वैश्विक बाजार

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Market Today: वैश्विक बाजार में सुस्ती, शेयर बाजार के कमजोर खुलने की संभावना
गुरुवार को सेबी ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ब्रिकवर्क ने सही रेटिंग प्रक्रिया का अनुपालन वैश्विक बाजार नहीं किया जिसकी वजह से सेबी ने ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया का लाइसेंस रद्द कर दिया है और साथ ही छह महीने के अंदर भारत से अपना पूरा बिजनेस समेटने के निर्देश भी दिए हैं।
बता दें कि शेयरों में केयर रेटिंग्स (CARE ratings), आईसीआरए (ICRA) और क्रिसिल (CRISIL) के शेयर आज फोकस में रहेंगे।
अमेरिका में रातों-रात Dow Jones 347 अंक गिरकर 29937 के स्तर पर बंद हुआ। S&P 500 और नैस्डैक में भी 1.02 फीसदी और 0.68 फीसदी की गिरावट आई।
वैश्विक बाजार
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वैश्विक उत्पाद बाजार
वैश्विक उत्पाद बाजार किसी देश या उत्पाद के प्रदर्शन, मांग, वैकल्पिक बाजारों और प्रतिस्पर्धियों की भूमिका के बारे में बताता है। यहां सूचनाएं टेबल, चार्ट और नक्शे में दी गई हैं और यहां आप उत्पाद, उत्पादों के समूह, देश और क्षेत्रीय देश समूहों के बारे में पूछ सकते हैं।
- मौजूदा निर्यात बाजारों का विश्लेषणः किसी भी उत्पाद के लिए निर्यात बाजारों की प्रोफाइल और उसके विभिन्न आयामों का विश्लेषण करता है, उत्पाद के मूल्य, बाजार के आकार और निर्यात संकेंद्रण का मूल्यांकन करता है तथा उन देशों को हाइलाइट करता है, जहां बाजार का आकार बढ़ा है।
- प्राथमिकता बाजारों का पूर्व-चयनः दुनिया के प्रमुख आयातकर्ता देशों की जानकारी देता है, आयात संक्रेंद्रण की सीमा बताता है और उन देशों की जानकारी देता है, जहां किसी उत्पाद विशेष की मांग बीते पांच वर्षों में बढ़ी है।
- वैश्विक और विशिष्ट बाजारों में प्रतिस्पर्धियों का विवरणः किसी उत्पाद विशेष के अग्रणी निर्यातकर्ता देश को चिह्नित करता है, वैश्विक निर्यात या आयात में किसी देश विशेष के भागीदार और पड़ोसी देशों की स्थिति को बताता है।
- किसी बाजार विशेष में उत्पाद विशाखन के लिए अवसरों की समीक्षा करनाः किसी निर्यात बाजार में संबंधित उत्पादों के आयात की मांग का तुलनात्मक विश्लेषण करता है, आयात किए जाने वाले उत्पादों के समान दूसरे उत्पादों को चिह्नित करता है।
- किसी भागीदार देश के साथ मौजूदा और संभावित द्विपक्षीय व्यापार को चिह्नित करनाः वास्तविक द्विपक्षीय व्यापार, भागीदार देशों की कुल आयात मांग और घरेलू देश की समग्र निर्यात आपूर्ति क्षमता का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए उत्पाद-विशिष्ट अवसरों को चिह्नित करता है।
- टैरिफ संबंधी सूचनाः विभिन्न देशों को निर्यात के समय लगने वाले टैरिफ या आयात करने वाले देशों द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ संबंधी सूचनाएं देखी जा सकती हैं।
क्या वैश्विक बाजार और करेंसी में उतार-चढ़ाव तय करेंगे इस हफ्ते घरेलू मार्केट की चाल? जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय
- भाषा
- Last Updated : November 20, 2022, 14:35 IST
हाइलाइट्स
घेरलू मोर्चे पर इस हफ्ते कोई बड़े आंकड़े नहीं आने हैं.
बाजार वैश्विक कारकों व विदेशी निवेश पर निर्भर करेगा.
मंथली डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट्स का निपटान भी इसमें भूमिका निभाएगा
नई दिल्ली. स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वैश्विक रुख और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा आंकड़ा नहीं आना है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मंथली डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट्स के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा जारी होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए दिशा मिलेगी.
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा घटनाक्रम नहीं होने की वजह से स्थानीय बाजार की दिशा वैश्विक रुख, कच्चे तेल के दाम और करेंसी के उतार-चढ़ाव से तय होगी. उन्होंने भी नवंबर के मंथली डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट्स के निपटान द्वारा बाजार में हलचल का अनुमान जताया है. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि इस बात की काफी संभावना है कि बाजार अभी ऊपर की ओर जाए. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि व्यापक रूप से बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है. बकौल गौर, संस्थागत निवेशकों का प्रवाह महत्वपूर्ण होगा पिछले कुछ सत्रों से इसमें कमी आई है.
वैश्विक बाजारों और विदेशी निवेशकों समेत अन्य किन कारकों से तय होगी बाजार की चाल, एक्सपर्ट्स से समझें
वैश्विक बाजार, विदेशी निवेशक और आर्थिक आंकड़ों से तय होगी बाजार की चाल.
शेयर में पिछले बीते हफ्ते एक दिन को छोड़कर बाकी दिन गिरावट देखने को ही मिली. इस दौरान साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 672 अं . अधिक पढ़ें
- भाषा
- Last Updated : October 02, 2022, 14:03 IST
शेयर बाजार पिछले हफ्ते शुक्रवार को तेजी के साथ बंद हुआ था.
अगले हफ्ते तेजी के लिए वैश्विक बाजारों के समर्थन की आवश्यकता होगी.
विदेशी निवेशकों की पूंजी भी भारतीय बाजार का रुख तय करेगी.
नई दिल्ली. इस सप्ताह शेयर बाजार वैश्विक रुझान, आर्थिक आंकड़ों की घोषणा और विदेशी निवेश जैसे घटकों से प्रभावित रह सकते हैं. विश्लेषकों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में आने वाले उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल की कीमत पर भी बाजार की नजरें बनी रहेंगी. इस सप्ताह में दशहरे का त्योहार होने से कारोबारी दिन भी कम रहेंगे. स्वस्तिका इंवेस्टमेंट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा है कि बीते शुक्रवार की तेजी की उम्मीद कर रहे निवेशकों को वैश्विक बाजारों से समर्थन की आवश्यकता होगी.
वैश्विक बाजारों से मजबूत संकेत, बढ़त के साथ हो सकती है घरेलू बाजार की शुरुआत
कमोडिटी फ्रंट पर, जी 7 देशों द्वारा रूसी तेल पर प्राइस कैप और उच्च अमेरिकी कच्चे माल के डेटा के बाद तेल की कीमतों में गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड और डब्ल्यूटीआई दोनों 0.2 फीसदी फिसलकर क्रमश: 85 डॉलर प्रति वैश्विक बाजार बैरल और 77 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए।घरेलू बाजार की बात करें तो, एचडीएफसी ट्विन्स के शेयरों पर बारीकी से नज़र रखी जाएगी, अध्यक्ष दीपक पारेख ने कहा कि एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का विलय अप्रैल 2023 तक पूरा हो जाएगा । इसके अलावा, अतिरिक्त हिस्सेदारी के लिए अदाणी समूह की खुली पेशकश पर भी नजर रहेगी।