विकल्प बाजार

निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने बताया कि बीमा नियामक की मंजूरी का इंतजार है. इसके बाद शेयर बिक्री के आकार का विवरण देने वाले दस्तावेजों का मसौदा दाखिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बॉर्ड (सेबी) की मंजूरी मिलने के बाद मार्च तक एलआईसी का आईपीओ बाजार में आ सकता है.
'शेयर बाजार में निवेश'
Rakesh Jhunjhunwala News: राकेश झुनझुनवाला के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बाद अब फोकस शेयर बाजार में उनकी शेयरों की हिस्सेदारी पर आ गया है. शेयर बाजार के निवेशक और विश्लेषक हमेशा उनके एक-एक दांव पर नजर रखते थे. अब स्पॉटलाइट शेयर बाजार में उनकी लगभग 4 बिलियन डॉलर या साढ़े तीन हजार करोड़ की स्टॉकहोल्डिंग पर है.
शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह निधन हो विकल्प बाजार गया. भारत के वारेन बफे कहे जाने झुनझुनवाला का ‘नेटवर्थ’ 5.8 अरब डॉलर (46,000 करोड़ रुपये) था. सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सुबह दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. वह अपने पीछे पत्नी और तीन विकल्प बाजार बच्चों को छोड़कर गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने आर्थिक जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. जानें- कैसे उन्होंने 5000 रुपए के निवेश से शुरुआत करके अपनी नेटवर्थ को 46 हजार करोड़ के पार पहुंचाया.
कॉल ऑप्शन क्या है?
कॉल विकल्प वे वित्तीय अनुबंध हैं जो व्यापारी को अधिकार प्रदान करते हैं, लेकिन नहींकर्तव्य निर्दिष्ट समय अवधि के भीतर एक निश्चित कीमत पर एक बांड, स्टॉक, कमोडिटी या कोई अन्य साधन या संपत्ति खरीदने के लिए।
इनबांड, स्टॉक, या वस्तुओं को के रूप में जाना जाता हैआधारभूत संपत्ति। आपको लाभ प्राप्त होता है यदि आपकाबुनियादी संपत्ति उनके मूल्य निर्धारण के मामले में वृद्धि।
कॉल विकल्पों की बारीकियां
स्टॉक पर विकल्प प्रदान करने के लिए, कॉल विकल्प ट्रेडर को किसी दिए गए मूल्य पर कंपनी के 100 शेयर खरीदने का अधिकार देता है, जिसे स्ट्राइक प्राइस कहा जाता है। हालाँकि, यह केवल एक विशिष्ट तिथि तक काम करता है, जिसे समाप्ति तिथि कहा जाता है।
उदाहरण के लिए, एक कॉल ऑप्शन अनुबंध के साथ, एक व्यापारी को टाटा कंपनी के 100 शेयर केवल 100 रुपये में खरीदने का अधिकार मिलता है, जो कि समाप्ति तिथि तक है, जो कि तीन महीने के भीतर है।
अब, एक ट्रेडर को चुनने के विकल्प बाजार लिए विभिन्न स्ट्राइक मूल्य और समाप्ति तिथियां मिलती हैं। विकल्प बाजार टाटा कंपनी के शेयरों के मूल्य बढ़ने के साथ, विकल्प अनुबंध की कीमत भी बढ़ जाती है और इसके विपरीत।
कॉल ऑप्शन ट्रेडर अनुबंध को समाप्त होने तक रख सकता है। और फिर, वे 100 स्टॉक शेयरों की डिलीवरी ले सकते हैं। यदि नहीं, तो वे मानक पर समाप्त होने से पहले किसी भी समय विकल्प अनुबंध बेच सकते हैंमंडी कीमत।
साप्ताहिक और मासिक कॉल विकल्प
हाल ही में,सेबी और एक्सचेंज वित्तीय बाजार में एक नया उत्पाद लेकर आए, जिसे साप्ताहिक विकल्प के रूप में जाना जाता है। वे विशेष रूप से के संबंध में हैंबैंक निफ्टी। हर हफ्ते एक्सपायरी लाकर ऑप्शन रिस्क को कम करने की धारणा है।
दूसरी ओर, मासिक कॉल विकल्प एक मुख्यधारा की कवर की गई कॉल रणनीति है जो महीने के प्रत्येक अंतिम गुरुवार को समाप्त होती है।
शेयर पुनर्खरीद पेशकश: सेबी का खुला बाजार विकल्प समाप्त करने का प्रस्ताव
नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने चरणबद्ध तरीके से खुले बाजार सौदों के जरिये शेयर पुनर्खरीद व्यवस्था को समाप्त करने के साथ-साथ समय अवधि कम करने का प्रस्ताव किया है। मौजूदा शेयर पुनर्खरीद प्रणाली विकल्प बाजार में खामियों को दूर करने के लिये यह कदम उठाया गया है।
साथ ही, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनियों के लिये अपने ‘फ्री रिजर्व’ यानी लाभांश के लिये उपलब्ध राशि से शेयर पुनर्खरीद को लेकर सीमा बढ़ाने, आमंत्रण आधार पर (टेंडर रूट) दो पुनर्खरीद के बीच अंतराल को कम करने और कराधान संबंधित कंपनियों के बजाय शेयर विकल्प बाजार की पेशकश करने वाले शेयरधारकों पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव किया है।
ये प्रस्ताव सेबी के परामर्श पत्र का हिस्सा विकल्प बाजार है। इसपर संबंधित पक्षों से एक दिसंबर तक सुझाव मांगे गये हैं।
शेयर पुनर्खरीद पेशकश: सेबी का खुला बाजार विकल्प समाप्त करने का प्रस्ताव
नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने चरणबद्ध तरीके से खुले बाजार सौदों के जरिये शेयर पुनर्खरीद व्यवस्था को समाप्त करने के साथ-साथ समय अवधि कम करने का प्रस्ताव किया है। मौजूदा शेयर पुनर्खरीद प्रणाली में खामियों को दूर करने के लिये यह कदम उठाया गया है।
साथ ही, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनियों के लिये अपने ‘फ्री रिजर्व’ यानी लाभांश के लिये उपलब्ध राशि से शेयर पुनर्खरीद को लेकर सीमा बढ़ाने, आमंत्रण आधार पर (टेंडर रूट) दो पुनर्खरीद के बीच अंतराल विकल्प बाजार को कम करने और कराधान संबंधित कंपनियों के बजाय शेयर की पेशकश करने वाले शेयरधारकों पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव किया है।
ये प्रस्ताव सेबी के परामर्श पत्र का हिस्सा विकल्प बाजार है। इसपर संबंधित पक्षों से एक दिसंबर तक सुझाव मांगे गये हैं।
विकल्प बाजार
17 नवंबर (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने चरणबद्ध तरीके से खुले बाजार सौदों के जरिये शेयर पुनर्खरीद व्यवस्था को समाप्त करने के साथ-साथ समय अवधि कम करने का प्रस्ताव किया है। मौजूदा शेयर पुनर्खरीद प्रणाली में खामियों को दूर करने के लिये यह कदम उठाया गया है।
साथ ही, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनियों के लिये अपने ‘फ्री रिजर्व’ यानी लाभांश के लिये उपलब्ध राशि से शेयर पुनर्खरीद को लेकर सीमा बढ़ाने, आमंत्रण आधार पर (टेंडर रूट) दो पुनर्खरीद के बीच अंतराल को कम विकल्प बाजार करने और कराधान संबंधित कंपनियों के बजाय शेयर की पेशकश करने वाले शेयरधारकों पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव किया है।
ये प्रस्ताव सेबी के परामर्श पत्र का हिस्सा है। इसपर संबंधित पक्षों से एक दिसंबर तक सुझाव मांगे गये हैं।
सेबी के अनुसार, पुनर्खरीद प्रक्रिया के लिये समय अवधि को अप्रैल, 2023 से कम कर 66 दिन किया जा सकता है। फिर से अप्रैल, 2024 से कम कर 22 कामकाजी दिवस किया जा सकता है। अंतत:, पुनर्खरीद प्रस्ताव के लिये खुली बाजार पेशकश व्यवस्था अप्रैल, 2025 से समाप्त की जा सकती है।