स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है

शेयर बाजार
सेबी से पंजीकृत भारतीय रिसर्च एनालिस्ट महेश कौशिक से हिन्दी में सीखिये शेयर बाजार के गुर व हर सप्ताह पाईये फ्री शेयर टिप लोंग टर्म निवेश के लिये सेबी पंजीकरण क्रमांक:-INH 100000908 Registered under SEBI(RESEARCH ANALYSTS) REGULATIONS, 2014
रविवार, 2 जून 2019
शेयरजिनियस डयूल बेनिफीट स्विंग ट्रेडिंग सिस्टम सीखें व कमायें दोहरा लाभ एक माह की शेयर होल्डिंग पर Dual Benefit Swing Trading System
कैसे हैं आप? लम्बे समय के बाद ब्लोग लिखने के लिये माफी चाहता हूं। आज के ब्लोग पोस्ट में मैं आपको शेयरजिनियस ड्यूल ट्रेडिंग सिस्टम के बारे में बताउंगा। आजकल डीस्कांउट ब्रोकर आने के बाद चूंकि ब्रोकेरेज चार्ज बहुत कम हो गया है इसलिये वो जमाना चला गया जब लोग शेयर खरीदकर होल्ड करते थे व कम से कम 15 प्रतिशत रिर्टन मिलनें पर बेचते थे अब चूंकि ज्यादातर लोग स्विंग ट्रेड कर रहे हैं इसलिये हमें भी सिस्टम मोडीफाई करना होगा क्यों कि जब तक हम 15 प्रतिशत शाॅर्ट टर्म गैन्स का इंतजार करेगें तब तक स्विगं ट्रेड वालों की बिकवाली आ जायेगी व शेयर वापस गिर जायेगा।
स्विंग ट्रेड के बारे में पिछले पोस्ट में बता दिया है जिन्होनें पिछला पोस्ट नहीं पढ़ा वो पहले इस लिंक पर पढ़ लेवें-
अब बात करते हैं स्विंग ट्रेडिंग सिस्टम के एक एंडवासंड रूप की जिसे हम शेयरजिनियस ड्यूल बेनिफिट ट्रेडिंग सिस्टम के नाम से संबोधित करेगें।
असल में ये एक ऐसा सिस्टम है जिसमें एक माह की होल्डिंग में ही डीविडेन्ड भी मिलता है व ट्रेडिंग गेन्स भी मिलते हैं इसलिये दोहरा लाभ होने से इसे ड्यूल बेनिफिट सिस्टम कहा गया है।
ये सिर्फ निफ़्टी 50 के 50 शेयरों में ही करना है क्यों कि जब हम निफ़्टी 50 के शेयरों में स्विंग ट्रेड करते हैं तब इनमें ज्यादा वोल्यूम का लाभ मिलने के साथ साथ ये सभी शेयर चूंकि फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में भी शेयर करते हैं जिससे यदि शेयर पुरे महिने गिरता भी रहा तो आखिर एक्सपायरी के पास में शाॅर्ट कवरिंग आने से हमें ट्रेडिंग गेन्स भी मिल जाते हैं।
ये पूरी विधि इस वीडियो में समझाई गयी है आगे का ब्लोग पोस्ट पढ़ने से पहले आप ये वीडियो देख लेवें तो ज्यादा बेहतर रहेगाः-
2. आप गूगल पर इकोनोमिक टाईम्स अप कमिंग डिवीडेंड लिखकर सर्च करके निफटी की कंपनियों की आगामी एक्स डिवीडेंड डेट का पता कर सकते हैं उपर के वीडियो में प्रैक्टीकल भी दिखाया है कि कैसे पता करना है।
3. अब एक्स डीविडेंड के 4 सप्ताह पहले वाले सप्ताह के दिन से खरीददारी शुरू करनी है जैसे यदि आपका शेयर 28 मई को एक्स डिविडेंड हो रहा है तो आप 30 अप्रैल, 7मई, 14 मई, 21 मई को खरीददारी करेगें।
4. ये खरीददारी 4 भाग में करनी है स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है अर्थात आपको 20 शेयर खरीदनें है तो 5-5-5-5 शेयर 30 अप्रैल, 7मई, 14 मई, 21 मई को खरीदेगें अर्थात सप्ताह में केवल एक बार एक ही दिन खरीदने हैं।
5. आपको खरीददारी लिमिट Order से स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है करनी होती है जैसे आज रविवार है मैं सोमवार को इस विधि से एक्सिस बैंक का शेयर खरीदना चाहता हूं तो मैं पिछले ट्रेडिंग सेषन शुक्रवार के एक्सिस बैंक के वोल्यूम वेजड ऐवरेज प्राईस पर मार्केट खुलने से पहले ही इस प्राईस पर लिमिट Order डाल दूंगा इस चित्र में दिखाया गया है कि कैसे आप पिछले दिन का वोल्यूम वेजड ऐवरेज प्राईस देख सकते हैं:-
6. अब डिविडेंड की रेकार्ड डेट को आपके पास शेयर होल्ड होने से आपको डिविडेंड तो मिल ही जायेगा उसके बाद एक्स डिविडेंड होनें के अगले दिन हमें देखना है कि क्या हमें शेयर की ऐवरेज प्राइस पर 4.5 प्रतिशत मुनाफा हो रहा है? यदि हां तो हम बेचकर ये 4.5 प्रतिशत मुनाफा ले लेेगें व प्राप्त मूल राशि को अगले ऐसे स्टाॅक में लगायेगें जो एक माह बाद एक्स डीविडेंड होगा।
7. यदि डीविडेंड मिलने के अगले दिन शेयर गिरा हुआ है और आपको 4.5 प्रतिषत मुनाफा नहीं मिल रहा तो अगले सप्ताह वापस उसी वार को आप 5 शेयर और लेकर ऐवरेज कर लेगें इस बार मुनाफे का टारगेट कम करके 4 प्रतिशत रखेगें
8. यदि अभी भी मुनाफा नहीं मिला तो अगले सप्ताह फिर से इसी विधि से 5 शेयर और लेगें व मुनाफे का टारगेट वापस कम करके 3.5 प्रतिशतकर देगें।
9. तो आपने उपर के वीडियो में देख ही लिया होगा कि जैसे जैसे ऐवरेज करें वैसे वैसे मुनाफे का टारगेट कम करते जायें ये 3 प्रतिशत फिर 2.5 प्रतिशत फिर 2 प्रतिषत तक कम हो जायेगा मेरा अनुभव कहता है कि इससे ज्यादा कम करने की कभी आवष्यकता ही नहीं हुयी पर यदि हो भी जाये तो ऐवरेज करते जायें मुनाफे का टारगेट कम करते जायें 1.5 प्रतिशतअगली ऐवरेज पर 1 प्रतिशत व आखिर में कम से कम 0.5 प्रतिशत इससे आप कभी भी फसेंगें नहीं ज्यादा से ज्यादा क्या होगा एक महिने की जगह दो महिने लग जायेगें आप पहले से ये मानकर चलें कि आपको इतनी बार और भी ऐवरेज करना पड़ सकता है व इतना Cash मैन्टेन करके चलें पर इसकी जरूरत नहीं होती क्यों कि निफटी के स्टोक्स में एक्सपायरी के पास इतना उतार चढ़ाव मिल ही जायेगा कि आप 4.5 प्रतिशत नहीं तो 3 से 2 प्रतिशत मुनाफा ले ही लेगें।
10. तो इसे कहते हैं आम के आम गुठलियों के दाम अब आपकी बारी है उदगार व्यक्त करने की याद रखें कमेंट नहीं आने पर मेरा मन खट्टा हो जाता है व मेरी फिर आगे मेहनत करने की इच्छा नहीं होती मैं सोचता हुं जब कोई पढ़ता ही नहीं तो क्या फायदा बतानें का. सादर। आपका महेश चन्द्र कौशिक
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डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग। आपको कौन सी शैली सबसे अच्छी लगती है?
विभिन्न ट्रेडिंग शैलियों मौजूद। आप उन सभी को जानना चाह सकते हैं। यह आपको यह निर्णय लेने में मदद करेगा कि आपको कौन सा पसंद है, कौन सा आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप है और कौन सा आपको सबसे अधिक लाभ लाता है। आज, मैं दो शैलियों और उनके बीच के अंतरों के बारे में बात करूंगा। वे डे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग होंगे।
डे ट्रेडिंग बनाम स्विंग ट्रेडिंग
ट्रेडिंग के दोनों तरीके एक तरह से समान हैं, लेकिन कुछ आवश्यक अंतर हैं। आइए ट्रेडिंग फ्रीक्वेंसी, किए गए ट्रेडों की संख्या, समय सीमा, आपको इसे समर्पित करने के लिए आवश्यक समय और आप उनके साथ कैसे ट्रेड कर सकते हैं, इस पर चर्चा करते हैं।
दिन के कारोबार और स्विंग ट्रेडिंग के बीच मुख्य अंतर
आवृत्ति
डे ट्रेडिंग दिन के दौरान कई लेन-देन के खुलने और बंद होने पर आधारित है।
स्विंग ट्रेडर्स एक सप्ताह के दौरान कई लेन-देन खोलते हैं क्योंकि वे अक्सर एक पोजीशन को कई दिनों, हफ्तों या महीनों तक खुला रखते हैं।
किए गए ट्रेडों की संख्या
दिन के व्यापारी आमतौर पर अधिक लेनदेन खोलते हैं। वे एक पूरे दिन पर ध्यान केंद्रित करते हैं, इसलिए वे एक ही दिन में कई बार खरीदते और बेचते हैं। वे तेजी से लाभ की तलाश में हैं। अक्सर यह सुझाव दिया जाता है कि एक ही लेन-देन में अपनी कुल पूंजी का 1% से अधिक निवेश न करें। रिवॉर्ड-टू-रिस्क अनुपात 2:1 के साथ, यह अभी भी आपको बहुत अधिक जोखिम लिए बिना लाभ दिला सकता है।
स्विंग ट्रेडर्स दिनों या हफ्तों में कम लेन-देन खोलते हैं। इसका मतलब है कि लाभ और हानि धीमी गति से आती है। फिर भी, आपके कुछ ट्रेडों के लिए तेजी से परिणाम प्राप्त करना संभव है।
समय क्षितिज
दिन के कारोबार के लिए कम समय के क्षितिज विशिष्ट हैं। सब कुछ एक दिन में होता है। व्यापारी कीमतों में दैनिक परिवर्तन पर किए गए छोटे मुनाफे को जमा करते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग में खोले गए पोजीशन में लंबे समय के क्षितिज होते हैं। बाजार में बदलाव पर मुनाफा कमाने के लिए वे दिनों, हफ्तों या महीनों तक खुले रहते हैं।
समर्पित समय
हर प्रकार के व्यापार के लिए आपका ध्यान और समय चाहिए। हालांकि, आम तौर पर, दिन के स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है कारोबार में आपके दिन के दौरान अधिक समय लगता है। आपको चार्ट तैयार करना चाहिए, संकेतक सेट करना चाहिए, पढ़ना चाहिए आर्थिक समाचार और इसी तरह। साथ ही प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने में लगने वाला समय। यानी औसतन 3 से 4 घंटे कंप्यूटर के सामने।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए कम सक्रिय समय की आवश्यकता होती है क्योंकि पोजीशन अक्सर लंबे समय के लिए खोली जाती है। तो आप व्यापार में प्रवेश करें और फिर केवल अपडेट करें या पाठ्यक्रम के नए अवसरों की तलाश करें।
ट्रेड कैसे करें
दिन के व्यापारियों और स्विंग व्यापारियों दोनों को ब्रोकर के साथ खाता खोलना होता है। फिर, एक अच्छे इंटरनेट कनेक्शन वाले कंप्यूटर की मदद से वे व्यापार कर सकेंगे। अंतर यह है कि उस दिन व्यापारियों को सबसे अद्यतित सॉफ़्टवेयर रखने की आवश्यकता होती है। कीमतें बहुत तेजी से बदल सकती हैं और इसलिए कुछ स्वचालन फायदेमंद है।
आपको किस प्रकार का व्यापार चुनना चाहिए
दिन और स्विंग ट्रेडिंग के बीच निर्णय लेते समय आपको कई कारकों पर ध्यान देना चाहिए।
पहली आपकी उपलब्धता है। दिन के कारोबार में अधिक समय लगता है। स्विंग ट्रेडिंग आपको अधिक स्वतंत्रता देती है।
दिन के कारोबार की गति बहुत तेज है। आप दिन भर में विभिन्न लेन-देन खोलेंगे और इसके लिए हर समय आपका ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। स्विंग ट्रेडिंग के दौरान खोले गए पोजीशन लंबे समय तक चलते हैं और इसलिए उन्हें इतना ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
इसके अलावा, अनुमान लगाएं कि आप कितना तनाव ले सकते हैं। आमतौर पर, तेजी से बदलाव और निरंतर फोकस के साथ, दिन के कारोबार को अधिक तनावपूर्ण माना जाता है।
आपकी पसंद जो भी हो, याद रखें कि आपको तैयारी में काफी समय लगाना होगा। आपको मंच, वित्तीय साधनों, संकेतकों के बारे में आवश्यक ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता है। फिर, आपको एक विकसित करना चाहिए व्यापार रणनीति और विभिन्न बाजार परिदृश्यों में इसका कई बार परीक्षण करके इसकी उपयोगिता साबित करें।
कई दलाल मुफ्त में डेमो खाते पेश करते हैं। यह एक ऐसी जगह है जहां आप अपने पैसे को जोखिम में डाले बिना नए तरीकों का अभ्यास कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अंत में, यह हमेशा एक व्यक्तिगत निर्णय होता है कि किसे चुनना है। कोई यह नहीं कह सकता कि यह दूसरे से बेहतर है। हालांकि, यह इस खास ट्रेडर के लिए बेहतर हो सकता है।
विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में जानें, उन्हें डेमो अकाउंट पर आज़माएं और पता करें कि आपको सबसे अच्छा क्या लगता है।
आम तौर पर, दिन के कारोबार में अधिक लाभ की संभावना होती है क्योंकि व्यापार अधिक बार होता है। यह स्विंग ट्रेडिंग की तुलना में अधिक सक्रिय, समय लेने वाली और तनावपूर्ण भी है, जिसमें अभी भी बहुत अधिक लाभ की संभावना है।
पूंजी की आवश्यकताएं विभिन्न बाजारों और व्यापारिक शैलियों पर निर्भर करती हैं। शुरू करने के लिए न्यूनतम राशि है या नहीं, आपको अपने ब्रोकर से जांच करनी चाहिए।
आपकी प्राथमिकताएं क्या हैं? क्या यह लेख आपको इस निर्णय के करीब ले गया कि किस प्रकार के व्यापार को चुनना है? नीचे टिप्पणी अनुभाग में हमें बताओ।
व्यापारी और विश्लेषक कैसे लाभदायक स्विंग ट्रेडिंग रणनीतियों का निर्माण करते हैं?
3 सिद्ध घुमाओ ट्रेडिंग रणनीतियाँ (यह कार्य) (दिसंबर 2022)
स्विंग ट्रेडिंग एक लोकप्रिय निवेश रणनीति है क्योंकि यह दिन के व्यापार की समयबद्ध प्रतिबद्धता के बिना सामान्य खरीदार और पकड़ वाली रणनीति के मुकाबले तेजी से परिणाम पैदा करती है। स्विंग ट्रेडिंग को इतना नाम दिया जाता है क्योंकि बड़े रुझानों में परिवर्तन की तलाश के बजाय निवेशक मध्यवर्ती ऊंचा और चढ़ाव से अनुमान लगाने और लाभ का प्रयास करते हैं। जबकि अधिकांश प्रतिभूतियां स्विंग ट्रेडिंग के लिए कुछ अवसर प्रदान करती हैं, लेकिन समय-सीमा से जुड़े व्यापार का अनुभव करने वाले लोग कम अवधि के भीतर कई अवसर प्रदान करते हैं, इस रणनीति को विशेष रूप से आकर्षक बनाते हैं।
लंबी अवधि के व्यापारियों के बीच रेंज-बाउंड प्रतिभूतियां अलोकप्रिय हैं क्योंकि कीमत किसी भी नए ऊंचा या चढ़ाव तक नहीं पहुंचती है। इसके बजाय, एक रेंज-बाउंड स्टॉक समर्थन और प्रतिरोध की दो समानांतर रेखाओं के बीच होता है। इन कालों को भीड़ क्षेत्र, समेकन क्षेत्रों या आयताकार पैटर्न के रूप में संदर्भित किया जाता है। यह अक्सर बाज़ार में अनिर्णय की अवधि को दर्शाता है स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है क्योंकि बैल और भालू खुद को सप्ताह या महीनों के लिए मिलते हैं। ऊंचा और चढ़ाव को जोड़ने की प्रवृत्ति लाइनों को आकर्षित करने से, स्विंग व्यापारी भविष्यवाणी कर सकते हैं कि जब सुरक्षा उच्च या कम स्विंग होने पर है और उस जानकारी का इस्तेमाल शॉर्ट-टर्म प्रविष्टियों और बाहर निकलने के लिए किया जाता है।
उदाहरण के लिए, मान लें कि स्टॉक एबीसी कई हफ्तों की अवधि के लिए एक संकीर्ण सीमा के भीतर कारोबार कर रहा है। इस समय के दौरान, कीमत लगातार 154 के करीब पहुंच गई है और 145 के करीब चढ़ती है, कभी भी इन स्तरों से ऊपर या नीचे नहीं चलती। समर्थन और प्रतिरोध के इन स्थापित क्षेत्रों का उपयोग करते हुए, एक निवेशक लंबे समय तक शेयर ले जाकर स्विंग का व्यापार कर सकता है क्योंकि यह समर्थन स्तर के निकट मूल्य के रूप में तेजी से उलट होने के लिए तैयारी के करीब 145 है। डाउन स्विंग की प्रत्याशा के रूप में 154 तक पहुंच के रूप में स्टॉक को कम करके लाभदायक रणनीति भी लागू की जा सकती है।
हालांकि ज्यादातर शेयर किसी बिंदु पर सीमाबद्ध होते हैं, कुछ अनिश्चित काल तक इतने ही रह जाते हैं। जब सीमा का व्यापार होता है, तो, एक आसन्न ब्रेकआउट के संकेतों के लिए एक नज़र रखना। ब्रेकआउट की समय और दिशा की सटीक आशंका से आपको अनावश्यक हानि को रोकने में मदद मिलती है यदि आपकी वर्तमान स्थिति प्रतिकूल है समर्थन और प्रतिरोध स्तरों के ऊपर और नीचे सेट किए गए रोक-लॉज ऑर्डर अनपेक्षित ख़राब होने से आपके निवेश की रक्षा करने में भी मदद कर सकते हैं।
व्यापारियों और विश्लेषक विदेशी मुद्रा में लाभदायक स्विंग ट्रेडिंग रणनीतियों स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है का निर्माण कैसे करते हैं? | इन्वेस्टोपेडिया
सीखें कि कैसे तेजी से, मंदी और प्रवृत्तिहीन चार्ट पर मूल्य चैनलों का उपयोग करते हुए विदेशी मुद्रा बाजार में एक लाभदायक स्विंग ट्रेडिंग रणनीति तैयार करें।
ट्रेडिंग रणनीतियों का निर्माण करते समय डोनचियान चैनल कैसे उपयोग किए जाते हैं?
पता चलता है कि कुछ व्यापारियों ने प्रवृत्ति व्यापार की डॉकियन चैनल विधि का उपयोग कैसे किया और डॉकियन चैनल पूरक सूचक के साथ सबसे अच्छा काम क्यों करते हैं
की पहचान करते समय सामान्य व्यापारिक रणनीतियों क्या हैं, जो कि दोहरे शीर्ष की पहचान करते समय सामान्य व्यापारिक रणनीतियों क्या हैं I इन्वेस्टमोपेडिया
व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले रणनीतियों को जानने के लिए जब एक डबल शीर्ष पैटर्न दिखता है यह पैटर्न आम है और इक्विटी और मुद्रा बाजार में लाभदायक हो सकता है।
ट्रेडिंग कैसे करे इन हिंदी 2022 | Trading kaise kare in hindi
Trading kya hota hai :- ट्रेडिंग का हिंदी अर्थ “व्यापार” होता है हमारे भारत देश में ट्रेडिंग बहोत ज्यादा प्रचलित शब्द है। जिसका सिंपल मतलब व्यापार करना होता है इसमें मुख्य रूप से शेयर की खरीदी और बिक्री का व्यापार किया जाता है जो आज के समय का सबसे जल्दी पैसा कमाने का जरिया बना हुआ है। एक व्यापारी या कोई भी आम व्यक्ति इसे स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है आज के समय में आसानी से कर सकता है। इसके बाद हम जानेंगे की Trading kaise kare in hindi में।
ट्रेडिंग कैसे करे
अगर आ सोच रहे है कि ट्रेडिंग करके लाखो रूपये कमाया जा सकता स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है है तो आप सही सोच रहे है लेकिन लाखो रूपये जिस प्रकार आप कमा सकते है उसी प्रकार आप अपना लाखो रूपये इसमें गवा भी सकते है ट्रेडिंग करना तो आसान है मगर इसे बिना सिखे करेंगे तो आपके लिए ये जोखिम भरा हो सकता है।
ट्रेडिंग कैसे करे ? (Trading kaise kare)
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास मुख्यतः डीमैट अकॉउंट और ट्रेडिंग अकॉउंट होना आवश्यक है इसके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते है तो सबसे पहले आप अपना डीमैट अकॉउंट खोले जिसके साथ ही ट्रेडिंग अकॉउंट अपने आप खुल जाता है। डीमैट अकॉउंट और ट्रेडिंग अकॉउंट को खोलना काफी आसान है इसके लिए गूगल प्ले स्टोर में बहोत सारे ऑनलाइन एप्प मौजूद है जिसमे आप अपना अकॉउंट खोल सकते है।
ट्रेडिंग अकॉउंट क्या होता है ? (Trading Account kya hota hai)
ट्रेडिंग अकॉउंट डीमैट अकॉउंट जैसा ही स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है होता है लेकिन इसमें आपके द्वारा ट्रेड किये गए सभी Transaction को डाटा के रूप में रखता है दरासल ट्रेडिंग अकॉउंट आपके ब्रोकर के पास मौजूद होता है।
आपके द्वारा डीमैट अकॉउंट में शेयर की खरीदी और बिक्री को रिकॉर्ड करके ब्रोकर ट्रेडिंग अकॉउंट के मदद से आपके शेयर को आपके निर्देश अनुसार खरीद और बेच सकता है।
ट्रेडिंग के प्रकार (Trading ke prakar)
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट में एक टाइप चूस करना होगा और उसी के अनुसार आप शेयर मार्केट में आसानी से ट्रेड कर सकते है। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार है Trading ke prakar जो निन्म है –
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? (Intraday Trading kya hai )
Intraday Trading वो ट्रेडिंग है जिसे एक दिन में कम्पलीट करना होता है सिंपल शब्दों में समझे तो इसमें जिस दिन शेयर को खरीदते है उसी दिन शेयर को बेचना होता है इसका एक्सपायरी डेट एक दिन का होता है। समय की बात करे तो सुबह 9:15 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक का समय दिया गया है।
अगर आप 10 बजे शेयर खरीदते है तो आपको वो शेयर 3:30 बजे तक या उससे पहले बेचना होता है यदि आप शेयर को खरीद कर नहीं बेचते है तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देता है और उसे बेचने का चार्ज आपसे वसूल करता है। अगर आप Intraday Trading करते है तो आपको इसमें समय को ध्यान में रखकर ट्रेड करना आवश्यक है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे (Intraday Trading kaise kare)
Intraday Trading करने के लिए आपके पास पर्याप्त समय होना आवश्यक है क्योकि इसमें आपको मार्केट चालू होने से बंद होने तक आपको इसमें समय देना जरूरी है।
इसको करने के लिए आपको chart देखना आना चाहिए इसके बिना आप Intraday Trading नहीं कर सकते यदि आप करते है तो आपका पैसा डूबने का चांस बढ़ जाता है।
इसमें चार्ट पैटर्न का महत्व काफी ज्यादा होता है इसे करने वाले Traders chart screen के सामने ही समय बिताना पसंद करते है।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? (Swing Trading kya hai )
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमे शेयर को 24 घंटे या उससे अधिक समय तक होल्ड करके रखा जा सकता है Swing Trading में ट्रेडर्स आसानी से ट्रेड कर सकते है अधिकतर लोगो Swing Trading Style में ट्रेड करना पसंद होता है ये स्टाइल ट्रेडर्स में ज्यादा पसंद किया जाता है क्योकि इसमें जोखिम कम होने का चांस रहता है।
Swing Trading kya hai ये तो आप लोग समझ गए होंगे लेकिन इसे सफल बनाने के लिए इंडिकेटर का उपयोग अधिक मात्रा में किया जा रहा है जो जोखिम को कम करने में सहायक होता है।
स्कल्पिंग ट्रेडिंग क्या है ? (Scalping Trading kya hai)
Scalping Trading एक ऐसी ट्रेडिंग है स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है जिसमे शेयर को कम से कम 1 minute और ज्यादा से ज्यादा 5 minute तक के लिए ट्रेडर्स ट्रेडिंग करते है इस तरह के ट्रेडिंग स्टाइल में ट्रेडर्स हमेसा बड़ी मात्रा में शेयर को खरीदते है और 1 minute के भीतर लाभ कमा कर शेयर बेच देते है ऐसा ट्रेडर्स बार बार करके छोटी छोटी मात्रा में अधिक लाभ कमा लेते है।
इसमें जितना आसानी से लाभ कमाया जा सकता है उतना ही आसानी से पैसा गवाया भी जा सकता है इसलिए इस ट्रेडिंग को करने वाले ट्रेडर्स काफी ज्यादा स्किल्ड या अनुभवी होते है इसमें चार्ट पैटर्न को बारीकी से देखना और उसके हिसाब से ट्रेड करना होता है।
स्कल्पिंग ट्रेडिंग स्ट्रैटजी इन हिंदी ? (Scalping Trading strategy in hindi)
Scalping Trading kya hai ये आप समझ गए होंगे अब बात करते है Scalping Trading strategy के बारे में, तो चलिए जानते है कि Scalping Trading के लिए कैसे strategy बनाते है जो निन्म है –
- इसमें सबसे पहले आपको ऐसे स्टॉक को खोजना होगा जो मार्केट में काफी ज्यादा Volatility मतलब काफी ज्यादा उछाल या गिरावट उतपन्न करते है।
- Volatility शेयर स्टॉक खोजने के लिए इंटरनेट में बहोत सरे वेबसाइट मौजूद है जो आपको आसानी से ऐसे स्टॉक खोज कर दे सकते है।
- Volatility स्टॉक मिलने के बाद चार्ट पैटर्न को 1 minute से 5 minute के बिच सेट करके ध्यान पूर्वक देखे।
- चार्ट पैटर्न में इंडीकेटर्स का उपयोग करे।
पोसिशनल ट्रेडिंग क्या है (Positional Trading kya hai)
शेयर मार्केट में शेयर को 1 महीने से ज्यादा होल्ड करके रखने को Positional Trading कहते है इसे आप अपने मर्जी के अनुसार कभी भी बेच सकते है इसमें पैसा डूबने का जोखिम कम होता है इसलिए ज्यादा तर इन्वेस्टर्स अपने पैसे इसी में इन्वेस्ट करते है और लम्बे समय तक होल्ड करके बाद में बेच देते है। ऊपर आप समझ गए होंगे कि Trading kaise kare और स्ट्रैटजी कैसे बनाये।