निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली

पौराणिक मान्यता के अनुसार, राक्षसों का संहार करने के बाद भी महाकाली का क्रोध शांत नहीं हुआ तो मां काली के इस रौद्र रूप को शांत करने के लिए भगवान शिव स्वयं उनके चरणों में लेट गए थे. भगवान शिव को शरीर के स्पर्श मात्र से ही देवी महाकाली का क्रोध समाप्त हो गया. इसी की याद में उनके शांत रूप लक्ष्मी की पूजा की शुरुआत हुई जबकि इसी रात इनके रौद्र रूप काली की पूजा का विधान भी कुछ राज्यों में है.
Muhurat Trading में इन 3 सेक्टर में लगाएं पैसा, दिवाली पर होगी धनवर्षा!
Share Market में मुहूर्त ट्रेडिंग का काफी महत्व है. लोग मुहूर्त ट्रेडिंग में ट्रेडिंग करना काफी शुभ मानते हैं. इस साल शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का समय 24 अक्टूबर को शाम 6 बजे से 7.15 बजे तक रहेगा. इस बीच ग्रीन पोर्टफोलियो के को-फाउंडर दिवम शर्मा ने मुहूर्त ट्रेडिंग के लिहाज से तीन सेक्टर बताएं हैं.
6
Diwali Muhurat Trading : दिवाली की शाम एक घंटे के लिए खुलेगा शेयर बाजार, जानिए क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, क्यों है इसका महत्व
आज समाज डिजिटल, Diwali Muhurat Trading : भारत का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली इस बार 24 अक्टूबर को है। दिवाल का दिन शेयर बाजार निवेशकों के लिए बहुत ही खास माना जाता है। वैसे तो इस दिन घरेलू शेयर बाजार निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली बंद रहता है लेकिन शाम को शेयर बाजार में एक घंटे ट्रेडिंग होती है। 24 अक्टूबर को देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग शुरू होगी। यह समय शेयर बाजार में निवेश के लिए बहुत ही शुभ माना गया है।
मुहूर्त ट्रेडिंग का समय
स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक, 24 अक्टूबर 2022 को बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंज शाम 6 बजे ओपन होगी। मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6:00 से 6:08 बजे प्री ओपन ट्रेडिंग सेशन होगा। शाम 6:15 से 7:15 मुहूर्त ट्रेडिंग होगी, जिसमें सभी निवेशक कारोबार कर सकेंगे। वहीं ब्लॉक डील शाम 5.45 बजे से शाम 6 बजे तक होगी। यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड आप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है।
शेयर बाजार में दिवाली पर सालों से मुहूर्त ट्रेडिंग निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली का रिवाज चला आ रहा है। हर साल दिवाली पर हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार नए संवत की शुरूआत होती है। इस साल भी 24 अक्टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ संवत 2079 शुरू हो जाएगा। ऐसी मान्यता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग घर में समृद्धि और खुशियां लाती है। अत: बड़े और छोटे हर तरह के निवेशक मुहूर्त निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली ट्रेडिंग पर ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं।
24 अक्टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग समय
- शाम 5.45 से 6.00 तक ब्लॉक डील सेशन।
- शाम 6.00 से 6.08 तक प्री ओपन ट्रेडिंग सेशन।
- शाम 6.15 से 7.15 तक नॉर्मल मार्केट
- शाम 6.20 से 7.05 तक कॉल आक्शन सेशन।
- शाम 7.15 से 7.25 तक क्लोजिंग सेशन।
जानकारी के मुताबिक दिवाली के दिन शेयर बाजार में एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा लगभग 5 दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 1957 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 1992 में शुरू हुआ था। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदने को तरजीह देते हैं। लेकिन अमूमन ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
Trading Muhurat: दीपावली के दिन सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है ट्रेडिंग मुहूर्त
दीपावली के दिन सभी धन-धान्य की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। ज्यादातर दुकाने और ऑफिस बंद होते हैं। लेकिन दिवाली का त्योहार शेयर निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली बाजार और उसके इनवेस्टर्स के लिए बहुत खास रहता है। उस दिन शेयर मार्केट दिन-भर भले ही बंद रहता है, मगर शाम को एक खास मुहूर्त कुछ समय के लिए ओपन होता है, जिसे ट्रेडिंग मुहूर्त कहा जाता है। आइए जानते हैं क्या है ट्रेडिंग मुहूर्त और दीपावली पर इसे लेकर क्या है परंपरा।
क्या है ट्रेडिंग मुहूर्त
दरअसल, दिवाली के दिन शेयर मार्केट में सालों से ट्रेडिंग मुहूर्त का रिवाज चला आ रहा है। शेयर बाजार की परंपरा के मुताबिक दिवाली के दिन सामान्य दिनों की तरह दिन के वक्त ट्रेडिंग नहीं की जाती है, लेकिन शाम को ट्रेडिंग मुहूर्त के लिए स्टॉक एक्सचेंज विशेष रूप से एक घंटे के लिए खोले जाते हैं। दिवाली पर शेयर मार्केट में इनवेस्ट करना बेहद शुभ माना जाता है। ट्रेडिंग मुहूर्त के दिन निवेशक बाजार में ट्रेडिंग कम और निवेश पर ज्यादा फोकस करते हैं। बता दें कि ट्रेडिंग मुहूर्त का चलन BSE में 1957 और NSE में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि ट्रेडिंग मुहूर्त पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।
अगर बात करें इस बार के ट्रेडिंग मुहूर्त की, तो देश में शेयर बाजार में इस साल दिवाली के दिन यानि 24 अक्टूबर को शाम 6:15 बजे से लेकर शाम 7:15 बजे के बीच ट्रेडिंग मुहूर्त की जाएगी। 24 अक्टूबर को शाम 6 बजे प्री ओपनिंग सेशन शुरू होगा और 6:08 पर समाप्त हो जाएगा। ट्रेडिंग मुहूर्त में मैचिंग का समय शाम 6:08 से 6:15 बजे तक का होगा। हालांकि कॉल ऑप्शन में ट्रेड मॉडिफिकेशन शाम 7:45 बजे खत्म हो जाएगा।
अभी सोना खरीदने का क्यों है सही समय, दिवाली तक इतने रुपए तक जा सकते हैं दाम
Updated on: Oct 03, 2020 | 6:11 PM
सोना भारत में हमेशा से परंपरागत निवेश का साधन बना रहा है. बीते कुछ महीनों में सोने के दाम में काफी तेजी रही. आलम यह था कि कोरोना काल में सोने के दाम ने नए रिकॉर्ड बनाए. लेकिन अब सोने के दाम लगातार घट रहे हैं. दो-तीन महीने पहले तक जो सोना 56000 प्रति दस ग्राम के करीब पहुंच चुका था वो अब घटकर 52000 प्रति दस ग्राम के करीब चल रहा है. लेकिन बीते कुछ दिनों में कुछ ऐसी घटनाएं हुई है जिसका सीधा असर सोने की कीमतों पर देखी जा सकती है. वहीं भारत में धनतेरस और दिवाली का मौका सोने की खरीददारी का सबसे खास मौका होता है. बाजार के जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में एक बार फिर से सोने में निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली तेजी देखी जा सकती है और दिवाली तक यह 60 से 65 हजार प्रति दस ग्राम के करीब जा सकता है. ऐसे में सोने में निवेश का यह बेहतर मौका साबित हो सकता है.
दिवाली पर बंगाल में क्यों की जाती है मां काली की पूजा?
जब उत्तर भारत में 14 साल के वनवास के बाद भगवान राम की आयोध्या वापसी की खुशी में दिवाली का त्योहार ज़ोरो शोरो से मनाया जा रहा होता है, उस वक्त बंगाल, ओडीशा और असम में काली पूजा की धूम होती है. काली पूजा के दिन, जैसा कि नाम से साफ है, मां काली को पूजा जाता है.
बंगाल निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली में, शारोदोत्सव का अंत काली पूजा से होता है. एक तरफ जहां दस हाथ वालीं मां दुर्गा, संरक्षण और प्रगति की देवी हैं; वहीं, काली विनाश की देवी हैं, जो निरंतर परिवर्तन के लौकिक नियम से संबंधित सृष्टि के चक्र का दूसरा पक्ष हैं। हालांकि, ऐसा निवेशकों के लिए क्यों खास है दिवाली भी माना जाता है कि स्वर्ग और पृथ्वी को क्रूर राक्षसों से बचाने के लिए काली का जन्म दुर्गा के माथे से हुआ था.