Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख

पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक, बिटकॉइन की कानूनी मान्यता को लेकर किया गया ट्वीट, सोशल मीडिया यूजर्स ने लिए मजे
पीएमओ ने जानकारी दी है कि ट्विटर के सामने इस मामले को उठाए जाने के बाद अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल रविवार को कुछ समय के लिए हैक कर लिया गया.
PM Modi Twitter Account Hack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल रविवार को कुछ समय के लिए हैक कर लिया गया. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने रविवार सुबह ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी. इस दौरान हैकर्स ने पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया, जिसमें यह दावा किया गया कि भारत ने बिटकॉइन को आधिकारिक रूप से कानूनी मान्यता दे दी है. हालांकि बाद में पीएमओ ने जानकारी दी कि ट्विटर के सामने इस मामले को उठाए जाने के बाद अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया.
पीएमओ इंडिया का ट्वीट
पीएमओ इंडिया ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था. मामले को ट्विटर के समक्ष उठाया गया और अकाउंट को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया. अकाउंट के कुछ समय तक हैक रहने के दौरान साझा किए गए किसी भी ट्वीट को नजरअंदाज किया जाए.’’ अकाउंट अब बहाल कर दिया गया है और इस दौरान किए गए ट्वीट हटा दिए गए हैं.
The Twitter handle of PM @narendramodi was very briefly compromised. The matter was escalated to Twitter and the account has been immediately secured.
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In the brief period that the account was compromised, any Tweet shared must be ignored.
— PMO India (@PMOIndia) December 11, 2021
ट्वीट में यह भी दावा किया गया कि भारत ने आधिकारिक तौर पर 500 बीटीसी खरीद लिए हैं और उन्हें अपने Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख निवासियों के बीच वितरित कर रहा है. इसके साथ एक लिंक भी साझा किया गया. कई यूजर्स ने कहा कि अकाउंट हैक हो गया है. बता दें कि भारत ने क्रिप्टोकरेंसी पर कड़ा रुख अपनाया है. केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश कर सकती है. सरकार का कहना है कि इसका इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ लुभाने और आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है.
ट्विटर यूजर्स ने ली चुटकी
इस दौरान कई नेताओं और ट्विटर यूजर्स ने इस मामले पर Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख चुटकी ली. भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने ट्वीट करते हुए लिखा है, “गुड मॉर्निंग मोदी जी, सब चंगा सी?”
इसी तरह, राजनीतिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला ने भी ट्विटर के ज़रिए इस मामले पर चुटकी ली है. उन्होंने लिखा, “क्या माननीय पीएम श्री #NarendraModi जी का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया था? और #Bitcoin का वादा !!”
Was the Twitter account of the Hon’ble PM shri #NarendraModi ji hacked? And promise of #Bitcoin !! pic.twitter.com/uz1U2IAJaZ
— Tehseen Poonawalla Official . (@tehseenp) December 11, 2021
इसके पहले, सितंबर 2020 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट और मोबाइल ऐप से लिंक्ड ट्विटर अकाउंट को एक अज्ञात समूह द्वारा हैक कर लिया गया था.
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cryptocurrency क्या है? जानिए क्रिप्टो करेंसी की पूरी जानकारी | what is cryptocurrency in hindi
what is cryptocurrency in hindi (cryptocurrency क्या है?) ये सवाल आज हर उस व्यक्ति के मन में है जो ऑनलाइन तेजी से पैसा कमाना चाहता है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी इस समय का सबसे बड़ा मुद्दा बनी हुई है। जहां दुनिया भर में cryptocurrency की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है वहीं हमारे Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख देश भारत में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। आज हर कोई क्रिप्टो करेंसी की पूरी जानकारी लेना चाहता है। आज हम आपको बताएँगे आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है और cryptocurrency किस तरह काम करती है?
cryptocurrency क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल करेंसी है। इसे डिजिटल करेंसी भी कहा Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख जाता है। cryptocurrency का पूरा कारोबार ऑनलाइन के माध्यम से किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी एक वित्तीय लेन-देन का जरिया है जो बिल्कुल रुपये या डॉलर के समान ही होता है। बस अंतर सिर्फ इतना है कि यह वर्चुअल यानी आभाषी होता है जो और दिखाई नहीं देती और इसे न ही आप छू सकते हैं। क्रिप्टोकरंसी एक तरह की प्राइवेट करेंसी है जिसे कोई सेंट्रल बैंक या सरकार नियंत्रित नहीं करते हैं।
क्रिप्टो करेंसी की पूरी जानकारी
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जिसे आप नोट या सिक्के की तरह अपने हाथ में ले नहीं सकते। cryptocurrency का कोई फिजिकल एग्जीस्टेंस नहीं होता है। यह वर्चुअल होती है और डिजिटल एसेट्स के रूप में मौजूद होती है। इसे क्रिप्टोग्राफी के जरिये सेक्योर किया जाता है। प्रत्येक क्रिप्टोकरेंसी एक यूनिक प्रोग्राम के कोड से बनाई जाती है। इसीलिए क्रिप्टोकरेंसी की पूरी की पूरी कॉपी बना लेना तकरीबन नामुमकिन होता है। आइये जानते है क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency क्या है?) से सम्बंधित कुछ अन्य जानकारी।
क्रिप्टो करेंसी की पूरी जानकारी
cryptocurrency का मतलब क्या है?
Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना है। इसमें पहला Crypto और दूसरा शब्द currency है। Crypto एक लैटिन भाषा का शब्द है जो की cryptography से बना है और जिसका हिंदी अर्थ होता है छुपा हुआ। Currency शब्द भी लैटिन भाषा के currentia से ईजाद हुआ है और इसे रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तो क्रिप्टोकरेंसी का पूरा मतलब हुआ छुपा हुआ पैसा या गुप्त पैसा जिसे हम डिजिटल रुपया भी कह सकते है।
किसने बनाई cryptocurrency?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को 2009 में सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने शुरू किया था। लेकिन इससे पहले भी कई देशों और कई बड़े निवेशकों ने डिजिटल मुद्रा के क्षेत्र में पहले भी काम किया था। आपको बता दें कि यूएस ने 1996 में मुख्य इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया था। यह ऐसा गोल्ड था जिसे रखा नहीं जा सकता था लेकिन इससे दूसरी चीजें खरीदी जा सकती थीं। इसे 2008 में बैन कर दिया गया। सन 2000 में नीदरलैंड ने पेट्रोल भरने के लिए कैश को स्मार्ट कार्ड से जोड़ा था।
कैसे खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी?
वैसे तो Cryptocurrency को खरीदने के दो प्रमुख तरीके है। लेकिन भारत सहित आज पूरे विश्व में सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। आपको बता दें कि पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। अगर हम भारत की अगर बात करें तो भारत में लोकल के साथ साथ अनेकों अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म भी मौजूद हैं जहाँ से आप आसानी से Cryptocurrency में निवेश कर सकते है।
कितने की Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख तरह होती हैं क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है (what is cryptocurrency in hindi) के बाद अब दिमाग में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि डिजिटल रूप में कितने की तरह होती हैं क्रिप्टोकरेंसी? तो आपको बता दें कि दुनिआ में कुल 1800 से ज्यादा क्रिप्टो मुद्राएं उपलब्ध हैं। जिनमे से कुछ प्रमुख निम्नलिखित है।
क्रिप्टो करेंसी में कैसे होता है लेनदेन?
क्रिप्टो करेंसी में ब्लॉकचेन का इस्तेमाल होता है। मतलब जब भी क्रिप्टो करेंसी में कोई लेन-देन होता है तो इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है और उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है। cryptocurrency इनक्रिप्टेड यानि कोडेड होती हैं और इसका रिकॉर्ड क्रिप्टोग्राफी की मदद से नियंत्रित किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में प्रत्येक लेन-देन एक डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा सत्यापित किया जाता है। इसे एक कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए नियंत्रित किया जाता है।
भारत के टॉप क्रिप्टो एक्सचेंज!
भारत में क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। भारत में सबसे खास बात यह है कि ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज खरीदारी के लिए चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। शुरुआत में ये क्रिप्टो एक्सचेंज आपको cryptocurrency क्या है? समझने में भी हेल्प भी करते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदना-बेचना काफी आसान है।
- CoinDCX
- Coinswitch
- WazirX
- Kuber
- Coinbase
- Binance
क्रिप्टोकरेंसी पर भारत सरकार का रुख!
आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इस समय भारत में कोई कानून नहीं है। भारत में न ही cryptocurrency का कोई रेगुलेशन सिस्टम है। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 नवंबर को क्रिप्टो करेंसी पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहले ही कह चुकी है कि उन्हें क्रिप्टो करेंसी विधेयक पर मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार है। इससे यही संकेत मिलता है कि सरकार जल्द ही इसपर कोई टफ रेगुलेटरी स्टेप ले सकती है।
FAQs: cryptocurrency क्या है?
Q: क्रिप्टोकरेंसी क्या होती है?
Ans: क्रिप्टो करेंसी वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। यह एक आभाषी करेंसी होती है जो दिखाई नहीं देती और न ही इसे आप इसे छू सकते हैं। इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं क्योकि इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन माध्यम से ही होता है।
Q: क्रिप्टोकरेंसी को कौन संचालित करता है?
Ans: क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार में कोई मध्यस्थ नहीं होता है। इसे एक नेटवर्क द्वारा ऑनलाइन संचालित किया जाता है। इसके अनियमित होने का यही एक प्रमुख कारण है।
Q: दुनियां की सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी कौन सी है?
Ans: बिटक्वाइन(Bitcoin) वर्तमान में दुनिया की सबसे ज्यादा मूल्यवान और सबसे अधिक लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी है।
Q: दुनियां की टॉप डिजिटल मुद्रा कौन हैं?
Ans: दुनियां की टॉप 5 डिजिटल मुद्रा में बिटक्वाइन, इथेरियम, पोल्काडॉट, टेथर, लाइटक्वाइन, डॉजक्वाइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं।
Q: क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन में टेक्नोलॉजी का स्तेमाल किया जाता है?
Ans: क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।
क्रिप्टोकरंसी बिल के बारे में यहां पढ़ें सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी
क्रिप्टोकरंसी और विनियमन के संबंध में भारत सरकार का आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 जिसे क्रिप्टो बिल के रूप में भी जाना जाता है, अब भारतीय संसद के मानसून सत्र में प्रस्तुत किए जाने के लिए तैयार है. इस आर्टिकल में पढ़ें क्रिप्टोकरंसी के बारे में सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी.
क्रिप्टोकरंसी और विनियमन के लिए, आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 जिसे क्रिप्टो बिल के रूप में भी जाना जाता है, अब 19 जुलाई, 2021 से शुरू होने वाले भारतीय संसद के मानसून सत्र में प्रस्तुत होने के लिए तैयार है.
क्रिप्टोकरंसी और विनियमन के लिए आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 का क्या है?
• क्रिप्टोकरंसी और विनियमन के लिए आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 जिसे क्रिप्टो बिल के रूप में भी जाना जाता है, भारत में क्रिप्टोकरंसी के Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख विनियमन के लिए एक नया बिल था जिसके माध्यम से भारत में निजी क्रिप्टोकरंसी पर प्रतिबंध लगाने और एक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण की सुविधा प्रदान करने का सुझाव दिया था.
• इससे पूर्व, यह विधेयक भारतीय संसद के बजट सत्र में पेश किया जाना था.
क्रिप्टोकरंसी बिल, 2021 के उद्देश्य
- लोकसभा द्वारा जारी संसदीय मामलों से संबंधित बुलेटिन के अनुसार, आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोकरंसी और विनियमन के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
(i) भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण के लिए एक सुविधाजनक ढांचा तैयार करना.
(ii) भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरंसी को प्रतिबंधित करना.
(iii) क्रिप्टोकरंसी और इसके उपयोग की अंतर्निहित तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कुछ अपवादों को अनुमति प्रदान करना.
क्रिप्टोकरंसी पर भारत सरकार का रुख
• भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 31 मई, 2021 को यह घोषणा की थी कि, भारत के विभिन्न बैंक नियमित सावधानी के साथ क्रिप्टोकरंसी लेनदेन की अनुमति देंगे. इस केंद्रीय बैंक ने वर्ष, 2018 में जारी उस सर्कुलर को भी रद्द कर दिया था, जिसमें बैंकों से क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज की सुविधा नहीं देने को कहा गया था.
• हालांकि, भारत सरकार ने अभी तक क्रिप्टोकरंसी पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह कहा है कि, भारत सरकार भारत में क्रिप्टोकरंसी के लिए 'कैलिब्रेटेड' की सम्भावना तलाश कर रही है.
भारत में क्रिप्टोकरंसी बाजार
• ब्लॉकचेन डाटा कंपनी चैनालिसिस, इंडिया के अनुसार, भारत में अप्रैल, 2020 के 923 मिलियन डॉलर से लेकर मई, 2021 में 6.6 बिलियन डॉलर तक के कुल निवेश में 600 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
• इस कंपनी ने जून, 2021 में यह कहा था कि, भारत 241 मिलियन डॉलर के कुल बिटकॉइन निवेश लाभ के साथ 18वें स्थान पर है.
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Cryptocurrency बढ़िया या खराब? नहीं कर पा रहे तय तो जानिए प्रमुख देशों और बैंकों का क्या है रुख
नई दिल्ली: अमेरिका (US) अब (cryptocurrency) को लेकर निर्णायक मोड में पहुंचता दिख रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बुधवार को राजस्व विभाग, वाणिज्य विभाग और अन्य प्रमुख एजेंसीज को एक आदेश जारी किया। इस आदेश में क्रिप्टोकरेंसी की भूमिका की जांच की बात कही गई। साथ ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (US CBDC) लाने के फायदे और नुकसानों का अनुमान लगाने के लिए भी कहा गया है। भारत की बात करें तो यहां एक फरवरी को पेश हुए देश के केंद्रीय बजट में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDAs) के ट्रांसफर से प्राप्त आय पर 30 फीसद टैक्स लगाने और 1 फीसद टीडीएस काटने का प्रस्ताव लाया गया। दिलचस्प बात यह है कि इसके बावजूद क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतों में उछाल आया है और क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स पर इन्वेस्टर्स साइन-अप्स में 30 से 50 फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिली है। ट्रांजेक्शंस वॉल्यूम्स में भी इजाफा हुआ है।
बैंकों को यह है डर
सीबीडीसी सीमित डिफ़ॉल्ट जोखिम के साथ लीगल टेंडर का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए व्यक्ति सीधे केंद्रीय बैंक से डील करने में खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे। ऐसे में वे बैंक जमाओं की बजाए डिजिटल मुद्रा में निवेश करना पसंद कर सकते हैं। इससे बैंकों की बैलेंस शीट और उधार देने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। यह मानते हुए कि CBDC ब्लॉकचेन-समर्थित है, बैंकों को और नुकसान होगा, क्योंकि डिजिटल मुद्रा प्रणाली चौबीसों घंटे, तेज गति से, अधिक सुरक्षित रूप से, विस्तृत दस्तावेज़ जाँच की आवश्यकता के बिना और संक्षिप्त अनुमोदन श्रृंखला के साथ काम करेगी। दूसरी तरफ नकदी की छपाई, परिवहन, भंडारण और वितरण के लिए किए गए खर्च पर विचार करें तो डिजिटल मुद्रा के उपयोग से केंद्रीय बैंक को 15% की बचत होगी।
लोगों को लग रहा लीगल होगी क्रिप्टोकरेंसी
भारत में 1.5 करोड़ क्रिप्टो निवेशक (Crypto Investors) शायद क्रिप्टोकरेंसी को एक परिसंपत्ति वर्ग (asset class) की मुख्यधारा के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने भारत सरकार के कदमों की व्याख्या क्रिप्टो व्यापार के एक अनकहे समर्थन के रूप में की है। वहीं, अधिक जानकार निवेशक अपने निवेश दांवों की हेजिंग कर रहे हैं। हालांकि, हाल के हफ्तों में भारी संख्या में छोटे निवेशक क्रिप्टो बाजार में आए हैं। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो की दशमलव इकाइयों में ट्रेडिंग छोटे निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। क्रिप्टो बाजारों के लिए यहां और विदेशों में एक्सचेंजों के बीच होने वाली कीमत की मध्यस्थता एक वास्तविकता है। एक्सचेंज चेहरे की पहचान, पहचान प्रमाण और सत्यापन की प्रक्रियाओं को लागू कर रहे हैं। अब इन्हें कर संबंधी पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा।
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क्या ब्लॉकचेन पर आधारित होगी सीबीडीसी
ज्यादातर लोगों ने माना है कि सीबीडीसी ब्लॉकचेन (Blockchain) तकनीक पर आधारित होगी। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि शायद यहां कुछ अलग हो सकता है, क्योंकि ब्लॉकचेन का उपयोग करते समय बिजली की खपत बहुत अधिक है और जब लेनदेन की मात्रा प्रति घंटे लाखों में हो, तो गति भी अपर्याप्त हो सकती है।
भारत में हो सकेगी करेंसी की माइनिंग?
भारत सरकार का रूख यह है कि किसी इंडिविजुअल द्वारा करेंसी की माइनिंग (Mining of Currency) करना एक अवैध कार्य है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सीबीडीसी और विशेषज्ञों का एक कार्यकारी समूह लाने की घोषणा की है, ताकि सरकार को यह निर्णय लेने में मदद मिल सके कि अन्य आभासी मुद्राओं पर प्रतिबंध लगाया जाए या नहीं। वहीं, आर्थिक मामलों के सचिव ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि एक स्थायी पॉलिसी रेस्पांस के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता होती है, क्योंकि अन्य आभासी मुद्राओं पर प्रतिबंध लगाने से पी 2 पी (पीयर-टू-पीयर) लेनदेन या विदेशों में होस्ट की गई वेबसाइटों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) के जोरदार विरोध की पृष्ठभूमि के बीच सरकार को जल्द ही भारत की क्रिप्टो पॉलिसीज घोषित करनी होगी।
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