उच्च रिटर्न के साथ स्मार्ट इन्वेस्टमेंट

अपने ड्रीम होम के लिए डाउन-पेमेंट कैसे व्यवस्थित करें
अपने स्वयं के एक घर खरीदने के लिए अभी भी बहुत से लोगों के लिए एक सपना है, कई समीक्षकों के लिए वित्त एक गंभीर चिंता का विषय है। जबकि बैंक संपत्ति के मूल्य का 80 प्रतिशत वित्तपोषण करते हैं, तो शेष राशि खरीदार द्वारा व्यवस्थित की जानी चाहिए। MakaanIQ आपको सबसे आसान तरीके से डाउन-पेमेंट के वित्तपोषण के संभावित विकल्पों के माध्यम से ले जाता है। म्युचुअल फंड यदि आप म्यूचुअल फंड या स्टॉक इन्वेस्टमेंट के माध्यम से अपने डाउन पेमेंट को निधि बनाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको वास्तव में शुरुआती शुरु करने की आवश्यकता है। घर की खरीद के समय में अग्रिम राशि का भुगतान करने के लिए पर्याप्त धन हो सकता है, जो एक विशाल कॉरपस बनाने के लिए समय लगता है। यह भी संबंधित बाजार की स्थितियों और उस प्रकार की योजना पर निर्भर करता है जिसे आपने निवेश किया है यद्यपि उच्च जोखिम योजनाओं के लिए जाने की सलाह नहीं दी जाती है लेकिन ये ऐसे हैं जो आपको कम समय में उच्च रिटर्न दे सकते हैं। सबसे अच्छा तरीका है एक निवेश सलाहकार किराया और अपने पोर्टफोलियो पर हाथ उसे अपने मासिक बजट के साथ है यदि आप खुद अपने पैसे को संभालना चाहते हैं तो आप खुद को बाजार की प्रक्रियाओं के बारे में शिक्षित कर सकते हैं। रिश्तेदारों / मित्रों से ऋण हालांकि अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से ऋण लेने में खौफ संबंध का खतरा होता है लेकिन आप उन ब्याज उच्च रिटर्न के साथ स्मार्ट इन्वेस्टमेंट दर के साथ उन्हें वापस भुगतान करना चुन सकते हैं जो संबंधों को बरकरार रख सकते हैं। आप व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन दो अंकों के ब्याज दर और आपकी जेब पर ईएमआई के बढ़ते दबाव के साथ, महीने के अंत में अधिक देनदारियों की तुलना में आपके लिए क्या योजना बनाई गई है इसके अलावा, किसी भी समय, व्यक्तिगत ऋण के लिए भुगतान की जाने वाली ब्याज, उच्च रिटर्न के साथ स्मार्ट इन्वेस्टमेंट आपके मित्र / रिश्तेदार को आप जितनी राशि का भुगतान करेंगे, उससे अधिक होगा। भविष्य निधि अब आप अपने सपने घर के वित्तपोषण के लिए अपने भविष्य निधि का उपयोग कर सकते हैं। ईपीएफओ ने प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) योजना के 9 0 फीसदी पीएफ संचय का इस्तेमाल करने के लिए घरों को खरीदने के लिए भुगतान करने के लिए और गृह ऋण के ईएमआई का भुगतान करने के लिए अपने खातों का उपयोग करने की अनुमति दे दी है। हालांकि, पीएफ के एक सदस्य द्वारा रियल एस्टेट संपत्ति खरीदने के लिए राशि वापस लेने के लिए कुछ नियम हैं। इनमें से एक यह है कि कम से कम 10 सदस्यों वाले एक पंजीकृत आवास सोसाइटी का वह सदस्य होना चाहिए। इसके अलावा, ईपीएफओ सीधे सहकारी सोसायटी या बिल्डर, प्रमोटर, राज्य सरकार या केंद्र सरकार को राशि का भुगतान करता है इसलिए, आप पुनर्विक्रय में एक संपत्ति खरीद नहीं कर सकते। आप अपने भविष्य निधि राशि के साथ अपने ईएमआई का भुगतान भी कर सकते हैं।
बजाज फाइनैंस की सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान के साथ मासिक FDs के ज़रिए बचत कीजिए
18000 करोड़ रुपये से अधिक की कुल फिक्स्ड डिपॉजिट बुक तथा 2,50,000 से अधिक निष्ठावान ग्राहकों के साथ, बजाज फाइनैंस फिक्स्ड डिपॉजिट आपको 8.35% तक की सबसे अच्छी ब्याज़ दर प्रदान करता है। जो लोग FD में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें इसके लिए एक बड़ी जमा राशि को अलग रखना चाहिए, ताकि वे सुरक्षा और रिटर्न– दोनों का लाभ उठा सकें। इसके साथ-साथ बजाज फाइनैंस के सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान द्वारा अब आप छोटी मासिक बचत भी कर सकते हैं। इस इंडस्ट्री में पहली बार उपलब्ध कराई जाने वाली यह सुविधा अपने आप में बेजोड़ है, जो आपको हर महीने छोटी मात्रा में बचत करने की सुविधा देती है, और इसी वजह से इसके लिए बड़ी प्रारंभिक जमाराशि की जरूरत नहीं है।
सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान (या SDP) कई मायनों में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान जैसा प्रतीत होता है, परन्तु यह ज़्यादा सुरक्षित विकल्प है, क्योंकि इस निवेश के रिटर्न गारंटेड हैं, बिना किसी जोखिम के।
यदि आप जानना चाहते हैं की सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान द्वारा आप अपना धन कैसे बढ़ा सकते हैं, तो आगे पढ़िए।
रिटर्न मिलने की गारंटी के साथ SIP की सुविधा
अक्सर निवेशकों को SDP में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह लगता है, कि शुरुआत करने के लिए एक बड़ी प्रारम्भिक जमाराशि की आवश्यकता नहीं है। इसमें आप छोटे और बेहद आसान कदम उठाकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकते हैं, क्योंकि इसके ज़रिए आप हर महीने केवल 5,000 रुपये की राशि से शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि इसमें पहली बार भुगतान चेक के माध्यम से करना ज़रूरी होता है, लेकिन इसके बाद आप ECS मैंडेट के ज़रिये स्वचालित तरीके से राशि जमा कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक NACH ट्रांजैक्शन हर महीने की 3, 7 या 12 तारीक को किया जा सकता है।
बेहद कम जमाराशि की ज़रूरत के कारण आप अपनी सैलरी के एक बड़े हिस्से को अपने बैंक अकाउंट में रख सकते हैं तथा आप नगद राशि से जुड़ी आवश्यकताओं को तत्काल पूरा कर सकते हैं, साथ ही इसमें आप अपने उच्च रिटर्न के साथ स्मार्ट इन्वेस्टमेंट नकदी प्रवाह को नुकसान पहुंचाए बिना एक हिस्से को उच्च रिटर्न के लिए बचाकर रखते हैं। इसके अलावा, आपको रिटर्न की गारंटी मिलती है जिससे आपको अपनी पूंजी के नुकसान होने की कोई आशंका नहीं रहती।
बेहद आकर्षक रिटर्न के साथ अपने निवेश को बढ़ाने का अवसर
सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान (या SDP) दरअसल बचत की एक बेजोड़ योजना है, जो वरिष्ठ नागरिकों को 8.35% और नियमित निवेशकों को 8.10% तक की दर से शानदार रिटर्न प्राप्त करने में मदद करता है। इसके अलावा, SDP में आपके द्वारा हर बार जमा की जाने वाली राशि, एक नई फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा की जाती है और आपको उस तारीक पर प्रचलित दरों के अनुसार ब्याज़ अर्जित करने का लाभ मिलता है।
इस तरह होने वाली बेहद शानदार आमदनी के साथ-साथ, आप निश्चितता और सुरक्षा का भी आनंद लेते हैं क्योंकि इसमें आप पहले से आकलन करने की सुविधा मिलती है और आप उसके अनुसार अपनी धनराशि को बढ़ा सकते हैं। रिटर्न को CRISIL द्वारा FAAA और ICRA द्वारा MAAA की उच्चतम रेटिंग के साथ-साथ S&P ग्लोबल द्वारा 'BBB-' रेटिंग प्राप्त है।
डिपॉजिट की संख्या तथा समयावधि के चयन की सुविधा
चूंकि हर बार भुगतान करने पर एक नई डिपॉजिट बनाई जाती है इसलिए अपने निवेश को बढ़ाना, बचत के इस स्मार्ट साधन का एक अंतर्निहित हिस्सा है। अपनी जमाराशि के लिए सही समयावधि का चयन करके, आप अपने FD की मदद से अपने अल्पकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं। आप हर बार जमाराशि के लिए 12 से 60 महीनों के बीच एक समयावधि का चयन कर सकते हैं, तथा अपनी आर्थिक स्थिति एवं लक्ष्यों के आधार पर 6 से 48 बार जमा कर सकते हैं। इस व्यवस्था के माध्यम से पहले डिपॉजिट की मैच्योरिटी के बाद आपको नकद उच्च रिटर्न के साथ स्मार्ट इन्वेस्टमेंट राशि की उपलब्धता का लाभ मिलता है और फिर इसके बाद आप हर महीने आय अर्जित करते हैं, जिसका श्रेय इस तथ्य को जाता है कि आपकी जमा राशि लगातार बढ़ रही है।
एक नए ग्राहक के रूप में अगर आप समझना चाहते हैं कि आपके रिटर्न की राशि क्या होगी, तो नीचे दी गई तालिका पर एक नज़र डालें।
डिपॉजिट प्रति माह (रुपये में)
प्रत्येक डिपॉजिट की समयावधि (महीने में)
डिपॉजिट की संख्या
प्रत्येक डिपॉजिट पर अर्जित ब्याज़ (रुपये में)
ब्याज़ के रूप में आय (रुपये में)
मासिक आमदनी (रुपये में)
कुल आमदनी (रुपये में)
5,000
12
12
380
4,560
5,380
64,560
5,000
24
12
821
9,852
5,821
69,852
5,000
36
12
1,316
15,792
6,316
75,792
ऊपर दी हुई तालिका से आप बड़ी आसानी से पता लगा सकते हैं कि, अगर आप 5,000 रुपये 12 महीनों तक प्रतिमाह जमा करते हैं, जो कुल मिलाकर 60,000 रुपये होगा, तथा अगर आप अपनी प्रत्येक डिपॉजिट के लिए 12 महीने की समयावधि का चयन करते हैं, तो आप प्रतिमाह 380 रुपये ब्याज के तौर पर प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह, अगर आप अपनी प्रत्येक डिपॉजिट के लिए 24 महीने की समयावधि का चयन करते हैं, तो प्रतिमाह 821 रुपये; और 36 महीने की समयावधि का चयन करने पर प्रतिमाह 1316 रुपये प्राप्त कर सकते हैं।
निवेश की शुरुआत करने से पहले ही आप अपने निवेश की योजना बना सकते हैं तथा बेहद सरल SDP कैलकुलेटर का उपयोग करके देख सकते हैं कि आपको कितना रिटर्न प्राप्त होगा।
नगद राशि की सख़्त ज़रूरत होने पर लोन पाने की सुविधा
सिस्टेमैटिक डिपॉजिट प्लान में, कुछ ख़ास फ़ायदों के साथ समय से पहले धनराशि की निकासी संभव है। इसमें एक ही समय पर आपकी कई जमा योजनाएं चल रही होती हैं, इसी वजह से नगद राशि की अपनी तात्कालिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए आप इनमें से एक को तोड़ सकते हैं, और बाकी जमा योजनाओं को पहले की तरह जारी रख सकते हैं।
इस तरह आप देखेंगे कि, SDP आपको SIPs की सुविधा और fixed deposits की सुरक्षा के साथ निवेश के सभी क्षेत्रों के सबसे बेहतरीन फायदे प्रदान करता है। SDP आपको नियमित FD में मिलने वाली हर तरह की सुविधाओं का लाभ उठाने की अनुमति तो देता ही है, साथ ही आपको बेहद मामूली जमाराशि से निवेश शुरू करने का अवसर भी प्रदान करता है। सामान्य तौर पर बचत करने वाले व्यक्ति से ज़्यादा बेहतर बचतकर्ता बनने के लिए सिस्टेमैटिक डिपाजिट प्लान द्वारा सेव करें और इस प्रक्रिया की अभी शुरुआत करें।
Lump Sum & SIP: आपके लिए क्या सही है, और कब?
निवेशक अपने फंड को दो तरह से बाजार में लगा सकते हैं। यह एकमुश्त (Lump Sum) या सिप (SIP) दोनों में से कुछ भी हो सकता है। अलग-अलग परिस्थितियों में दोनों ही कारगर साबित हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको यह समझाने की कोशिश करेंगे कि आखिर इन दोनों का नफा-नुकसान क्या है व आपके लिए दोनों में से कौन सी ज्यादा कारगर है।
नए निवेशकों के लिए निवेश एक मुश्किल काम हो सकता है। रिस्क मैनेजमेंट इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपके निवेश की ग्रोथ की संभावनाएं काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती हैं कि आप अपना पैसा किस तरह से लगा रहे हैं।
निवेश दो तरह से किया जा सकता है:
एक ही बार में एक बड़ा अमाउंट निवेश करना, जिसे आमतौर पर एकमुश्त (Lump Sum) कहा जाता है। या,
थोड़ी-थोड़ी अमाउंट को समय-समय पर निवेश करना जैसे हर हफ्ते, महीने या तिमाही पर। यह सिप (SIP) की शैली होती है।
आइए अब दोनों की ही विशेषताओं और खामियों को जानने की कोशिश करते हैं:
1) एकमुश्त निवेश (Lump Sum Investment) क्या है?
एकमुश्त (Lump Sum) निवेश का अर्थ है कि निवेशक अपनी पूंजी एक ही बार में निवेश करता है और आवश्यकता पड़ने पर ही दोबारा पूंजी लगाता है यानी टॉप अप करता है।
एकमुश्त निवेश के क्या लाभ हैं?
यह विधि आम तौर पर अनुभवी या मोटी रकम रखने वाले निवेशकों के लिए सही होती है। इस विधि में अपनी जोखिम की क्षमता को बढ़ाना भी जरूरी है।
एकमुश्त निवेश करने वाले निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव के रुख को अपने अनुसार मोड़ सकते हैं। यह शैली आम तौर पर उन व्यक्तियों के लिए सुविधाजनक है, जिनके पास निवेश के लिए एक बड़ी राशि है।
एकमुश्त निवेश पर लाभ कमाने की संभावना तब अधिक होती है जब बाजार अस्थिर दौर से गुजरा हो और एक बार फिर ऊपर चढ़ने की तैयारी कर रहा हो।
यह वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भी उपयुक्त है। इसके साथ ही यह लॉन्ग टर्म में बेहतरीन वेल्थ क्रिएशन का भी एक अच्छा तरीका है।
एकमुश्त निवेश के क्या नुकसान हैं?
जब आप एकमुश्त तरीके से निवेश करते हैं, तो बाजार की टाइमिंग इसके लिए बहुत जरूरी हो जाती है। यदि निवेश तब किया जाता है, जब बाजार पहले से ही ऊपर पहुंचा हुआ है, तो रिस्क-रिवार्ड अनुपात (risk-reward ratio) कम हो जाता है। वहीं बाजार में गिरावट से शॉर्ट टर्म में ‘पोर्टफोलियो डिवैल्यूएशन’ भी हो सकता है। इसका मतलब यह है कि उच्च स्तर पर खरीदे जाने पर निवेशक के पास बहुत कम स्टॉक यूनिट रह जाती हैं।
अगर फंड केवल छोटी अवधि के लिए निवेश किया जा रहा है, तब भी यह तरीका कारगर नहीं है। इससे आपमें निवेश को लेकर कोई अनुशासन भी कायम नहीं होता। चूंकि निवेशक में इससे बचत की आदत पैदा नहीं होती और वह पैसा जमा करने के लिए अपने खर्चों में कहीं भी कोई कटौती नहीं करता है।
2) सिप निवेश (SIP Investing) क्या है?
सिप या SIP कम बजट वाले उन निवेशकों के लिए एक बेहतरीन जरिया है, जो नियमित अंतराल पर कम मात्रा में निवेश करना चाहते हैं। निवेश साप्ताहिक, मासिक या वार्षिक आधार पर किया जा सकता है और धीरे-धीरे एक अच्छा अमाउंट बन जाता है।
सिप (SIP) के क्या लाभ उच्च रिटर्न के साथ स्मार्ट इन्वेस्टमेंट हैं?
SIP नए निवेशकों के लिए अच्छी शुरुआत हो सकती है क्योंकि वे इससे छोटी अमाउंट के साथ निवेश की दुनिया से जुड़ सकते हैं। यह नौकरी-पेशा लोगों के लिए भी उपयोगी हो सकती है क्योंकि इससे उनमें लंबे समय तक नियमित बचत की आदत भी विकसित होती है।
कुल मिलाकर SIP रुपया-लागत औसत (rupee-cost average) के माध्यम से लंबी अवधि में बाजार के उतार-चढ़ाव को सामान्य कर देती है। मतलब जब बाजार में तेजी होती है, तो कम यूनिट खरीदी जाती है। इसी तरह मंदी के दौरान कम कीमत पर अधिक यूनिट खरीदे जा सकते हैं। इससे एक वक्त के बाद प्रति यूनिट की कीमत औसतन सामान्य हो जाती है।
सिप (SIP) में एकमुश्त के बजाए ज्यादा लचीलापन होता है क्योंकि निवेशक अपनी गति और सुविधा के अनुसार इसमें निवेश कर सकता है। निवेशक अपने मौजूदा वित्तीय संसाधनों और अन्य दायित्वों पर विचार करने के बाद निवेश की योजना बना सकता है।
सिप (SIP) के नुकसान क्या हैें?
SIP के कारण निवेशक कई बाजार में उपलब्ध अच्छे अवसरों से चूक जाते हैं, जिसके लिए एग्रेसिव इंवेस्टमेंट एप्रोच की जरूरत पड़ती है।
निवेश अक्सर एक पूर्व निर्धारित तारीख पर किया जाता है। इसलिए बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान निवेश कर पाना मुश्किल होता है। ऐसे में इन अस्थिर परिस्थितियों का फायदा निवेशक नहीं उठा पाता है।
SIP उन निवेशकों के लिए भी सही जरिया नहीं हो सकता जिनकी नियमित आय नहीं है। कई बार समय के साथ निवेशक का मन बदल जाता है और वह SIP में निवेश करना छोड़ देता है। दूसरी दिक्कत यह है कि कई बार निवेशक इसमें ज्यादा पैसे नहीं डालते यानी आपकी SIP बहुत ही छोटी SIP होती है। ऐसे में जाहिर है मनचाहे रिटर्न का आना संभव नहीं हो पाता।
आपके लिए इन दोनों में से कौन सा सबसे अच्छा है?
शेयर बाजार बहुत तेजी से बदलता रहता है। यहां स्मार्ट निवेशक वह ही है जो बाजार के अनुसार अपनी चाल बदल सके और हर परिस्थिति का लाभ उठा सके।
आइए कुछ उदाहरणों से यह जानने की कोशिश करते हैं कि निवेशक एकमुश्त या सिप (SIP) की कौन सी तकनीक का उपयोग करके लाभ कमा सकता है।
उदाहरण 1:
मिस्टर X 10 रुपए की यूनिट लागत पर एक फंड में 2,00,000 रुपए की एकमुश्त निवेश करते हैं। अब अगर बाजार में तेजी है और फंड का मूल्य बढ़ना शुरू हो जाता है, तो मिस्टर X को अपने एकमुश्त निवेश से फायदा होगा।
SIP से यहां कोई खास फायदा नहीं पहुंचने वाला है। चूंकि मिस्टर X ज्यादा यूनिट खरीद कर यूनिट को समाप्त कर लेंगे क्योंकि उनका मूल्य एक अपट्रेंडिंग मार्केट में बढ़ रहा है। वहीं SIP में स्थिति में रिटर्न की दर कम हो जाएगी।
उदाहरण 2:
उदाहरण 1 में हमने देखा कि कैसे एकमुश्त निवेश अनुकूल परिस्थितियों में निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न देता है। हालांकि बाजार एक ऐसी जगह है बदलता रहता है। SIP इन उतार-चढ़ाव को जोखिमों को कम करके फायदा पहुंचाता है।
मान लें कि एकमुश्त के बजाय मिस्टर X ने SIP के माध्यम से अपने 2,00,000 रुपए का निवेश करने की सोची। उसने 10,000 रुपए की SIP की और पहले महीने में 10 रुपए में 1,000 यूनिट खरीद ली। अगर बाजार नीचे जाता है, तो अगले महीने वही यूनिट 10 रुपए का दाम कम हो जाएगा। मान लीजिए कि यूनिट का मूल्य 8 रुपए हो गया है। यहां मिस्टर X अगले महीने 10,000 रुपए में 1,250 यूनिट खरीद सकेंगे। यानी बाजार के उतार-चढ़ाव का फायदा आप यहां भरपूर उठा सकते हैं।
सौ बात की एक बात
दोनों तरीकों के नफे-नुकसान को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि बढ़ते बाजार में एकमुश्त सबसे अच्छा काम करता है। वहीं गिरते बाजार में निवेशकों के लिए SIP बेहतरीन साबित हो सकती है। रिस्क मैनेजमेंट की दृष्टि से देखें तो इसमें बाजार के उतार-चढ़ाव को झेलने की ज्यादा क्षमता होती है। बाजार में गिरावट से निवेशकों को लागत में औसत गिरावट से लाभ होता है।
इन दोनों में एक बात सामान्य है वह है कि आपको लंबे समय तक इनसे जुड़े रहना पड़ेगा। सबसे जरूरी बात यह है कि निवेशक को बचत और निवेशक की आदत को लंबे समय तक बनाए रखना चाहिए ताकि वह वेल्थ क्रिएशन की यात्रा का आनंद उठा सके।
SIP क्या है और कैसे करें निवेश की लाखों का हो फयदा
नोएडा। बढ़ती मंहगाई के साथ ही भविष्य के लिए हर इंसान कुछ न कुछ बचत करने की सोचता है। इसके लिए कई जगह निवेश भी करता है। लेकिन आज बात करेंगे sip की यानी सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP (एसआईपी) की जहां, इन्वेस्ट करके निश्चित समय में लाखों कमा सकते हैं। इसलिए जानेंगे क्या है एसआईपी, कैसे एसआईपी में इन्वेस्ट करें, एसआईपी से क्या फायदा हैं। वैसे एसपाईपी में इन्वेस्टमेंट कर आप अपने और अपने परिवार, बच्चों की पढ़ाई, बेटियों की शादी जैसे कई आम चिंताओं से मुक्ति पा सकते हैं। क्योंकि SIP में पैसा निवेश करने के कुछ सालों बाद अच्छी खासी रकम मिल जाती है।
अक्सर लोग बचत के लिए इन्वेस्टमेंट की तो सोचते है लेकिन इन्वेस्टमेंट कहां करना है इसकी सही जानकारी नहीं मिल पाती। एसआईपी मतलब सिस्टेमैटिक इन्वेस्टेमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) होता है। यानी तरीके से निवेश। SIP म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का एक स्मार्ट तरीका है। इसमें एक निश्चित रकम निवेश करते हैं, जिसमें हर महीने, हफ्ते निवेश कर सकते हैं। जैसे 1500 रुपये हर महीने के निश्चित तारीख को जमा करेंगे। एसआईपी एक साल से ऊपर किसी भी अवधि के लिए कराया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे इसमें निवेश की रकम पहले से ही तय हो जाती है। इसके बाद बदलाव नहीं होता।
मध्यमवर्गीय परिवारों से सामने बचत करना बड़ी समस्या होती है। बेटी के जन्म से ही एक माता-पिता को दहेज की चिंता होने लगती है साथ ही उसकी पढ़ाई लिखाई की भी,क्योकि आज के समय में हर मा-बाप अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देने का प्रयास करता है। लेकिन कई बार फिस ज्यादा होने जैसे कई कारण सामने आ जाते हैं जिससे उन्हें अपना हाथ खिंचना पड़ता है। लेकिन आप बचत करके सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन इससे भी बड़ी समस्या यह है कि बचत की गई राशि को निवेश कहां करें। क्योंकि गलत जगह पर किया गया निवेश कई बार फायदे की बजाए नुकसान कर सकता है। एेसे में आप SIP जो कि एेसी जगह है जहां निवेश करने पर आपको हर हाल में मुनाफा ही होगा। एसआईपी निवेश का एक एेसा साधन हैं जहां पर निवेशकों को कम से कम 12 से 15 फीसदी का रिटर्न मिलता है। हालांकि बेहतर रिटर्न के लिए अच्छी कंपनी का चयन बहुत जरूरी है। लेकिन सबसे पहले ये समझ लें कैसे निवेश करना है एसआईपी में…जैसे अगर आप आज से ही बचत कर निवेश शुरू कर दें। यदि आप एसआईपी में हर महीने 1500 रुपए का निवेश करते हैं तो 25 साल बाद आपको करीब 40 लाख रुपए मिलेंगे।
SIP क्या है और कैसे करें निवेश की लाखों का हो फयदा
नोएडा। बढ़ती मंहगाई के साथ ही भविष्य के लिए हर इंसान कुछ न कुछ बचत करने की सोचता है। इसके लिए कई जगह निवेश भी करता है। लेकिन आज बात करेंगे sip की यानी सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP (एसआईपी) की जहां, इन्वेस्ट करके निश्चित समय में लाखों कमा सकते हैं। इसलिए जानेंगे क्या है एसआईपी, कैसे एसआईपी में इन्वेस्ट करें, एसआईपी से क्या फायदा हैं। वैसे एसपाईपी में इन्वेस्टमेंट कर आप अपने और अपने परिवार, बच्चों की पढ़ाई, बेटियों की शादी जैसे कई आम चिंताओं से मुक्ति पा सकते हैं। क्योंकि SIP में पैसा निवेश करने के कुछ सालों बाद अच्छी खासी रकम मिल जाती है।
अक्सर लोग बचत के लिए इन्वेस्टमेंट की तो सोचते है लेकिन इन्वेस्टमेंट कहां करना है इसकी सही जानकारी नहीं मिल पाती। एसआईपी मतलब सिस्टेमैटिक इन्वेस्टेमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) होता है। यानी तरीके से निवेश। SIP म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का एक स्मार्ट तरीका है। इसमें एक निश्चित रकम निवेश करते हैं, जिसमें हर महीने, हफ्ते निवेश कर सकते हैं। जैसे 1500 रुपये हर महीने के निश्चित तारीख को जमा करेंगे। एसआईपी एक साल से ऊपर किसी भी अवधि के लिए कराया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे इसमें निवेश की रकम पहले से ही तय हो जाती है। इसके बाद बदलाव नहीं होता।
मध्यमवर्गीय परिवारों से सामने बचत करना बड़ी समस्या होती है। बेटी के जन्म से ही एक माता-पिता को दहेज की चिंता होने लगती है साथ ही उसकी पढ़ाई लिखाई की भी,क्योकि आज के समय में हर मा-बाप अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देने का प्रयास करता है। लेकिन कई बार फिस ज्यादा होने जैसे कई कारण सामने आ जाते हैं जिससे उन्हें अपना हाथ खिंचना पड़ता है। लेकिन आप बचत करके सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन इससे भी बड़ी समस्या यह है कि बचत की गई राशि को निवेश कहां करें। क्योंकि गलत जगह पर किया गया निवेश कई बार फायदे की बजाए नुकसान कर सकता है। एेसे में आप SIP जो कि एेसी जगह है जहां निवेश करने पर आपको हर हाल में मुनाफा ही होगा। एसआईपी निवेश का एक एेसा साधन हैं जहां पर निवेशकों को कम से कम 12 से 15 फीसदी का रिटर्न मिलता है। हालांकि बेहतर रिटर्न के लिए अच्छी कंपनी का चयन बहुत जरूरी है। लेकिन सबसे पहले ये समझ लें कैसे निवेश करना है एसआईपी में…जैसे अगर आप आज से ही बचत कर निवेश शुरू कर दें। यदि आप एसआईपी में हर महीने 1500 रुपए का निवेश करते हैं तो 25 साल बाद आपको करीब 40 लाख रुपए मिलेंगे।