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इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य

इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य
नरेन्द्र मोदी जी ने इस प्रोग्राम की शुरुवात 25 सितम्बर 2014 को विज्ञान भवन में की थी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोगों की रोजमर्रा में उपयोग किया जाने वाले समान का निर्माण इंडिया में ही हो. इस योजना को सबको समझाने के लिए ओद्योगिक निति व् विकास विभाग द्वारा 29 दिसम्बर 2014 को एक वर्कशॉप आयोजित की गई थी, जिसमें स्वयं नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए, इनके साथ उनके कैबिनेट मंत्री, सभी राज्यों के मुख्य सचिव व् बड़ी बड़ी इंडस्ट्री के लीडर भी शामिल थे. योजना का मुख्य उद्देश देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले 25 क्षेत्रों में बदलाव लाना है. योजना के तहत इसमें रोजगार बढेंगें, जिससे देश में बेरोजगारी की समस्या दूर होगी, साथ ही इन क्षेत्र में कौशल विकास होगा, जिससे देश विदेश में सभी बड़े निवेशकों का ध्यान हमारी ओर केन्द्रित होगा.

गिरते बाजार में SIP चालू रखने के फ़ायदे

LIC म्‍युचुअल फण्ड में 300 रूपए से करे SIP की शुरुवात

जीवन बीमा क्षेत्र में LIC का बहुत बड़ा तथा विश्वासिनी नाम है साथ ही LIC ने म्यूचुअल फंड्स प्रबंधन क्षेत्र इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य में भी अच्छा नाम कमा लिया है जो पहले से LIC से जुड़े है वो लोग म्यूचुअल फण्ड के मामले में भी LIC पर भरोसा जताते है और अपना पैसा उसमे निवेश करते है। नतीजतन LIC का म्‍युचुअल फंड्स पोर्टफोलियो तेजी से बढ़ रहा है। तथा अच्छे रिटर्न मिलने से और लोगो का भरोषा LIC म्‍युचुअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य बढ़ाता जा रहा है।

दूसरे फण्ड हाउस की ही तरह LIC म्यूचुअल आप को अलग अलग प्रकार की म्‍युचुअल फण्ड श्रेणियों में निवेश करने का अवसर प्रदान करता है जैसे टैक्स सेविंग फंड्स, इक्विटी फंड्स, डेप्ट फंड्स, लिक्विड फंड्स आदि। आप अपने निवेश उद्देश्य के अनुसार इन सभी श्रेणियों मेसे किसी का भी चुनाव कर सकते है।

श्री राज कुमार (LIC म्‍युचुअल फण्ड के सीईओ और एमडी) के अनुसार जून 2018 तक LIC का म्‍युचुअल फंड्स पोर्टफोलियो 20411.22 करोड़ रूपए हो गया था वर्तमान जानकारी के लिए आप LIC म्‍युचुअल फण्ड की वेबसाइट www.licmf.com पर जा कर जानकारी ले सकते है।

सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)

सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान या एसआईपी (SIP) इन्वेस्टमेंट (निवेश) का एक प्रबंधित तरीका है जिसमे की आप एक छोटी रकम को म्‍युचुअल फंड्स में सिस्टेमेटिक तरीके से जो की कुछ भी हो सकता है जैसे मंथली, क़्वार्टरली या हाफ इयरली तरीके से LIC म्‍युचुअल फण्ड में निवेश कर सकते है पर आप के निवेश में एकसारिता होनी चाहिए मतलब आप को एक जैसा अमाउंट लम्बे समय तक निवेश करना होगा जिससे की आप एक अच्छे रिटर्न के साथ अच्छा धन बना सके।

भारत में LIC म्‍युचुअल फण्ड पहला फंड्स हाउस है जो की आप को हर दिन SIP करने की सुविधा प्रदान करता है आप महीने की किसी भी तारिक में निवेश कर सकते है। बाकि दूसरे फंड्स हाउस में आप को मंथ की कुछ निश्चित तारीख ही दी जाती है जिस में आप उन फण्ड हाउस के फंड्स में SIP की द्वारा निवेश कर सकते है।

LIC के म्‍युचुअल फंड्स में हर माह 23 करोड़ रूपए SIP के द्वारा निवेश हो रहा है। साथ ही LIC म्‍युचुअल फंड्स में SIP के द्वारा निवेश करने का एक और फायदा यह है की आप इसमें 300 रूपए जैसे छोटे अमाउंट से भी निवेश कर सकते है।

SIP के द्वारा निवेश के लाभ

SIP के द्वारा म्‍युचुअल फण्ड में निवेश का सबसे बड़ा लाभ ये है की ये आप को बाजार के उतार चढ़ाव से आप को बचता है। चुकी म्‍युचुअल फण्ड में निवेश पैसा जो की इक्विटी फण्ड में निवेश होता है सीधा शेयर बाजार में निवेश होता है जिसमे की खरी रिस्क होती है। पर अगर आप SIP के द्वारा निवेश करते है तो आप की रिस्क काम हो जाएगी क्यों की आप छाडे हुए मार्किट के साथ साथ गिरे हुए मार्किट में खरीद कर अपने रिटर्न को सुनियोजित कर सकते है।

हम LIC म्यूच्यूअल फण्ड के कुछ सर्वश्रेष्ठ फण्ड बताने जा रहे है जो की उनके पुराने प्रदर्शन के अनुसार चुना गया है आप इसमें एक निश्चित मूल्य की SIP कर के अच्छा धन बना सकते है।

यूटीआई म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया ‘यूटीआई गोल्ड ईटीएफ फंड ऑफ फंड’

यूटीआई म्यूचुअल फंड (यूटीआई) ने यूटीआई गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड-‘यूटीआई गोल्ड इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य ईटीएफ फंड ऑफ फंड’ में निवेश करते हुए एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम लॉन्च किया है. नया फंड ऑफर 10 अक्टूबर, 2022 को खुल रहा है और 21 अक्टूबर, 2022 को बंद हो जाएगा. यह प्लान 31 अक्टूबर, 2022 से चालू आधार पर सदस्यता और मोचन के लिए फिर से खुलेगी.

निवेशकों को डीमैट/ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य के बिना एक सरल, लागत प्रभावी और सुविधाजनक तरीके से परिसंपत्ति वर्ग के रूप में गोल्ड में एक्सपोजर लेने का अवसर प्रदान करने के लिए, यूटीआई म्यूचुअल फंड, यूटीआई गोल्ड ईटीएफ फंड ऑफ फंड के साथ आ रहा है, जो उनका पहला एफओएफ योजना है.

योजना का निवेश उद्देश्य यूटीआई गोल्ड ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करके यूटीआई गोल्ड ईटीएफ द्वारा प्रदान किए गए रिटर्न के अनुरूप रिटर्न प्रदान करना है. हालांकि, इस बात का कोई आश्वासन या गारंटी नहीं हो सकती है कि योजना का निवेश उद्देश्य हासिल किया जाएगा.

विश्व पर्यावरण दिवस पर एचडीएफसी म्यूचअल फंड ने शुरू की अनूठी पहल

मुंबई- अपनी पहली गो ग्रीन पहल की सफलता के बाद, एचडीएफसी म्यूचअल फंड इस साल फिर से सामाजिक दायित्व से जुडी #nurturenature. अभियान के साथ वापस आ गया है। इस अभियान के माध्यम से, इसका उद्देश्य एक जून से 10 जून के बीच इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य एलिजिबल इक्विटी- ओरिएंटेड और गोल्ड स्कीम में ऑनलाइन पंजीकृत प्रत्येक सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) को बढ़ावा देना है।

पिछले साल, ग्रो-ट्रीज़ डॉट कॉम के साथ मिलकर एचडीएफसी फंड का मकसद नए वनरोपण को बढ़ावा देना और पेड़ों के पर्यावरण और पारिस्थितिक महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है। अपनी ओर से, एचडीएफसी एमएफ निवेशकों औऱ भागीदारों को ऑनलाइन निवेश का विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करता है।

पिछले साल की तरह, एसआईपी के पंजीकरण की तारीख से 3 महीनें की अवधि के बाद, निवेशक की ओर से एक पेड़ लगाया जाएगा। निवेशक को एचडीएफसी एमएफ से डिजिटल/ ऑनलाइन मोड के माध्यम से कम इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य से कम 3 साल के लिए न्यूनतम रू 2000 प्रति माह, योग्य इक्विटी केंद्रित और गोल्ड स्कीम में निवेश करना होगा।

कम्पाउंडिंग की शक्ति

कम्पाउंडिंग की शक्ति निवेश को तेज गति से बढ़ने में सहायक होती है। यदि आप बाजार के ऊँच नीच को भुला कर हर महीने नियमित निवेश करते हैं तो अपने निवेश को कम्पाउंडिंग की शक्ति से बढ़ता देख सकते हैं।

शेयर बाजार में निवेशक दो निर्णय नहीं कर पाता, कहां निवेश करें और कब निवेश करें। SIP में निवेश आपको यह दोनों निर्णय करने में सहायक इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य हो जाता है। यह तो आप निर्धारित कर ही चुके हैं कि आपको म्यूचूअल फंड में निवेश करना है, आपका नियमित निवेश, कब निवेश करना है यह भी निर्धारित कर देता है। यदि आप SIP चालू रखते हैं तो हर गिरावट पर भी उसी तरह निवेश कर पाएंगे जैसे तेजी में किया था। ऊपर नीचे होते बाजार में कब निवेश करना है इसकी चिंता नहीं होती।

कितने समय तक जारी रखें SIP

विशेषज्ञों का मानना है कि SIP की समय अवधि 3,5,7 या 10 वर्ष तक रखें। या जिस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आप निवेश कर रहे हैं उस लक्ष्य की प्राप्ति पर अपना SIP बंद कर सकते हैं। यदि आपके पास एक से अधिक वित्तीय लक्ष्य हैं तो सभी लक्ष्यों के लिए अलग अलग SIP शुरू करें और निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति पर उस SIP को बंद करवा दें।

इस योजना में जिसमें आप एसआईपी चला रहे हैं एकमुश्त राशि जोड़ना लम्बे समय के लिए अच्छा हो सकता है। खासकर जब बाजार सुधारात्मक यानी करेक्शन के चरण में होते हैं। इससे आप कम एनएवी में अधिक यूनिट प्राप्त कर सकते हैं। ऐसी निवेश को टॉप अप कहा जाता है।

आपको समझ आ गया होगा गिरते बाजार में SIP चालू रखने के फायदे क्या हो सकते हैं और बाजार में ज्यादा जरूरी है नियमित और अनुशशित निवेश।

Hindi Tech News

इसके अलावा भी बहुत सी योजनायें मोदी जी के द्वारा शुरू की गई है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई मेक इन इंडिया, इसकी मंशा देश भर की बड़ी कंपनियों को भारत देश में इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना है. मोदी जी की इस योजना को 25 सितम्बर 2014 इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य को लांच किया गया था. वैसे मेक इन इंडिया आईडिया की बात मोदी जी ने सबसे पहले प्रधानमंत्री बनने के बाद, जब वो पहली बार स्वतंत्रता दिवस मना रहे थे और लाल किले में उन्होंने झंडा फहराया था, तब अपने भाषण की थी. अपनी बात के पक्के मोदी जी ने 1 महीने बाद ही इस योजना पर कैबिनेट की सहमति इकट्ठी कर ली थी, और इसे दुनिया के सामने ले आये थे. योजना के लागु होते ही अमेरिका व् चाइना से हमें बहुत अच्छा रिस्पांस मिला. भारतीय विदेशी निवेश को FDI (foreign direct investment) द्वारा 2015 में 63 बिलियन डॉलर मिले थे.

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