैं दयानन्द विश्वकर्मा एक ब्लॉगर, YouTuber और प्रोफेशनल Mathematics Teacher हूँ। मैं तक़रीबन 6 साल से इस फील्ड में काम कर रहा हूँ। वर्ष 2015 में मैं रासायनिक अभियान्त्रिकी से B.Tech किया हूँ। हमारा लक्ष्य आपके महत्वपूर्ण समय को बचाना और सरल भाषा में किसी भी चीज को समझना है। आशा करता हूँ दोस्तों आपको हमारा ये लेख पसंद आएगा।
बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)
दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।