बाजार पोर्टफोलियो की मूल बातें

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग यानी स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए एक समय का निर्धारण किया गया है कोई भी स्टॉक ट्रेडर इसी समय में स्टाफ को खरीद और बेच सकता है. मार्केट की टाइमिंग कुछ इस तरह होते हैं:
Pre-Open Session: 09:00 AM – 09:15 AM.
Trading Session: 09:15 AM – 03:30 PM.
Closing session: 03:40 PM. – 04:00 PM
शनिवार, रविवार, और कुछ Holiday जो Advance में declear कर दी जाती हैं उनको छोड़ कर बाकी सभी दिन Stock Market खुली रहती है।
WIN DALAL STREET HINDI: शेयर बाजार को जीतने के लिए. भारतीय शेयर बाजार गाइड..हिंदी में
निवेश की मूल बातें
शेयर बाजार में परिचय
Intraday, व्यापार, निवेश, एफ एंड ओ, आईपीओ और भारतीय शेयर बाजार में प्रशिक्षण
ट्रेडिंग टिप्स और विश्लेषण, डो और क्या न करें
पोर्टफोलियो प्रबंधन
निवेश / ट्रेडिंग विचारों
इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए विस्तृत ट्रेडिंग गाइड
भविष्य-विकल्प कारोबार के लिए विस्तृत ट्रेडिंग गाइड
उदाहरण के साथ विभिन्न विकल्प रणनीतियाँ
तकनीकी चार्ट
भारतीय शेयर बाजा निवेश की मूल बातें
शेयर बाजार में परिचय
Intraday, व्यापार, निवेश, एफ एंड ओ, आईपीओ और भारतीय शेयर बाजार में प्रशिक्षण
ट्रेडिंग टिप्स और विश्लेषण, डो और क्या न करें
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भारतीय शेयर बाजारों में एफआईआई-DII जानते हैं, पैसे बहती
सेक्टर वार मार्गदर्शन
निफ्टी, सेंसेक्स, बैंक निफ्टी, मिडकैप, स्मॉलकैप सूचकांक
शेयर बाजार के नेताओं और उनके सुनहरे शब्द
बीएसई एनएसई ऐतिहासिक डेटा
शेयरों के बारे में सेक्टर वार विवरण
और भी कई विषयों को कवर कर रहे हैं .
सेबी का खुलासा, 5 विदेशी निवेशक ला रहे थे भारतीयों का कालाधन
- मुंबई,
- 13 फरवरी 2017,
- (अपडेटेड 13 फरवरी 2017, 8:34 PM IST)
विदेशों से काली कमाई को भारत लाने के लिए पी-नोट के जरिए निवेश की सुविधा का कथित तौर पर दुरुपयोग किए जाने के खिलाफ कार्रवाई में बाजार नियामक सेबी ने पांच बाजार पोर्टफोलियो की मूल बातें विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारतीय नागरिकों को पी-नोट जारी किए जाने के मामले पकड़े हैं. पी-नोट पंजीकृत निवेशकों द्वारा ऐसे विदेशी निवेशकों को जारी किए जाते हैं जो भारत में पंजीकरण कराने की जहमत से बचना चाहते है.
पी-नोट भारतीय बाजार की प्रतिभूतियों के आधार पर विदेश में जारी किए जाते हैं. इसके अलावा भारत में पंजीकृत चार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने ऐसे विदेशी नागरिकों को पी-नोट जारी किए हैं जिनके नाम भारतीय जैसे लगते हैं. सेबी ने उनसे पूछा है कि वे प्रवासी भारतीय (एनआरआई) या भारतीय मूल के विदेशी नागरिक पीआईओ तो नहीं हैं. सेबी इसका ब्योरा मिलने के बाद इस मामले में आगे कार्रवाई करेगा.
स्टॉक्स में Investment क्यो करें? फायदे और नुक्सान क्या है?
Stock Market में निवेश करना थोडा सा जोखिम भरा होता है. स्टॉक की सही जानकारी और प्लानिंग नहीं होने पर कई लोगों को इसमें पैसे का नुकसान भी होता है. लेकिन यदि आप किसी कंपनी के स्टॉक के सही रिसर्च करते हैं तो आप Stock Market में अच्छा प्रोफिट कमा सकते हैं.
Stock Market ट्रेडिंग में नुकसान में के साथ अच्छा Profit और बहुत सारे फायदे भी है. क्योंकि शेयरों में निवेश से Interest भी बाकी Investment ऑप्शन से ज्यादा मिलता है। इसी वजह से ये आपको मुद्रास्फीति से भी secure करता है.
आप किसी भी कंपनी के स्टॉक में Invest करके आप उस कंपनी के Profit के हिस्से के मालिक बन सकते हैं, और जब भी आपको लगे कि मुझे यह स्टॉप भेज देना चाहिए बाजार पोर्टफोलियो की मूल बातें तो आप स्टॉक ट्रेडिंग के माध्यम से उस व स्टाफ को बेचकर और भी अच्छे पैसे कमा सकते हैं
शेयर मी निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
ट्रेडिंग करने के लिए आपको बाजार पोर्टफोलियो की मूल बातें ज्यादा हाई Amount की जरूरत नहीं पड़ती आप छोटे-छोटे निवेश करके शेयर खरीद सकते हैं और उसे लंबे समय बाद उसे Sell कर सकते हैं. लेकिन यह कुछ बातें हैं जो शेर में Invest करते समय हमें ध्यान रखना चाहिए
- छोटे Amount और बेसिक्स से शुरू करें करे
- Stock Market के बारे में पढ़ते रहे, खुद को शिक्षित करते रहें
- आप कितना रिस्क ले सकते हैं, इस्को एनालिसिस करें
- अपने वित्तीय लक्ष्य को जाने
- ज़्यादा लालची ना बने। सोच समझ कर निवेश करें और अपना फैसला खुद लें। लोगो की देखा देखा में निवेश ना करें।
- हां, अगर आपकी रिसर्च और एजुकेशन भी आप को वही Invest करने के लिए कहती है जहां दुनिया इनवेस्ट कर रही है, तो बेसक इनवेस्ट करे
- अपने खारचो को देख कर ही Invest करें
- रिस्क होगा ही होगा, इस बात को हमा ध्यान में रखा
- अलग अलग कंपनियां और उद्योग में निवेश करे। अगर एक जग से आपको उद्योग से नुकसान होता है तो ये विविधीकरण कुछ ना कुछ लाभ आपको करवा सकता है। अपना पोर्टफोलियो करने से आपको जोखिम भी कम होगा
शेयर बाजार
सेबी से पंजीकृत भारतीय रिसर्च एनालिस्ट महेश कौशिक से हिन्दी में सीखिये शेयर बाजार के गुर व हर सप्ताह पाईये फ्री शेयर टिप लोंग टर्म निवेश के लिये सेबी पंजीकरण क्रमांक:-INH 100000908 Registered under SEBI(RESEARCH ANALYSTS) REGULATIONS, 2014
इन तीन सप्ताह में नियमानुसार प्रत्येक बुधवार को नये लिये गये शेयर
Date 25 April 2018
Avanti Feeds के तीन शेयर 2434.65 के भाव पर लिये ब्रोकेरेज सहित कुल 7359.98 का निवेश हुआ
Date 2 May 2018
SKF India के 4 शेयर 1887.95 के भाव पर लिये ब्रोकेरेज सहित कुल 7610.64 का निवेश हुआ
Date 9 May 2018
Inox Laser के 22 शेयर 293.95 के भाव पर लिये ब्रोकेरेज सहित कुल 6517.04 का निवेश हुआ
कंपाउंडिंग क्या है? –
सरल शब्दों में, कंपाउंडिंग का मतलब है पैसे से पैसा कमाना। इसका मतलब है जब आप शेयर बाजार, ट्रेडिंग या बॉन्ड और किसी अन्य फंड में पैसा लगाते हैं। फिर आप ब्याज, लाभ, या लाभांश के रूप में धन प्राप्त कर सकते हैं, फिर उस धन को स्टॉक, ट्रेड या किसी अन्य स्थान पर पुनर्निवेशित कर सकते हैं जहाँ आप लाभ कमा सकते हैं, और इसी तरह। – अक्सर निवेश करते हैं, और इस प्रक्रिया को कंपाउंडिंग कहा जाता है।
एक उदाहरण पर नजर डालते हैं – आपने शेयर खरीदने में Rs.1000 का निवेश किया और उसके बाद, आपको स्टॉक पर 15% वार्षिक लाभांश (हर तिमाही में 3.75%) मिलता है। आपके निवेशित शेयर का मूल्य भी एक वर्ष में 15% बढ़ जाता है। फिर शेयरों पर अर्जित कुल लाभ Rs.300 है और कुल पूंजी Rs.1300 है।
तो दूसरे वर्ष, आपको मुख्य पोर्टफोलियो में अर्जित लाभ को पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता है ताकि यह अधिक ब्याज या लाभांश का उत्पादन करे, जिसे आपको अधिक ब्याज या लाभांश अर्जित करने के लिए मुख्य पोर्टफोलियो में पुनर्निवेश करने की आवश्यकता है। तो, अधिक ब्याज या लाभांश प्राप्त होता है, और चक्र हर साल दोहराता है।