मुद्रा हेजिंग

मुद्राएं अलग

मुद्राएं अलग
तांबे के एक पैसे के सिक्के का भी था चलन

नोटों के संग्रह को दिखाते हुए मो रफीक।

मुद्रा बेमेल त्रुटि

जब आप कोई प्रोजेक्ट, अनुबंध, मुद्राएं अलग कोट, या बुक करने योग्य संसाधन सहेजते हैं, तो आपको त्रुटि प्राप्त हो सकती है, स्वामित्व वाली कंपनी मुद्रा अनुबंधित इकाई मुद्रा से मेल नहीं खाती। जारी रखने के लिए अलग स्वामित्व वाली कंपनी या अनुबंध इकाई चुनें। ऐसा इसलिए है क्योंकि रिकॉर्ड के लिए अनुबंधित इकाई मुद्रा और स्वामित्व वाली कंपनी मुद्रा के बीच एक मुद्रा बेमेल है।

इस समस्या को हल करने के लिए, निम्न कार्य करें:

  • इस रिकॉर्ड के लिए ठेका इकाई की मुद्रा सत्यापित करें। आप संगठनात्मक इकाई रिकॉर्ड खोलकर और मूल्य को सत्यापित करके मुद्रा देख सकते हैं सामान्य में टैब मुद्रा खेत।
  • स्वामित्व वाली कंपनी की मुद्रा सत्यापित करें। आप पर जाकर मुद्रा देख सकते हैं सम्बंधित >बहीखाते कंपनी के रिकॉर्ड में। कंपनी से जुड़े लेज़र रिकॉर्ड पर डबल-क्लिक करें और मूल्य को सत्यापित करें सामान्य में टैब लेखा मुद्रा खेत।

शुरू करना चाहते हैं अपना बिजनेस! सरकार की इस स्कीम से मिलेगी मदद, यहां जानिए मुद्राएं अलग मुद्राएं अलग पूरा प्रोसेस

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत दिए गए लोन पर मुद्राएं अलग कोई तय ब्याज दर नहीं है. अलग-अलग बैंकों का मुद्रा लोन के लिए अलग-अलग ब्याज दर हो सकती है.

सरकार देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने और छोटे कारोबार से रोजगार पैदा करने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है. अगर आप भी अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Mudra Yojana) से आपको 10 लाख रुपए तक की मदद मिलेगी. योजना के जरिए आपको लंबी अवधि में लोन चुकाने, बिना गारंटी समेत कई फायदे मिलेंगे. इस योजना की शुरुआत सरकार ने 2015 में की थी. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ कोई भी भारतीय नागरिक ले सकता है, जिसका मुद्राएं अलग किसी भी बैंक के साथ डिफॉल्ट रिकॉर्ड ना हो.

शिक्षण केंद्र

हालाँकि विदेशी मुद्रा बाजार दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाला बाजार है, खुदरा सेक्टर में इक्विटी और नियत आय बाजार की तुलना में इसकी पहुँच काफी फीकी है। इसका एक बड़ा कारण निवेश समुदाय में विदेशी मुद्रा विनिमय के बारे में जागरूकता की कमी, साथ ही साथ विदेशी मुद्रा में परिवर्तन के कारण और तरीके की समझ की कमी है। NYSE या CME जैसे वास्तविक सेंट्रल एक्सचेंच की कमी इस बाजार के रहस्य में इजाफ़ा करती है। संरचना की यही कमी विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार को 24 घंटे परिचालित होने में सक्षम बनाती है, जहाँ कारोबारी दिन न्यूजीलैंड से शुरू होता है और अलग-अलग टाइम ज़ोन में जारी रहता है।

पारंपरिक रूप से, विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार बैंक समुदाय तक सीमित थी, जो व्यावसायिक, हेजिंग या सट्टा प्रयोजनों से काफी मात्रा में मुद्राएं अलग मुद्राओं को ट्रेड करते थे। USG जैसी कंपनियों की स्थापना ने विदेशी मुद्रा के दरवाजे फ़ंड और मनी मैनेजर्स, साथ ही साथ व्यक्तिगत रिटेल कारोबारी के लिए खोल दिया है। बाजार का यह क्षेत्र पिछले कई सालों में बहुत तेजी से विकसित हुआ है।

'डॉलर के मुकाबले दुनिया की बाकी मुद्राओं से रुपया मजबूत,' बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पुणे में पत्रकारों से बातचीत की. (फाइल फोटो- बंदीप सिंह)

aajtak.in

  • पुणे,
  • 24 सितंबर 2022,
  • (अपडेटेड 24 सितंबर 2022, 10:50 PM मुद्राएं अलग मुद्राएं अलग IST)

डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार कमजोर होने पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि दुनिया की बाकी मुद्राओं की तुलना में रुपया अधिक मजबूती से खड़ा रहा है. अमेरिकी डॉलर मुद्राएं अलग के मुकाबले रुपया काफी मजबूत देखा जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं.

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बता दें कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 81 रुपये के करीब पहुंच गया है. पिछले कुछ महीनों में रुपये की कीमत में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. इसे लेकर अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं. शुक्रवार को 83 पैसे मुद्राएं अलग की गिरावट हुई, जिसे पिछले सात महीने में एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट मानी गई है. इससे पहले अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे गिरा था और 80.98 के निचले स्तर पर पहुंच गया था.

हर रोज बन रहा है रुपये के गिरने का रिकॉर्ड

अमेरिका में ब्याज दरें लगातार बढ़ (US Rate Hike) रही हैं. इस सप्ताह अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने लगातार तीसरी बार ब्याज दर में 0.75 फीसदी की भारी-भरकम बढ़ोतरी की. दरें बढ़ने की रफ्तार में सुस्ती नहीं आने का संकेत मिलने से दुनिया भर की करेंसीज डॉलर के मुकाबले तेजी से गिर रही हैं. फेडरल रिजर्व का संकेत मिलने के बाद इन्वेस्टर्स दुनिया भर के बाजरों से पैसे निकाल रहे हैं और सुरक्षा के लिहाज से अमेरिकी डॉलर में अपना इन्वेस्टमेंट झोंक रहे हैं. इस कारण भारतीय मुद्रा 'रुपया (INR)' समेत तमाम अन्य करेंसीज के लिए ये सबसे खराब दौर चल रहा है.

मो. रफीक के पास है देशी-विदेशी मुद्राओं का संग्रह: संभल के रफीक बोले- पिताजी की थी पान की दुकान, अलग-अलग मुद्रा लेकर आते थे ग्राहक

शौक किसी न किसी को अपनी अलग पहचान बना देता है। ऐसे ही एक युवक ने प्राचीन और विदेशी मुद्रा के सिक्को व नोटों को अपने पास संग्रह के रूप में रखा है, जब किसी एक ही स्थान पर विभिन्न देशों की प्राचीन मुद्राओं का संग्रह हो तो यह अपने आप में अद्भुत है। युवक ने विभिन्न देशों के प्राचीन सिक्कों तथा नोटों का अनूठा संग्रह कर रखा है। उनके पास मुगलकालीन, ईस्ट इंडिया कंपनी तथा ब्रिटिश क्राउन मुद्राएं अलग की याद दिलाने वाले प्राचीन सिक्कों के साथ ही एशिया के विभिन्न देशों के पुराने नोटों का बेहतरीन खजाना है।

सिक्कों का कलेक्शन।

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