डेमो अकाउंट का उपयोग कैसे करें?

Twitch के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए TikTok गेम स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का परीक्षण करता है
टिकटोक ने एक पीसी स्ट्रीमिंग प्रोग्राम के साथ कुछ परीक्षण शुरू किया, जिसे टिकटोक लाइव स्टूडियो कहा जाता है, जिसका उद्देश्य इंटरनेट पर गेम या ऐप की लाइव स्ट्रीमिंग को स्वीकार करना है। यह पहल अब स्थापित सेवाओं जैसे से प्रेरित प्रतीत होती है बेचैन चिकोटी एफबी गेमिंग और यूट्यूब, चूंकि डिजाइन और शुरुआती विशेषताएं उनके विरोधियों के समान ही हैं।
हालांकि यह कुछ समय के लिए उपलब्ध डेमो अकाउंट का उपयोग कैसे करें? था, तब से डेमो पेज को हटा दिया गया है। ट्विटर पर टिक्कॉक लाइव स्टूडियो के स्क्रीनशॉट साझा करने वाले जैच बस्सी के अनुसार, लैंडस्केप या पोर्ट्रेट मोड में प्रसारण के लिए समर्थन होगा, साथ ही सेल फोन स्क्रीनशॉट, वेब कैमरा इमेज, पीसी फोटो और निश्चित रूप से गेम स्क्रीन को एम्बेड करने की क्षमता भी होगी।
लाइव स्टूडियो में निषिद्ध कीवर्ड को फ़िल्टर करने के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए, जैसे कि गाली-गलौज या अमित्र शब्द, टिप्पणियों के लिए संदेश, इमोजी का उपयोग और "उपहार" प्राप्त करना; यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि इसका क्या अर्थ है, लेकिन यह बिट्स (ट्विच) या सितारे (एफबी) की शैली में युक्तियों की एक प्रणाली हो सकती है। इस समय, OBS और Streamlabs जैसे अन्य कार्यक्रमों के साथ कोई प्रत्यक्ष संगतता प्रतीत नहीं होती है, और इसके ऑनलाइन होने पर आपको यह बताने के लिए कोई संकेत नहीं हैं।
कार्यक्रम केवल पश्चिम में कुछ ही व्यक्तियों के लिए जारी किया गया है, लेकिन इस पर कोई डेटा नहीं है कि किसे चुना गया था या मानदंड का उपयोग किया गया था। जैसा कि यह एक परीक्षण चरण में है, इंटरफ़ेस अभी भी बहुत सरल प्रतीत होता है और बाद में और अधिक प्रबंधन, मॉडरेशन और मुद्रीकरण विकल्प प्रदान करने के लिए परिवर्तनों से गुजरना चाहिए।
टिक टॉक पर लाइव
लघु वीडियो समुदाय में अब एक जीवन सुविधा है, लेकिन यह सेल फोन और स्मार्ट मोबाइल गैजेट्स तक ही सीमित है। यहां तक कि अगर आप पीसी ब्राउज़र के माध्यम से टिकटॉक का उपयोग करते हैं, तो वहां प्रसारण शुरू करना वास्तव में मुश्किल है और यह टूल के उपयोग को काफी हद तक सीमित करता है, खासकर गेमिंग सेगमेंट में।
खेलों की सामग्री इंटरनेट पर बहुत लोकप्रिय है, लेकिन वर्तमान में वे केवल लघु वीडियो पर ही ध्यान केंद्रित करते हैं। हाल का जीवन लेखकों और व्यक्तियों के बीच एक चैट की तरह अधिक काम करता है, क्योंकि वे पीसी से सीधे प्रसारण सिखाने के लिए सही उपकरण प्रदान नहीं करते हैं।
यह कहना जल्दबाजी होगी कि लाइव स्टूडियो जारी किया जाएगा या ऐसा होने के लिए एक लक्ष्य तिथि निर्धारित करना। केवल एक चीज निश्चित है कि टिकटॉक की अब बच्चों, युवाओं और युवाओं के बीच वास्तव में मजबूत अपील है, जो इस क्षेत्र में सामग्री लेखकों के लिए एक आदर्श लक्षित दर्शक है। यदि उपकरण वास्तव में आता है, तो स्ट्रीमिंग बाजार को एक मजबूत पैर जमाना चाहिए और ग्राहकों के पास गेम देखने के लिए बहुत अधिक विकल्प होंगे।
नार्को टेस्ट में भी आफताब ने कबूली हत्या की बात, बताया- कहां फेंके श्रद्धा के मोबाइल और कपड़े
दिल्ली पुलिस गुरुवार सुबह श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब को तिहाड़ जेल से अंबेडकर अस्पताल लेकर गई. यहां उसका जनरल मेडिकल चेकअप किया गया. इसके बाद आफताब का नार्को टेस्ट किया गया. नार्को टेस्ट में आफताब ने श्रद्धा की हत्या की बात कबूल की है. आफताब ने ये भी बताया कि उसने श्रद्धा का मोबाइल और कपड़े कहां फेंके.
अरविंद ओझा/वरुण सिन्हा
- नई दिल्ली,
- 01 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 01 दिसंबर 2022, 2:47 PM IST)
श्रद्धा केस में आरोपी आफताब का गुरुवार को रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट कराया गया. FSL के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीव गुप्ता ने बताया कि आफताब ने नार्को टेस्ट में भी श्रद्धा की हत्या की बात कबूल की है. इतना ही नहीं आफताब ने नार्को टेस्ट में ये भी बता दिया कि उसने श्रद्धा के मोबाइल और कपड़े कहां फेंके. साथ ही आफताब ने ये भी बता दिया कि उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने में कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया और उन्हें कहां फेंका. अब दिल्ली पुलिस एक बार फिर आफताब की बताई जगह पर इन सबूतों की तलाश करेगी.
FSL के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीव गुप्ता के मुताबिक, आफताब का नार्को टेस्ट पूरा हो चुका है. यह दो घंटे चला. इस दौरान एक सीनियर एनेस्थीसिया एक्सपर्ट, FSL के एक साइक्लोजिकल एक्सपर्ट, एक OT अटेंडेंट, और FSL के 2 फोटो एक्सपर्ट्स मौजूद रहे. आफताब का नार्को टेस्ट के बाद एक पोस्ट टेस्ट FSL में होगा. इसमें उसकी काउंसलिंग की जाएगी.
नार्को टेस्ट रिपोर्ट की कोर्ट में अहमियत नहीं
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भले ही आफताब ने नार्को टेस्ट में श्रद्धा की हत्या से जुड़े राज का खुलासा कर दिया हो, लेकिन इन्हें कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश नहीं किया जा सकता. हालांकि, पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट के जरिए पुलिस को और सुराग और सबूत खोजने में मदद मिल सकती है. माना जा रहा है कि अगर पुलिस आफताब की बताई जगह से श्रद्धा का मोबाइल और कपड़े बरामद कर लेती है, तो इस केस में पुलिस के लिए बड़ी सफलता होगी.
पूछताछ और पॉलीग्राफी टेस्ट में भी हत्या की बात की थी कबूल
आफताब ने पुलिस पूछताछ में यह मान लिया था कि उसने ही श्रद्धा की हत्या की. आफताब ने बताया था कि उसने 18 मई को श्रद्धा की हत्या की. इसके बाद उसने आफताब के शव के 35 टुकड़े किए. उसने इन्हें रखने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा. आफताब हर रोज श्रद्धा के शव का एक टुकड़ा महरौली के जंगल में फेंकने के लिए जाता था. आफताब श्रद्धा की हत्या के बाद भी उसी फ्लैट में रह रहा था. यहां तक कि वह श्रद्धा का शव फ्लैट में होने के बावजूद दूसरी लड़कियों को भी वहां लाया था. आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद कुछ दिन तक उसके सोशल मीडिया अकाउंट का भी इस्तेमाल किया, ताकि किसी को हत्या का शक न हो. आफताब ने श्रद्धा के अकाउंट से पैसे भी ट्रांसफर किए थे. आफताब को पुलिस ने 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था.
आफताब ने श्रद्धा की हत्या की बात पॉलीग्राफी टेस्ट में भी मानी थी. उसने कबूल किया था कि उसने श्रद्धा की हत्या की. इतना ही नहीं आफताब ने ये भी माना था कि श्रद्धा की मौत के बाद उसके कई लड़कियों से संबंध थे.
आफताब ने क्योंकि श्रद्धा की हत्या?
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि श्रद्धा ने आफताब से ब्रेकअप करने का फैसला कर लिया था. वह आफताब के अत्याचारों से परेशान हो चुकी थी. ऐसे में उसने अलग होने का फैसला किया. लेकिन आफताब को यह बात पसंद नहीं आई. उसने श्रद्धा की हत्या कर दी. हालांकि, आफताब ने शुरुआत में पुलिस पूछताछ में बताया था कि श्रद्धा उसपर शादी का दवाब डाल रही थी. इसी को लेकर दोनों के बीच 18 मई को झगड़ा हुआ था. इसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या कर दी.
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।
डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।
आज के समय में कोई पेपर वर्क नहीं होती है और न ही कोई भैतिक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसलिए जब आप कंपनी X के शेयर खरीदते हैं, तो आपको जो भी मिलता है, वह आपके डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में एंटर हो जाता है। डीमैट एकाउंट को ऐसे ही आसान शब्दों में आप समझ गए होंगे।
यदि आप आज शेयर बाजार (एनएसई और बीएसई) या किसी अन्य सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो डीमैट अकाउंट अनिवार्य है. आपके द्वारा किए जाने वाले ट्रेड और लेनदेन के इलेक्ट्रॉनिक सेटेलमेंट के लिए डीमैट अकाउंट नंबर अनिवार्य है.
डीमैट अकाउंट कैसे प्राप्त करें?
जब आप डीमैट अकाउंट के बारे में जान गए हैं, तो आइए जानते है डीमैट अकाउंट कैसे खोला जा सकता है। आप डीमैट अकाउंट नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL ) या सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) के साथ खोल सकते हैं। ये डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (DP) एजेंट नियुक्त करती हैं, जो स्वंय और इन्वेस्टर्स के बीच मध्यस्थ के रूप में काम करती है। उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैंक एक डीपी है, जिसके साथ आप डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। स्टॉकब्रोकर और फाइनेंसियल इंस्टीटूशन भी डीपी है। आप उनके साथ भी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
जिस तरह से एक बैंक अकाउंट में पैसा होता है, उसी तरह से एक डीमैट अकाउंट आपके इन्वेस्टमेंट को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखता है, जो लैपटॉप या स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के साथ आसानी से एक्सेस हो सकता है। जिसको एक्सेस करने के लिए आपके पास एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड होना चाहिए। हालांकि, बैंक अकाउंट के विपरीत, आपके डीमैट अकाउंट में किसी भी प्रकार का 'न्यूनतम बैलेंस' होना आवश्यक डेमो अकाउंट का उपयोग कैसे करें? नहीं है।
आप किसी भी डिपॉजिटर्स की वेबसाइट पर जाकर उनकी डीपी की सूची प्राप्त कर सकते है। जिसके साथ आप डीमैट एकाउंट खोलना चाहते है। डीपी का चुनाव उनके वार्षिक शुल्क पर निर्भर होना चाहिए।
यह ध्यान देना चाहिए कि आप एक से अधिक डीमैट एकाउंट को एक डीपी के साथ न जोड़े। क्योंकि एक पैन कार्ड को कई डीमैट अकाउंट के साथ जोड़ा जा सकता है।
डीमैट अकाउंट का विवरण
आपका डीमैट अकाउंट खुलने के बाद सुनिश्चित करें, कि आपको अपने डीपी से निम्न विवरण प्राप्त किया :
डीमैट अकाउंट नंबर : सीडीएलएस के तहत यह बेनिफिशियरी आईडी' के रूप में जाना जाता है। यह मुख्यत 16 कैरेक्टर का मिश्रण है।
डीपी आईडी : यह आईडी डिपॉजिटर प्रतिभागी को दी जाती है। जो आपके डीमैट अकाउंट नंबर का हिस्सा है।
पीओए नंबर : यह पावर ऑफ अटॉर्नी एग्रीमेंट का हिस्सा है, जहां एक इन्वेस्टर दिए गए निर्देशों के अनुसार स्टॉक ब्रोकर को अपने अकाउंट को संचालित करने की अनुमति देता है।
ऑनलाइन एक्सेस के लिए आपको अपने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स पर एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड भी मिलेगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
डीमैट अकाउंट एक ट्रेडिंग अकाउंट के साथ होता है. जो शेयर बाजार में शेयर खरीदने औऱ बेचने के लिए जरूरी है. उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैक का एक डीमैट अकाउंट 3 इन 1 होता है, जिसमें सेविंग, डीमैट और ट्रेडिंग तीनों को जोड़ा जाता है.
लोग कभी-कभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच कंफ्यूज होते हैं कि वे एक जैसे नहीं हैं। एक डीमैट एकाउंट में आपके नाम के शेयरों और अन्य सिक्योरिटीज का विवरण होता है। शेयर खरीदने और बेचने के लिए, आपको एक ट्रेडिंग एकाउंट खोलना होगा। कई बैंक और ब्रोकर ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधाओं के साथ ट्रेडिंग एकाउंट की पेशकश करते हैं, जिससे आम इन्वेस्टर्स के लिए शेयर मार्केट में भाग लेना आसान हो जाता है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार
अब हम डीमैट अकाउंट की परिभाषा समझ गए हैं। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार हैं:
रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो, देश में रहते हैं।
रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत है।
नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।
क्या आप डीमैट अकाउंट खोलना चाह रहे हैं? शुरू करने के लिए क्लिक करें!
क्या आप शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट लक्ष्यों की तलाश में हैं? अधिक जानने के लिए क्लिक करें!
* इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य है और यह केवल सूचना के प्रयोजनों के लिए है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है।
Elon Musk अपने दिमाग में लगवाएंगे ब्रेन चिप! जानिए क्या है Neuralink प्रोजेक्ट?
Neuralink Brain Chip: एलॉन मस्क की कंपनी Neuralink न्यूरल इंटरफेस टेक्नोलॉजी पर काम करती है. आसान भाषा में कहें तो ये कंपनी दिमाग से जुड़ी टेक्नोलॉजी पर काम करती है. हाल में ही इस कंपनी ये एक कमाल का चिप बनाया है, जो भविष्य में लोगों के दिमाग में इम्प्लांट किया जा सकता है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 02 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 02 दिसंबर 2022, 11:28 AM IST)
SpaceX, Tesla और Twitter जैसी कंपनियों के मालिक एलॉन मस्क का नई टेक्नोलॉजी में बहुत इंटरेस्ट रहता है. मस्क की एक और कंपनी है, जो बेहद जटिल टेक्नोलॉजी पर काम करती है. हम बात कर रहे हैं Neuralink की. न्यूरल इंटरफेस टेक्नोलॉजी वाली ये कंपनी पिछले डेमो अकाउंट का उपयोग कैसे करें? दो दिनों से चर्चा में है.
इसकी वजह कंपनी का बनाया एक चिप है, जो लोगों को दिमाग में लगाया जा सकेगा. इससे इंसानों की डिसेबिलिटी को दूर करने में मदद मिलेगी. खास बात ये है कि मस्क खुद इस चिप को अपने दिमाग में लगवाना चाहते हैं.
Neuralink से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक बंदर अपने दिमाग की मदद से टाइपिंग करता है. मस्क की कंपनी लंबे वक्त से इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है. आइए जानते हैं एलॉन मस्क की कंपनी की इस खास टेक्नोलॉजी से जुड़ी डिटेल्स.
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क्या है Neuralink चिप?
ये एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पावर्ड माइक्रो चिप है, जो दिमाग की एक्टिविटी को रिकॉर्ड और रीड कर सकती है. इसकी मदद से लोगों की डिसेबिलिटी को दूर करने में मदद मिलेगी.
इस चिप की मदद से एक पैरालाइज शख्स अपने दिमाग का इस्तेमाल कर स्मार्टफोन यूज कर सकेगा. यूजर्स दिमाग की मदद से हाथ से ज्यादा तेज फोन यूज कर सकेंगे. मस्क ने इस बारे में साल 2016 में बात भी की थी.
न्यूरालिंक काफी वक्त से इस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही थी. पहले भी इससे जुड़ी कुछ डिटेल्स सामने आई थी. न्यूरालिंक ने पहले दिखाया था कि कैसे एक बंद अपने हाथों का इस्तेमाल किए बिना ही पिंगपॉन्ग गेम खेल रहा है.
क्या कर सकती है ये चिप?
कंपनी की मानें तो ये चिप आपके दिमाग में आने वाले विचार को पढ़ सकती है. यहां तक की जिसके दिमाग में ये चिप लगी होगी, वो शख्स बिना कुछ बोले मशीनों से बातचीत भी कर सकेगा. फिलहाल इसकी मदद से यूजर्स स्मार्टफोन और कम्प्यूटर जैसे बेसिक डिवाइसेस को कंट्रोल कर सकते हैं.
इसके बारे में बताते हुए मस्क ने कहा, 'हम इसे लेकर बेहद सावधान रहना चाहते हैं और ये भी कि किसी इंसान के दिमाग में लगाए जाने से पहले ये ठीक तरह से काम करे.'
मस्क ने बताया कि अगले 6 महीने में संभवतः हम किसी इंसान के दिमाग में Neuralink इंस्टॉल कर सकेंगे. कंपनी की मानें तो ये टेक्नोलॉजी पैरालाइज, नेत्रहीन, मेमोरी लॉस और न्यूरो संबंधित समस्याओं में लोगों की मदद करेगी.
मस्क के दिमाग में लगेगी चिप?
वैसे तो इस पर मस्क ने साफ-साफ कुछ नहीं कहा है, लेकिन अपना इंटरेस्ट जरूर दिखाया है. Ashlee Vance के एक ट्वीट के रिप्लाई में उन्होंने ये जानकारी दी है. यानी मस्क ने अपने दिमाग में ऐसे एक चिप को इम्प्लांट कराने की बात कही है.
यूजर ने ट्विटर पर लिखा, 'एलॉन ने एक ब्रेन इम्प्लांट का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि वह डेमो के दौरान एक चिप अपने दिमाग में लगवाएंगे. चूंकि अभी इसके रिजल्ट सामने नहीं आए हैं, इसलिए अभी उन्होंने चिप इम्प्लांट नहीं कराया है.' इसके जवाब में मस्क ने हां लिखा है.