ADR क्या है?

ADR cleaner retry timeout (min) configuration option
This configuration setting is required for accelerated database recovery. The cleaner is the asynchronous process that wakes up periodically and cleans page versions that are not needed.
Occasionally the cleaner runs into issues while acquiring object level locks due to conflicts with user workload during its sweep. It tracks such pages in a separate list. The ADR cleaner retry timeout (default value of 15) controls the amount of time the cleaner would spend exclusively retrying object lock acquisition and cleanup of page before abandoning the sweep. Completion of a sweep with 100% success is essential to keep the growth of aborted transactions in the aborted transactions map. If the separate list cannot be cleaned up in the prescribed timeout, then the current sweep will be abandoned and the next sweep will ADR क्या है? start.ADR क्या है?
Remarks
The cleaner is single threaded in SQL Server 2019 and so one SQL Server instance can work on one database at a time. If the instance has more than one user database with ADR enabled, then do not increase the timeout to a large value as that could delay cleanup on one database while the retry is happening on another database.
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection)
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) के बारे में जानकारी
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) का उपयोग दंत और चिकित्सा प्रक्रियाओं में किया जा सकता है। दंत चिकित्सा में, एमाइड-प्रकार के इंजेक्शन स्थानीय संवेदनाहारी और सामयिक स्थानीय संवेदनाहारी के रूप में या पैच के रूप में: सतही दंत प्रक्रियाओं से पहले मुंह के सुलभ श्लेष्म झिल्ली के हल्के सामयिक संज्ञाहरण का उत्पादन।
चिकित्सकीय रूप से, यह मायोकार्डियल रोधगलन, कार्डियक हेरफेर, डिजिटलिस नशा से वेंट्रिकुलर अतालता का एक स्थानीय संवेदनाहारी और तीव्र उपचार है। यह पोस्टहेरपेटिक न्यूराल्जिया से संबंधित राहत ओड दर्द प्रदान करने के लिए एक सामयिक स्थानीय संवेदनाहारी के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) वेंट्रिकुलर एक्टोपिक, वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया, वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन के लिए पसंद की दवा है। इसका उपयोग पक्षाघात वीटी या वीएफ के लिए अधिमानतः डिफिब्रिलेशन और एपिनेफ्रीन के बाद किया जाता है और समय से पहले वेंट्रिकुलर संकुचन, व्यापक-जटिल पीएसवीटी को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
एक स्थानीय संवेदनाहारी होने के नाते। त्वचा पर खुजली और त्वचा की स्थिति जैसे कीड़े के काटने, एक्जिमा और जलन को कम करने के लिए इसका उपयोग त्वचा पर किया जाता है। इसका उपयोग बवासीर और जननांग / गुदा क्षेत्र की समस्याओं को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। यह दवा दर्द, लालिमा और सूजन को कम करके काम करती है। चिपचिपा वैरिएंट का उपयोग दंत चिकित्सा के लिए किया जाता है।
लिग्नोकैड एडीआर ADR क्या है? इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) का उपयोग करने पर आप कुछ साइड इफेक्ट्स का अनुभव कर सकते हैं जैसे कि जलन या चुभने वाली सनसनी, चक्कर आना, उनींदापन, शरीर के तापमान में परिवर्तन, दृष्टि में धुंधलापन या आपके कानों में तेज़ / दाद होना। गंभीर प्रतिक्रियाओं में अवसाद, सुन्नता और उल्टी शामिल हैं। क्या आपकी प्रतिक्रियाएं जारी रहती हैं और समय के साथ-साथ बदतर होती जाती हैं और तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक को सूचित करें यदि: आपको लिग्नोकैड एडीआर इंजेक्शन (Lignocad Adr Injection) के भीतर निहित किसी भी दवा, भोजन, पदार्थों या अवयवों से एलर्जी है, तो आपको डायबिटीज, लिवर / पेट की समस्याएं और संक्रमण हैं।
अपनी स्थिति के लिए अपने चिकित्सक द्वारा सुझाई गई खुराक लें। यह सामयिक दवा जेल, स्प्रे, क्रीम, लोशन और त्वचा पैच के रूप में आती है। सफाई और अच्छी तरह से सूखने के बाद त्वचा के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। आमतौर पर इसे दिन में लगभग 2-3 बार इस्तेमाल ADR क्या है? करने की सलाह दी जाती है।
यहां दी गई जानकारी साल्ट (सामग्री) पर आधारित है. इसके उपयोग और साइड इफेक्ट्स एक से दूसरे व्यक्ति पर भिन्न हो सकते है. दवा का इस्तेमाल करने से पहले Anesthesiologist से परामर्श ADR क्या है? जरूर लेना चाहिए.
MCD चुनाव में AAP के उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा, ADR की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
दिल्ली में जल्द ही MCD चुनाव होने हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी बीच ADR की एक रिपोर्ट आई हैं, जिसमें सभी पार्टियों के उम्मीदवारों के बारे में जानकारी दी गई है।
Edited By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: November 26, 2022 23:54 IST
Image Source : INDIA TV AAP के उम्मीदवारों का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा
दिल्ली में जल्द MCD के चुनाव होने हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं नेता एक-दूसरे पर जमकर कटाक्ष कर रहे। इसी बीच, ADR की रिपोर्ट आई है, जिसने राजधानी की राजनीति में खलबली मचा दी है। ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की एक रिपोर्ट में एक दावा किया गया है कि आप ने MCD चुनाव में इस बार सबसे ज्यादा दागी नेताओं को मैदान में उतारा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (आप) ने इस साल दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों में आपराधिक रिकॉर्ड वाले सबसे अधिक 45 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 27 है।
आप के 250 उम्मीदवारों में से 45 दागी
रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘आप’ ने 250 उम्मीदवारों को खड़ा किया है, जिनमें से 248 स्वघोषित शपथपत्रों (Self-declared affidavits) का एडीआर द्वारा विश्लेषण (Analysis) किया गया और उनमें से 18 प्रतिशत यानी 45 का आपराधिक रिकॉर्ड है। इसके अलावा, ‘आप’ के कम से कम 8 प्रतिशत उम्मीदवारों के ADR क्या है? खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने 250 उम्मीदवारों को खड़ा किया है और उसके 27 उम्मीदवार (11 प्रतिशत) आपराधिक रिकॉर्ड वाले हैं और कांग्रेस ने ऐसे 25 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
245 उम्मीदवारों में से 25 दागी
इसमें कहा गया है, ‘‘आम आदमी पार्टी से विश्लेषण किए गए 248 उम्मीदवारों में से 45 (18 प्रतिशत), भाजपा से 249 उम्मीदवारों में से 27 (11 प्रतिशत) और कांग्रेस से 245 उम्मीदवारों में से 25 (10 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।’’ इस साल चार दिसंबर को होने वाले एमसीडी चुनाव में 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं। एडीआर और ‘दिल्ली इलेक्शन वॉच’ द्वारा 1,349 उम्मीदवारों में से 1,336 उम्मीदवारों के स्वघोषित शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया।
139 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज
रिपोर्ट के अनुसार इस साल चुनाव लड़ने वाले कम से कम 139 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 6 फीसदी ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल एक उम्मीदवार ने एफिडेविट में अपने खिलाफ हत्या (आईपीसी की धारा-302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं। एडीआर ने कहा कि 6 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी की धारा-307) से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
35 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार ग्रेजुएट
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली नगर निगम चुनाव लड़ने वाले 35 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार ग्रेजुएट ADR क्या है? हैं, जबकि 4 प्रतिशत ‘‘निरक्षर’’ हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 752 (56 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन क्लास 5 से 12 के बीच घोषित की है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘जहां 487 (36 फीसदी) उम्मीदवारों ने ग्रेजुएट या उससे ऊपर की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन होने की घोषणा की है, वहीं 12 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘20 उम्मीदवारों ने खुद को सिर्फ साक्षर घोषित किया है और 60 उम्मीदवार निरक्षर हैं। वहीं 3 उम्मीदवारों ने अपनी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन नहीं बताई है।
India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें दिल्ली सेक्शन
गुजरात: दागी नेताओं की लिस्ट में कांग्रेस टॉप पर, BJP को लेकर क्या कहती है ADR की रिपोर्ट, पढ़ें
राष्ट्रीय दलों में बीजेपी के 442 सांसदों और विधायकों की औसत संपत्ति 5.87 करोड़ रुपये है, जबकि कांग्रेस के 226 सांसदों और विधायकों की औसत घोषित संपत्ति 6.32 करोड़ रुपये है.
2004 से गुजरात में संसदीय या विधानसभा चुनाव लड़ने वाले कुल 6,043 उम्मीदवारों का विश्लेषण. (फाइल फोटो)
TV9 Bharatvarsh | Edited By: प्रशांत कुमार सिंह
Updated on: Nov 08, 2022 | 9:59 AM
गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है. इसके साथ ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कई विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी है. वहीं दागी उम्मीदवारों को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और गुजरात इलेक्शन वॉच (GEW) ने 2004 से सांसदों, विधायकों और उम्मीदवारों का विश्लेषण किया है. वहीं इस रिपोर्ट में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं. इसमें एडीआर और जीईडब्ल्यू के मुताबिक, 2004 के बाद से, कांग्रेस ने बीजेपी की तुलना में अधिक दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है.
इस रिपोर्ट में 2004 से गुजरात में संसदीय या विधानसभा चुनाव लड़ने वाले कुल 6,043 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया. इसी तरह, 2004 के बाद संसद या विधानसभा में सीटों पर कब्जा करने वाले कुल 685 सांसदों और विधायकों का भी विश्लेषण किया गया है.
कांग्रेस के 32 प्रतिशत उम्मीदवार दागी
2004 से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले 684 उम्मीदवारों में से 162 यानी 24 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. वहीं कांग्रेस के 659 उम्मीदवारों में से 212 यानी 32 प्रतिशत ऐसे थे, जिनकी आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके अलावा, बसपा के 533 उम्मीदवारों में से 65 (12 प्रतिशत), आप के 59 उम्मीदवारों में से 7 (12 प्रतिशत) और 2,575 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 291 (11 प्रतिशत) ने भी अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
23 प्रतिशत सांसद-विधायक दागी
राज्य में 2004 के बाद से हुए विभिन्न चुनावों में विजयी होने वाले उम्मीदवारों में, बीजेपी के टिकट पर चुने गए 442 सांसदों और विधायकों में से 102 यानी 23 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. वहीं 226 सांसदों में से 80 (35 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी दी है. कांग्रेस के टिकट पर चुने गए विधायकों और पांच निर्दलीय सांसदों और विधायकों में से 3 (60 फीसदी) ने आपराधिक मामलों की जानकारी दी है.
सांसदों-विधायकों की संपत्ति में भी कांग्रेस आगे
राष्ट्रीय दलों में बीजेपी के 442 सांसदों और विधायकों की औसत संपत्ति 5.87 करोड़ रुपये है, जबकि कांग्रेस के 226 सांसदों और विधायकों की औसत घोषित संपत्ति 6.32 करोड़ रुपये है. दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी में आपराधिक मामलों वाले सांसदों और विधायकों की औसत संपत्ति 9.19 करोड़ रुपये थी, जबकि कांग्रेस की 8.79 करोड़ रुपये थी. हालांकि, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले राकांपा सांसद और विधायक 19.97 करोड़ रुपये के साथ सबसे अमीर थे.
ये भी पढ़ें
गुजरात: वंदे भारत में किसके निशाने पर थे ओवैसी? पत्थर फेंककर तोड़ा गया शीशा
गुजरात में PM मोदी को चुनौती देंगे नीतीश, भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
EXCLUSIVE: कांग्रेस में घुटन महसूस करते हैं लोग, गुजरात में BJP तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड- शाह
नॉर्थ गुजरात और सौराष्ट्र में हावी है कांग्रेस, आंकड़ों से समझिए किस रीजन में क्या है स्थिति
6043 उम्मीदवारों में से 6 प्रतिशत महिलाएं
एडीआर-जीईडब्ल्यू की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ADR क्या है? विश्लेषण किए गए 6,043 उम्मीदवारों में से केवल 383 यानी 6 प्रतिशत ही महिलाएं हैं, जबकि 2004 से ADR क्या है? गुजरात में चुनाव लड़ने वाली 383 महिलाओं में से पांच प्रतिशत (21 उम्मीदवारों) ने आपराधिक मामले घोषित किए थे. दूसरी ओर, 17 प्रतिशत पुरुष उम्मीदवारों (951) ने आपराधिक मामले घोषित किए थे. पुरुष सांसदों और विधायकों की औसत संपत्ति 6.02 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी महिला समकक्षों की औसत संपत्ति 5.62 करोड़ रुपये है.