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बाज़ार पर नज़र

बाज़ार पर नज़र
1. उत्पाद कंपनियाँ अपने नैतिक दायित्वों का निर्वाह इसलिए नहीं कर रही हैं क्योंकि उन पर किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं है। ये कंपनियाँ गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दे रहीं बल्कि अधिक माल बेचने की होड़ में नकली और घटिया सामान का उत्पादन कर रही हैं। इन उत्पाद कंपनियों का पूरा ध्यान विज्ञापन पर बेतहाशा पैसा खर्च करने पर रहता था ताकि उनका अधिक-से-अधिक माल बिक सके।
2. उपभोक्ताओं को हित के मद्देनजर रखते हुए सामान बनाने वाली कंपनियों का यह नैतिक दायित्व है कि वे बाजार में केवल असली माल उतारें। पुराने पड़े माल (Expired) को बाजार में न बेचे। अपने उत्पाद पर निर्माण की तिथि तथा प्रयोग किए जाने की अवधि का उल्लेख अवश्य करें। वे उपभोक्ताओं को जागरूक बनाने पर भी कुछ धन खर्च करें। विज्ञापन पर बेतहाशा खर्च को कम कर उत्पाद का मूल्य घटाएँ।
3. ब्रांडेड वस्तु को खरीदने के पीछे यह मानसिकता छिपी रहती है कि यह वस्तु गुणवत्ता की दृष्टि से अच्छी होगी। ग्राहक को यह बात भी भली प्रकार ज्ञात होती है कि ब्रांडेड वस्तु महँगी होती है, पर वह अपनी जेब को देखकर ही ब्रांडेड वस्तु खरीदता है।

सड़क पर आक्रोश में लोग

अगर आप भी शेयर बाजार से पैसा कमाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके काम की है

शेयर बाजार एक बाज़ार पर नज़र ऐसा क्षेत्र है जहां हर किसी के मन में निवेश करने के बाद एक मोटी कमाई वापस आने की चाहत होती है। असल मायने में बात करें तो ऐसी चाहत रखना आसान है, लेकिन आपके निवेश की बाज़ार पर नज़र सुरक्षा और उसके साथ-साथ अच्छी कमाई करने के लिए बेहद सूझबूझ और एक परिपक्व रणनीति की आवश्यकता होती है।

अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके अंदर सोचने की अच्छी शक्ति, धैर्य और विवेक होना बेहद जरूरी है। शेयर बाजार में पैसा लगाने के बाद अगर आप बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं तो इसका इलाज इसी मूलमंत्र में छिपा हुआ है। अगर आप धैर्य रखते हैं और सोच समझ कर शेयर बाजार में पैसे को लगाते या निकालते हैं तो यह आपको बेहतर रिटर्न तो देगा साथ ही साथ आपके पैसे को डूबने से भी बचाएगा।

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले एक बात को समझ ले कि यहां निवेश करने के बाद सफल होने का कोई शॉर्टकट फार्मूला नहीं है। शेयर बाजार में निवेश करना आसान है, लेकिन अपने निवेश को मुनाफे में परिवर्तित करना थोड़ा मुश्किल भी है। इसके लिए आपके पास शेयर बाजार की अच्छी समझ होना बेहद जरूरी है।

चलिए जानते हैं कि शेयर बाजार में निवेश कैसे करें और निवेश करने के बाद किन पहलुओं पर ध्यान दें।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार में निवेश करने से बाज़ार पर नज़र पहले जिस भी कंपनी के शेयर में आप निवेश कर रहे हैं। उसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा कर लें। शॉर्टकट में अगर इस बात को कहें तो निवेश करने से पहले आपको अपना होमवर्क करना बेहद बाज़ार पर नज़र ही जरूरी होता है। जाने-माने वर्ल्ड लेवल के फंड प्रबंधक पीटर लिंच का कहना है, “यदि आप किसी कंपनी के बारे में अध्ययन नहीं करते हैं, तो अच्छे शेयर का चयन करना जुआ ही है. आप पत्ते देखे बिना ही अपनी चाल चल रहे हैं.” लिंच कहते हैं कि आपको निवेश केवल वही करना चाहिए जिसके बारे में आपको पता हो।

शेयर बाजार में बढ़िया मुनाफा कमाने का एक और तरीका यह है कि किसी भी कंपनी के शेयर की कीमत पर मत जाएं। बल्कि उस कंपनी के बिजनेस करने का तरीका और कंपनी कंपनी द्वारा कमाए गए पहले के नुकसान और मुनाफे के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर लें। एक्सपर्ट्स भी यही कहते हैं कि किसी भी बिजनेस को समझने से पहले कंपनी की रणनीति के बारे में समझना बेहद आवश्यक है इससे उस कंपनी के शेयर में निवेश करना बेहद आसान हो जाता है।

भेड़चाल से रहें दूर, निवेश रहेगा सुरक्षित

कई बार लोग शेयर बाजार में अपने परिजन या दोस्तों की बात में आकर निवेश कर देते बाज़ार पर नज़र हैं। हालांकि निवेश करना गलत नहीं है, लेकिन उनके दिए गए सलाह पर किसी कंपनी में निवेश करना गलत है। अगर आपको आपका कोई जानकार किसी कंपनी में निवेश करने की सलाह देता है तो पहले आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप भी उस कंपनी के बारे में पढ़ लें उसके बाद ही उसके शेयर में निवेश करें। एक दूसरे को देखकर कंपनी में निवेश करने से कई बार निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है। उदाहरण के लिए आपको बता दें कि रिलायंस पावर के आईपीओ को पिछले कुछ समय पहले 14.4 गुना तक सब्सक्राइब किया गया था। इस कंपनी को अपने निवेशकों से करीब 29.5 लाख के आदेश मिले थे। इस दौरान आईपीओ का इश्यू प्राइस 450 रुपए था। लेकिन अब इस शेयर की मौजूदा कीमत महज 35 रुपया है। इससे एक बात साफ हो जाता है कि इतनी भारी संख्या में अगर इस कंपनी में निवेश हुआ है तो जाहिर सी बात है। एक दूसरे को देख कर ही निवेशकों ने पैसा लगाया होगा। बाजार में ऐसे कई सारे उदाहरण मौजूद हैं।

यह शेयर बाजार है किसी जादूगर का रंगमंच नहीं

जैसा कि हम बार-बार कह रहे हैं कि शेयर बाजार एक तरह का जुआ है। इसमें कोई रातों-रात मालामाल हो जाता है तो किसी का सारा पैसा डूब जाता है। लेकिन अगर संयम रखें तो डूबा हुआ पैसा भी आपको एक समय आने के बाद बेहतर रिटर्न दे देता है। आप यहां 100 से शून्य पर तो आ सकते हैं। लेकिन इसकी संभावना बहुत कम ही होती है। आपको नुकसान होता है लेकिन आप यहां कंगाल नहीं हो सकते। उदाहरण के तौर पर इसे ऐसे समझें कि अगर आपने किसी शेयर में 100 रुपए लगाए हैं तो आप पूरी तरह से नुकसान में तभी जाएंगे जब कंपनी बंद हो जाएगी। लेकिन इस बात की संभावना बहुत कम होती है। वहीं अगर नुकसान की बात करें तो शेयर डूबने पर ऐसा हो सकता है कि आपके 100 रुपए वाले शेयर की वैल्यू घटकर 50 रुपए हो जाए। यहां आपको नुकसान तो होता है लेकिन अगर आप धीरज रखते हैं। तो कल जब कंपनी मुनाफे में जाएगी तो आपका 50 रुपया आपको रिटर्न में 150 रुपया भी दे सकता है। जरूरत है कि मार्केट में निवेश करने के बाद अपने शेयर पर नजर बनाए रखें और लंबे समय तक धैर्य रखें। शेयर बाजार में निवेश करने का और अपने शेयर्स को बेचने का एक समय होता है। लेकिन यह समय तय नहीं रहता। इसलिए अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो निवेश करते वक्त भी आप को थोड़ा इंतजार करना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने निवेश के लिए अपने हाथ में कुछ पैसा बचा कर रखें। निवेश करने के बाद भी अगर बाजार में उथल-पुथल हो रही है तो संयम रखें।

जैनेंद्र कुमार

बाजा़र में भगतजी के व्यक्तित्व का कौन-सा सशक्त पहलू उभरकर आता है? क्या आपकी नज़र में उनका आचरण समाज में शांति स्थापित करने में मददगार हो सकता है?

बाजा़र में जाकर भगतजी संतुलित रहते हैं। बाजा़र का जादू उन पर असर नहीं कर पाता क्योंकि वे खाली मन बाजा़र नहीं जाते। वे घर से सोचकर बाजार जाते हैं कि उनको क्या लेना है (काला नमक और जीरा)। वे पंसारी की दुकान पर जाकर वे ही चीजें खरीदते हैं और लौट आते बाज़ार पर नज़र हैं।

बाजा़र में भगतजी के व्यक्तित्व का यह सशक्त पहलू उभरता है कि उनका अपने मन पर पूर्ण नियंत्रण है। बाजा़र का जादू उनके मन पर नही चलता। बाजार में उनकी आँखें खुली रहती हैं, पर मन भरा होने के कारण उनका मन अनावश्यक चीजें खरीदने के लिए विद्रोह नही करता। चाँदनी चौक का आमंत्रण उन पर व्यर्थ होकर बिखर जाता है। भगतजी जैस व्यक्ति बाजा़र को सार्थकता प्रदान करते हैं।

हमारी नजर में भगतजी का आचरण समाज में शांति स्थापित करने में मददगार हो सकता है। हमारा ऐसा सोचने का कारण यह है तब लोगों में अनावश्यक प्रतिस्पर्धा नहीं होगी। वे व्यर्थ की वस्तुएँ नहीं खरीदेगे और इससे आपसी लड़ाई झगड़ों में कमी आएगी।

सेंसेक्स की गिरावट से शेयर बाज़ार में कमज़ोरी

अमेरिका का डाऊ जोंस 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ बंद होने का असर ग्लोबल मार्केट के खुलने पर नज़र आया। नतीजे में एशियाई बाज़ारों में गुरुवार के दिन गिरावट दिखी। एसजीएक्स निफ्टी में 67 अंकों की गिरावट रही। एशियाई बाजार पर दबाव का असर जापान की मार्किट में साफ दिखा और निक्केई में 0.15% तथा कोरिया के कोस्पी में 0.50 प्रतिशत की गिरावट बाज़ार पर नज़र बाज़ार पर नज़र दर्ज की गई।

सेंसेक्स की गिरावट से शेयर बाज़ार में कमज़ोरी

गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत कमजाेर नज़र आई। यहाँ सेंसेक्स 82.08 अंकों की गिरावट के साथ 61,898.64 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। दूसरी तरफ निफ्टी 33.25 अंकों की गिरावट के साथ 18,376.40 अंकों पर कारोबार करता नज़र आ रहा है।

गुरुवार के दिन सेंसेक्स में 168 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और ये 61812 अंकों पर खुला। निफ्टी 51 अंकों की घटत के साथ 18358 अंकों पर खुला। निफ्टी मिडकैप 32 अंकों की गिरावट के साथ 31165 अंकों पर खुला जबकि बैंक बाज़ार पर नज़र निफ्टी में 135 अंकों की गिरावट के चलते यह 42399 अंकों के स्तर पर खुला।

शुरू हो रहा है ‘Delhi Bazaar’ पोर्टल, अब घर बैठे दिल्ली के सभी लोकल बाज़ारों से इस तरह कर सकेंगे शॉपिंग

दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोकल बाज़ारों को डिजिटल प्लैटफॉर्म पर लाने की एक योजना तैयार की है। सरकार द्वारा एक ई-पोर्टल लॉन्च किया गया है, जिसे ‘Dilli Bazaar’ का नाम दिया है। हालांकि फिलहाल ये पोर्टल लाइव नहीं है, लेकिन साल के अंत तक ये पूरी जनता के लिए लाइव भी होगा और इसमें 10 हज़ार से ज़्यादा दुकानदार भी लिस्ट होंगे। इतना ही नहीं, इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ आप सरोजिनी नगर और पालिका जैसे लोकल बाज़ारों का वर्चुअल टूर भी ले सकेंगे।

क्या है दिल्ली बाज़ार (Dilli Bazaar)

दिल्ली बाजार, दिल्ली सरकार द्वारा लॉन्च किया गया, एक पोर्टल या ई-कॉमर्स वेबसाइट है, जिसके साथ दिल्ली किसभी लोकल मार्किट एक जगह आ सकेंगी और ग्राहकों को इससे काफी सुविधा मिलेगी। इस प्लेटफॉर्म द्वारा ग्राहक घर बैठे इन लोकल बाज़ारों से जिस दुकान से चाहे, खरीददारी कर सकेंगे और बाज़ार के मुकाबले, ऑनलाइन कम दामों पर ये सामान मिलेगा। इसी के साथ विक्रेता यानि वेंडर को भी अपनी दुकान ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन लाने का मौका मिलेगा और पहचान बाज़ार पर नज़र भी मिलेगी। इस प्लेटफॉर्म के लॉन्च के साथ सरकार पहले चरण में 10 हज़ार दुकानदारों को लिस्ट करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसी को लेकर सरकार मार्किट एसोसिएशन और महिला व्यापारियों से अगले सप्ताह एक मीटिंग भी करने वाली है। साथ ही आने वाले समय में सरकार बाकी व्यापारियों और दुकानदारों से भी बातचीत करने, इसके बारे में उनकी राय और सवाल जानने की कोशिश करेगी।

शहर पुलिस छावनी में तब्दील

वहीं इस हालात से निपटने के लिए पुलिस ने पूरे शहर के पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. पुलिस बल के जवान संवेदनशील जगहों पर मार्च कर रहे हैं. मोबाइल पेट्रोलिंग कर पूरे माहौल पर नज़र रखा जा रहा है. डेसपी विजय कुमार खुद टावर चौक पर मोर्चा संभाले हुए हैं. वहीं लोगों की भीड़ के साथ नगर प्रभारी नीतीश कुमार खुद चल रहे थे.

अंकिता की मौकत के बाद पूरा शहर उफान पर है. सड़क पर उतरे लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच चुका है. किसी तरह पुलिस ने हालात को संभाल रखा है. लेकिन जब अंकिता का शव रांची से दुमका पहुंचेगा तो पुलिस के लिए लोगों को काबू करना मुश्किल हो सकता है. हालात भी से ही तनावपूर्ण होने लगे हैं.

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