मार्किट आर्डर

यदि आप सोचते है की मार्किट प्राइस 3,00,000 तक जाने के बाद और ऊपर जा सकता है तो आप अपना ट्रिगर प्राइस ₹3,00,000 तथा सेल लिमिट प्राइस को ₹3,00,000 से अधिक रख सकते है।
बीएसई क्या है, BSE full form in hindi
बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज), यदि आप शेयर बाजार में मार्किट आर्डर ट्रेडिंग करने की सोंच रहे है या आप शेयर मार्केट के बारे में शीख रहे है तो आपको कई बार बीएसई का नाम जरूर सुनने को मिला होगा, तो आज के इस पोस्ट में हम इसी के बारे में जानकारी देंगे, आज हम इसमें जानेंगे की बीएसई क्या है, ये कैसे काम करता है और इसके बारे में कुछ बेसिक जानकारी जो की आपको जननी चाहिए यदि आप शेयर मार्केट में जाना चाहते है। BSE ka full form kya hai.
BSE का Full form Bombay stock exchange होता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एक एक्सचेंज है, और ये भारत के साथ साथ एशिया महाद्वीप का सबसे पुराना एक्सचेंज है इसकी स्थापना 1875 में मुंबई शहर में हुई थी, और इसके एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान जी है, और बीएसई का मार्केट कैपिटल लगभग 1.43 ट्रिलयन डॉलर है।
बीएसई का काम क्या है और यह कैसे काम करता है
बीएसई एक्सचेंज पर इक्विटी, डेरीवेटिव्स, कमोडिटी और करेंसी आदि की ट्रेडिंग और होती है, बीएसई एक्सचेंज पर लगभग 4000 के आस पास कम्पनियाँ लिस्टेड मार्किट आर्डर है और उनपर लगातार व्यापर होता रहता है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लोगो द्वारा सेंसेक्स इंडेक्स को सबसे ज्यादा लोकप्रियता दी जाती है।
सेंसेक्स इंडेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का एक इंडेक्स है, इस इंडेक्स में 30 कम्पनियाँ शामिल है, जिसमे भारत के लगभग 13 अलग अलग सेक्टर के 30 लीडर कम्पनियों के शेयर को मिला कर बनाया गया है, इसमें वही शेयर लिस्ट हो पाते है जिनका ट्रक रिकॉर्ड अच्छा है और वो मार्किट में अपने सेक्टर के लीडर होते है और जिसका मार्केट कैपिटल अच्छा होता है।
और बीएसई में सबसे अच्छा माना जाने वाला Index Sensex ही है, बीएसई को चलाने में Sensex की अहम भूमिका होती है, क्योंकि बीएसई में जो भी ट्रैड या निवेश करते है
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जिस क्षण Bitbns ने स्टॉप लिमिट ऑर्डर्स की घोषणा की, उसी के पश्चात मुझे अन्य उपयोग कर्ताओं ने निवेदन किया मैं उन्हें इसके विषय में सरल भाषा में स्पष्ट करूँ। मेरा भी मानना है की स्टॉप लिमिट ऑर्डर्स उपयोग कर्ताओं के लिए अति उपयोगी होते हैं परन्तु अनेक इसका लाभ नहीं उठा पाते क्योकि उन्हें इस विषय में सरलता से उनकी भाषा में समझाने वाले लेख इंटरनेट पर उपलभ्द नहीं हैं। ऐसे व्यक्तियों को स्टॉप लिमिट ऑर्डर्स मार्किट आर्डर के विषय में सरलता से स्पष्ट करना मेरे इस लेख का उद्देश्य है।
लिमिट ऑर्डर्स से आप पहले से ही परिचित होगें ।
इसका अर्थ होता है वर्तमान में एक पूर्व निर्धारित भाव पर बिड प्लेस करना ।
परन्तु कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है जब आप वर्तमान में लिमिट आर्डर प्लेस नहीं करना चाहते, परन्तु आप ऐसा चाहते है की जब मार्किट प्राइस एक निश्चित प्राइस पर पहुँच जाए तो आपका लिमिट आर्डर अपने आप एक पूर्व निर्धारित प्राइस पर लग जाएगा । यह आप स्टॉप लिमिट के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।
ख़रीददारी में उपयोग
उदहारण के लिए मान लीजिये बिटकॉइन का वर्तमान प्राइस ₹3,12,500 हैं।
आपको मार्किट के ऊपर और नीचे जाने दोनों की आशंका है।
नीचे जाने के लिए आप पहले से एक ख़रीद का लिमिट आर्डर ₹3,05,000 पर लगा देते हैं।
यहाँ पर यदि मार्किट ऊपर चली जाती है तो स्टॉप-लिमिट आर्डर अति उपयोगी सिद्ध होता है।
1) प्रथम परिस्थिति
यदि आपको लगता है की बिटकॉइन का भाव $3,25,000 तक चला गया तो उसके बाद वो प्रॉफिट टेकिंग के मार्किट आर्डर कारण ₹3,15,000 तक वापस आ सकता है।
ऐसी परिस्थिति में आप ट्रिगर प्राइस/स्टॉप प्राइस को ₹3,25,000 रखेंगे और ख़रीददारी लिमिट प्राइस ₹3,15,000 रखेंगे
जैसे ही बिटकॉइन का प्राइस ₹3,25,000 पर पहुँचेगा तो अपने आप आपका एक ख़रीददारी लिमिट आर्डर ₹3,15,000 पर लग जायेगा।
2) द्वितीय परिस्थिति
बिकवाली में उपयोग
उदहारण के लिए मान लीजिये बिटकॉइन का वर्तमान प्राइस ₹3,12,500 है।
आपको मार्किट के ऊपर और नीचे जाने दोनों की आशंका है।
ऊपर जाने के लिए आप पहले से एक सेल लिमिट आर्डर ₹3,25,000 लगा देते हैं।
यहाँ पर यदि मार्किट नीचे चली जाती है तो स्टॉप-लिमिट आर्डर अति उपयोगी सिद्ध होता है।
1) प्रथम परिस्थिति
यदि आपको लगता है मार्किट आर्डर की बिटकॉइन का भाव ₹3,00,000 तक चला गया तो उसके मार्किट आर्डर बाद लोगो में भय के कारण और नीचे जा सकता है।
ऐसी परिस्थिति में आप ट्रिगर प्राइस/स्टॉप प्राइस को ₹3,00,000 रखेंगे और लिमिट प्राइस/सेल प्राइस ₹3,00,000 या उससे कम रखेंगे।
कम रखने में आपको ये लाभ होगा कि आपका आर्डर एक्सेक्यूट होने की सम्भावना अधिक रहेगी क्योंकि एक ही भाव कर लगी बिड्स पहले आयें पहले पायें (first come first serve) के सिद्धांत पर एक्सेक्यूट होती है।
मार्किट आर्डर
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ये है भारत की सबसे सस्ती ड्राई फ्रूट्स मार्किट, घर बैठे करें आर्डर
दोस्तों जैसे कि हम सभी जानते हैं कि ड्राई फ्रूट्स जैसे कि काजू, बादाम और अखरोट वगेरा ये सब काफी महंगे हैं और हमने कहीं पे भी ये सस्ते मिलते हुए नहीं देखे। लेकिन हम आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पे ये सभी ड्राई फ्रूट्स इतनी कम कीमत पे मिलते हैं जितना अपने कभी सोचा भी नहीं होगा।
इन ड्राई फ्रूट्स की कीमत इतनी कम होने के साथ साथ इनकी क्वालिटी भी काफी बढ़िया है। आपको बता दें कि इतनी कम कीमत में इतनी बढ़िया क्वालिटी के काजू बादाम आपको कहीं से नहीं मिलेंगे। सबसे खास बात ये है कि यहां से आप एक किलो ड्राई फ्रूट भी खरीद सकते हैं और जितने ज्यादा चाहें उतने भी खरीद सकते हैं।
आप भारत के किसी भी कोने से घर बैठे ड्राई फ्रूट्स आर्डर कर सकते है और आपको सारे माल की आपको होम डिलीवरी दी जाएगी। दोस्तों हम बात कर रहे हैं Sri Ram Dry Fruits नाम की दुकान के बारे में जो कि जम्मू के रघुनाथ बाजार में स्थित है। यहाँ से आप हर प्रकार के ड्रॉ फ्रूट्स सबसे बढ़िया क्वालिटी और सबसे कम कीमत में खरीद सकते हैं।