क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाए?

भविष्य के लिए अच्छा निवेश

भविष्य के लिए अच्छा निवेश
इन 3 स्कीमों में करेंगे निवेश, तो जिंदगीभर ऐश करेंगे आपके बच्चे

इन 3 स्कीमों में करेंगे निवेश, तो जिंदगीभर ऐश करेंगे आपके बच्चे

बच्चों का भविष्य वित्तीय रूप से सुरक्षित करना जरूरी है ताकि आने वाले समय में उनकी जरूरतों को पूरा किया जा सके। बच्चों के लिए निवेश करने में बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। इसीलिए, आज हम आपको कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में बताने जा रहा हैं, जहां आप उनके लिए बचत कर सकते हैं।

invest in these 3 schemes for the better future of your children

इन 3 स्कीमों में करेंगे निवेश, तो जिंदगीभर ऐश करेंगे आपके बच्चे

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

-ppf

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) के जरिए आप बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं। PPF भी पारंपरिक और लोकप्रिय निवेश के माध्यम हैं। बच्चों के नाम पर पीपीएफ खाता उनके माता, पिता ही खुलवा सकते हैं। 18 साल से कम उम्र के बच्चों के पीपीएफ अकाउंट खोले जा सकते हैं। पीपीएफ पर मौजूदा ब्याज दर 7.1 फीसदी है। पीपीएफ खाते का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है। साल भर में इसमें 1.50 लाख रुपए का निवेश किया जा सकता है। अगर आप 1.50 लाख रुपए से अधिक का निवेश करते हैं तो उस रकम पर आपको ब्याज नहीं मिलता है। अगर आपके दो बच्चे हैं तो अलग-अलग पीपीएफ खाता खोलकर 3 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है। 15 साल के बाद आप खाते से पूरी रकम एक साथ निकाल सकते हैं। इसके बाद 5-5 साल के लिए इसे बढ़ाया जा सकता है।

इक्विटी म्यूचुअल फंड (ETF)

-etf

इक्विटी म्यूचुअल फंड (ETF) किसी भी अन्य निवेश विकल्प के मुकाबले लॉन्ग टर्म में ज्यादा रिटर्न दे सकता है। म्यूचुअल फंड में आप सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए किस्तों में निवेश कर सकते हैं। अगर आप प्रोफेशनल वित्तीय सलाहकार की मदद लें तो म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि में निवेश से बेहतर मुनाफा की संभावना बढ़ जाती है। बच्चे की जरूरत के लिए अगर 10 साल बाद पैसों की जरूरत है तो बेहतर है कि निवेश लार्जकैप फंडों में किया जाए।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

-ssy

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत, 10 साल तक की उम्र तक किसी भी लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक यह खाता खोल सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना खाता किसी भी सरकारी बैंक और पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है। अभी इस भविष्य के लिए अच्छा निवेश पर ब्याज दर 7.6 फीसदी है। सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना कम से कम 250 रुपए जमा किए जा सकते हैं। योजना के तहत सालाना अधिकतम 1.50 लाख रुपए जमा किया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी लिया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलने के दिन से 15 साल पूरा होने तक निवेश करना होता है लेकिन यह खाता 21 साल पूरा होने पर मैच्योर होता है। खाते के 15 साल पूरा होने के बाद से 21 साल तक खाते में उस समय के तय ब्याज दर के हिसाब से पैसा जुड़ता रहेगा।

महिलाओं के लिए इनवेस्टमेंट टिप्स: अपने बचत के पैसों को कहां निवेश करें, जिससे मिले अच्छा रिटर्न और सुरक्षित भविष्य

पैसे कमाने के कई रास्ते हो सकते हैं, लेकिन एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि इसका कोई शॉर्टकट नहीं होता। इसलिए अपनी पहली नौकरी शुरू करने के साथ ही निवेश के बारे में भविष्य के लिए अच्छा निवेश सोचना चाहिए। अगर आप होम मेकर हैं तो शादी के बाद आपको बचत और निवेश शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि यही वो वक्त होता है जब खर्च के बाद आपके हाथ में कुछ पैसे बचते हैं। इस वक्त शुरू किया गया निवेश आपका और आपके पार्टनर का भविष्य सुरक्षित बना सकता है। इसलिए हम यहां इन्वे‍स्टमेंट के वो तरीके बता रहे हैं जो 20-35 साल की महिलाएं अपना सकती हैं.

1. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

चाहे आप कामकाजी महिला हों या होम मेकर, पब्लिक प्रोविडेंट फंड आपके लिए निवेश का अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें 15 साल तक निवेश करना होता है जिस पर सरकार 7.1% की ब्याज देती है। सालाना निवेश की राशि 500 से 1.5 लाख रुपए तक हो सकती है। इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक में खोला जा सकता है। इतना ही नहीं, इसमें निवेश की रकम पर टैक्स छूट भी ली जा सकती है। इसके अलावा इसमें मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स छूट मिलती है।

एक उदाहरण के जरिए इसके फायदे समझने की कोशिश करते हैं। अगर आप PPF खाते में हर महीने 5 हजार रुपए 15 साल तक जमा करती हैं। कुल जमा राशि होगी 9 लाख रुपए। इस पर 7.1% की दर से 7.27 लाख रुपए ब्याज मिलेगा। इस तरह मेच्योरिटी के बाद आपको कुल 16.27 लाख रुपए मिलेंगे।

2. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट सबसे सुरक्षित निवेश की स्कीम में से एक है। इसमें आप एक निश्चित रकम एक निश्चित समय के लिए निवेश कर सकती हैं। जिस पर 8% की दर से ब्याज मिलता है। स्कीम मेच्योर होने के बाद आपको पूरा पैसा मिल जाता है। ये स्कीम महिलाओं के लिए इसलिए अच्छी है क्योंकि एक निश्चित समय में आपकी बचत ब्याज समेत वापस मिल जाती है।

एक उदाहरण से समझते हैं। अगर आपने 1 लाख रुपए का नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पांच साल के लिए बनवाया तो मेच्योरिटी के बाद आपको 1.46 लाख रुपए मिलेंगे। साथ ही आप इनकम टैक्स सेविंग भी कर सकती हैं।

3. बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम (FD)

फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम निवेश के साथ-साथ सेविंग का भी एक अच्छा विकल्प है। इसमें आपके खर्च के बाद जो भी रकम बचती है, उसकी आप FD करवा सकती हैं। अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग दर से ब्याज मिलता है। जरूरत पड़ने पर मेच्योरिटी से पहले भी एफडी तोड़ी जा सकती है। इसे किसी भी बैंक में खोला जा सकता है।

उदाहरण से समझते हैं। अगर आपने 5 साल के लिए 1 लाख रुपए की एफडी करवाई है, तो 6.5% की सालाना ब्याज दर से आपको पांच साल बाद 1.38 लाख रुपए मिलेंगे। ये निवेश का सुरक्षित विकल्प है।

4. म्यूचुअल फंड्स

अब बात करते हैं निवेश के एक ऐसे विकल्प की जिसमें थोड़ा रिस्क है, लेकिन रिटर्न भी ज्यादा है। म्यूचुअल फंड शेयर बाजार में सीधा निवेश नहीं होता। इसमें आप फंड मैनेजर के जरिए निवेश करती हैं। आप सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए थोड़ा-थोड़ा पैसा भी म्यूचुअल फंड में डाल सकती हैं। आप अपने मोबाइल पर ऐप्लिकेशन डाउनलोड करके म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकती हैं।

इस निवेश पर होने वाले प्रॉफिट में से म्यूचुअल फंड कंपनी अपनी फीस काट कर बाकी रकम आपको दे देती है। म्यूचुअल फंड्स की कई अलग-अलग स्कीम्स मार्केट में उपलब्ध हैं, जैसे- डेब्ट फंड्स, इक्विटी फंड्स, बैलेंस्ड फंड्स आदि। म्यूचुअल फंड में होने वाला लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स फ्री होता है। इसमें आपको इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है।

5. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड

सोने में निवेश के कई विकल्प हो सकते हैं। मसलन- गहने, सोने के सिक्के, गोल्ड बुलियंस वगैरह। लेकिन इन सबमें सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड। इस सरकारी स्कीम में निवेश से रिस्क बेहद कम हो जाता है और बेफिक्र होकर रिटर्न हासिल कर सकती हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को रिजर्व बैंक जारी करता है इसलिए इसकी शुद्धता को लेकर कोई झंझट नहीं होता।

गोल्ड बॉन्ड पर आपको सालाना 2.50% ब्याज मिलता है। गोल्ड बॉन्ड के मेच्योर होने पर उस वक्त बाजार में सोने की जो कीमत होती है, उस पर आप बेच सकती हैं। इसकी खासियत ये है कि फिजिकल सोने की तरह इसके स्टोरेज की चिंता नहीं करनी होती।

इन 3 स्कीमों में करेंगे निवेश, तो जिंदगीभर ऐश करेंगे आपके बच्चे

बच्चों का भविष्य वित्तीय रूप से सुरक्षित करना जरूरी है ताकि आने वाले समय में उनकी जरूरतों को पूरा किया जा सके। बच्चों के लिए निवेश करने में बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। इसीलिए, आज हम आपको कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में बताने जा रहा हैं, जहां आप उनके लिए बचत कर सकते हैं।

invest in these 3 schemes for the better future of your children

इन 3 स्कीमों में करेंगे निवेश, तो जिंदगीभर ऐश करेंगे आपके बच्चे

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)

-ppf

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) के जरिए आप बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं। PPF भी पारंपरिक और लोकप्रिय निवेश के माध्यम हैं। बच्चों के नाम पर पीपीएफ खाता उनके माता, पिता ही खुलवा सकते हैं। 18 साल से कम उम्र के बच्चों के पीपीएफ अकाउंट खोले जा सकते हैं। पीपीएफ पर मौजूदा ब्याज दर 7.1 फीसदी है। पीपीएफ खाते का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल भविष्य के लिए अच्छा निवेश है। साल भर में इसमें 1.50 लाख रुपए का निवेश किया जा सकता है। अगर आप 1.50 लाख रुपए से अधिक का निवेश करते हैं तो उस रकम पर आपको ब्याज नहीं मिलता है। अगर आपके दो बच्चे हैं तो अलग-अलग पीपीएफ खाता खोलकर 3 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है। 15 साल के बाद आप खाते से पूरी रकम एक साथ निकाल सकते हैं। इसके बाद 5-5 साल के लिए इसे बढ़ाया जा सकता है।

इक्विटी म्यूचुअल फंड (ETF)

-etf

इक्विटी म्यूचुअल फंड (ETF) किसी भी अन्य निवेश विकल्प के मुकाबले लॉन्ग टर्म में ज्यादा रिटर्न दे सकता है। भविष्य के लिए अच्छा निवेश म्यूचुअल फंड में आप सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए किस्तों में निवेश कर सकते हैं। अगर आप प्रोफेशनल वित्तीय सलाहकार की मदद लें तो म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि में निवेश से बेहतर मुनाफा की संभावना बढ़ जाती है। बच्चे की जरूरत के लिए अगर 10 साल बाद पैसों की जरूरत है तो बेहतर है कि निवेश लार्जकैप फंडों में किया जाए।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

-ssy

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत, 10 साल तक की उम्र तक किसी भी लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक यह खाता खोल सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना खाता किसी भी सरकारी बैंक और पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है। अभी इस पर ब्याज दर 7.6 फीसदी है। सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना कम से कम 250 रुपए जमा किए जा सकते हैं। योजना के तहत सालाना अधिकतम 1.50 लाख रुपए जमा किया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी लिया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलने के दिन से 15 साल पूरा होने तक निवेश करना होता है लेकिन यह खाता 21 साल पूरा होने पर मैच्योर होता है। खाते के 15 साल पूरा होने के बाद से 21 साल तक खाते में उस समय के तय ब्याज दर के हिसाब से पैसा जुड़ता रहेगा।

निवेश के ये तरीके अपनाएंगे तो सुरक्षित होगा बच्चे का भविष्य

कर्इ बार बच्चे की बर्थडे पार्टी और अन्य शुरुआती खर्चों के लिए लोग पर्सनल लोन ले लेते भविष्य के लिए अच्छा निवेश हैं. यह गलती से भी नहीं करें.

निवेश के ये तरीके अपनाएंगे तो सुरक्षित होगा बच्चे का भविष्य

छोटी अवधि के लक्ष्यों का रखें ध्यान
बच्चे के जन्म के बाद खर्च बढ़ना स्वाभाविक है, लेकिन माता-पिता अमूमन पहले कुछ वर्षों में छोटी अवधि के लक्ष्यों को ध्यान में नहीं रख पाते हैं. जानकर कहते हैं, "शुरुआत में 10 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद, 3-4 सालों में और 10 फीसदी का खर्च बढ़ता है. तब बच्चे की शिक्षा शुरू हो जाती है." वैसे, इस बीच में और कर्इ बातें होती हैं. मसलन बच्चे के नामकरण का जश्न, उसकी बर्थडे पार्टी, उसका प्ले स्कूल में जाना इत्यादि. इन सभी के लिए 50 हजार से तीन लाख रुपये की जरूरत होती है.

बच्चे के लिए किन निवेश विकल्पों का आप इस्तेमाल कर सकते हैंॽ
नीचे दिए गए चार्ट से आप अपनी जरूरत के हिसाब से किसी निवेश विकल्प को चुन सकते हैं.

Master

कर्इ बार बच्चे की बर्थडे पार्टी और अन्य शुरुआती खर्चों के लिए लोग पर्सनल लोन ले लेते हैं. यह गलती से भी नहीं करें. इसके लिए पहले से ही प्लानिंग शुरू करने में समझदारी है.

लंबी अवधि के लक्ष्यों को कैसे करेंगे पूरा?
लंबी अवधि के दो सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य हैं, बच्चों की शिक्षा और उनकी शादी. इन दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सही निवेश विकल्प को चुनना महत्वपूर्ण है. इन्हें चुनते हुए दो बातों का ख्याल रखना चाहिए. पहला, वह निवेश विकल्प लंबे समय में अच्छा रिटर्न देता हो. दूसरा, उसमें लगातार निवेश करनी की सहूलियत दी गर्इ हो.

जानकार कहते हैं कि छोटी अवधि के लक्ष्यों के लिए भविष्य के लिए अच्छा निवेश अपने पोर्टफोलियो में इक्विटी की तुलना में डेट पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. इसके उलट लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए इक्विटी पर जोर होना चाहिए.

एंडावमेंट या मनीबैक जैसी पारंपरिक बीमा योजनाएं अच्छा विकल्प नहीं हैं. कारण है कि इनमें रिटर्न बहुत कम है. कवर भी अपर्याप्त मिलता है. इसलिए आप इक्विटी या इक्विटी डाइवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड और इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) चुन सकते हैं. डेट विकल्प में आप पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं.

हिन्दी में शेयर बाजार और पर्सनल फाइनेंस पर नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. पेज लाइक करने के लिएयहां क्लिक करें

रेटिंग: 4.48
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 652
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *