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डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें

डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें
पांच लाख के निवेश पर लागत विश्लेषण (रुपये में)
फुल सर्विस मॉडल डिस्काउंट मॉडल

इस ब्रोकरेज स्टॉक में आई 370% की उछाल, पिछले साल 10% डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था IPO

ब्रोकरेज फर्म एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) का आईपीओ पिछले साल अक्टूबर 2020 में 10 पर्सेंट डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था। हालांकि उसके बाद इसमें आज की तारीख तक 370 पर्सेंट की तेजी आ चुकी है। एंजल ब्रोकिंग के शेयरों में इस तेजी के पीछे क्या है राज, आइए समझते हैं:

ब्रोकरेज फर्म एंजेल ब्रोकिंग के आईपीओ का ऊपरी प्राइस बैंड 306 रुपये था, लेकिन यह एक्सचेंज पर 10 पर्सेंट के डिस्काउंट के साथ 275 रुपये पर लिस्ट हुआ। तब से यह स्टॉक चार गुना से अधिक बढ़ चुका है। फिलहाल यह स्टॉक 1,300 रुपये प्रति शेयर के आसपास कारोबार कर रहा है, जो इसके लिस्टिंग मूल्य 275 रुपये की तुलना में 372 प्रतिशत अधिक है।

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डिस्काउंट पर लिस्ट होने के बाद स्टॉक अगले 6 महीने यानी अप्रैल 2021 तक 300-350 रुपये डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें के आसपास ही कारोबार करता रहा। हालांकि उसके बाद से इस स्टॉक के ऊपर जाने का ट्रेंड शुरू हुआ, जो आज तक जारी है।

शून्य ब्रोकरेज शुल्क में भी जोखिम नहीं कम, पहले चेक करें ब्रोकर का ट्रैक रिकॉर्ड

शून्य ब्रोकरेज शुल्क में भी जोखिम नहीं कम, पहले चेक करें ब्रोकर का ट्रैक रिकॉर्ड

शून्य ब्रोकरेज शुल्क भारत में स्टॉक ब्रोकिंग का एक आकर्षक मॉडल बनकर उभरा है। इसने इक्विटी निवेशकों के लिए लागत में कटौती करके पारंपरिक पूर्ण सेवा मॉडल को चुनौती दी है। इस मॉडल को खासतौर पर कोरोना संकट काल के दौरान ग्राहकों ने खासा पसंद किया है। शेयरों में निवेश के लिए कई कंपनियां शून्य ब्रोकरेज की पेशकश करती हैं, लेकिन इसमें जहां ग्राहकों का फायदा है तो जोखिम भी कम नहीं। ऐसे में अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले ब्रोकर का साथ आपके लिए बेहद जरूरी है।

खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, आइए हम बताते हैं कैसे चुने नए युग का डिस्काउंट ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म

सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।

कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान तमाम नई पीढ़ी के निवेशक इक्विटी बाजार में किस्मत आजमाते दिखे हैं। सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।

कम उम्र में निवेश की शुरुआत बहुत अच्छी बात है लेकिन इसके साथ ही इस बात की भी बहुत अहमियत होती है कि आप कहां निवेश कर रहे हैं और किसके जरिए निवेश कर रहे हैं। इस समय बाजार में कई पुरानी और नई पीढ़ी के ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध है जिसमें Zerodha, Upstox, Groww, FYERS और Paytm Money जैसे नाम शामिल हैं। सही ब्रोकर का चुनाव इक्विटी इन्वेस्टमेंट में काफी अहमियत रखता है। इसको ध्यान में रखते हुए यहां हम आपको कुछ ऐसी गाइडलाइन दे रहे हैं जिसके जरिए आप डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव कर सकते हैं।

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बता दें कि ट्रेडिशनल ब्रोकरेज फर्म अपने ग्राहकों को रेगुलर ट्रेडिंग टिप्स देते हैं। उनका बिजनेस मॉडल इस सोच पर आधारित होता है कि अधिकांश लोगों को इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए ट्रेडिंग आइडियाज की जरुरत होती है जबकि डिस्काउंट ब्रोकरेज एक फिनटेक प्लेटफॉर्म होते हैं जो स्टैंडर्डाइज्ड एक्सीक्यूशन सेवाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन परंपरागत ब्रोकिंग फंडो की तरह अपने ग्राहको को कोई ट्रेडिंग टिप्स नहीं देते।

FYERS के Tejas Khoday का कहना है डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें कि डिस्काउंट ब्रोकरेज भारत में उस तेजी से बढ़ते ट्रेडिंग कम्यूनिटी को अपनी सेवाएं देते हैं जो सेल्फ एजूकेटेड होते हैं और जो स्वतंत्र रुप से अपने निर्णय लेते हैं।

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Stocks to buy: ऐप बेस्‍ड फूड डिलिवरी प्‍लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) का रेवेन्‍यू ग्रोथ भी Q2FY23 बेहतर रह सकता है. ब्रोकरेज हाउस एडलवाइज सिक्‍युरिटीज (Edelweiss Securities) ने तिमाही आधार पर 8.8 फीसदी की रेवेन्‍यू ग्रोथ का अनुमान जताया है.

Stocks to buy: कंपनियों के दूसरी तिमाही (Q2) के अर्निंग्‍स सीजन की शुरुआत हो रही है. इस तिमाही नए जमाने के बिजनेस करने वाली कंपनियों के ग्रोथ में मोमेंटम दिखाई दे सकता है. ऐप बेस्‍ड फूड डिलिवरी प्‍लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) का रेवेन्‍यू ग्रोथ भी इस दौरान बेहतर रह सकता है. ब्रोकरेज हाउस एडलवाइज सिक्‍युरिटीज (Edelweiss Securities) ने तिमाही आधार पर 8.8 फीसदी की रेवेन्‍यू ग्रोथ का अनुमान जताया है. जोमैटो का शेयर अपने रिकॉर्ड रिकॉर्ड हाई से करीब 59 डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें फीसदी डिस्‍काउंट पर ट्रेड कर रहा है. ब्रोकरेज ने स्‍टॉक पर खरीदारी की सलाह दी डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें है. बता दें, पिछले साल जुलाई में इस स्‍टॉक की लिस्टिंग हुई थी. निवेशकों को जबरदस्‍त लिस्टिंग गेन हुआ था लेकिन उसके बाद से शेयर लगातार गिरावट देखी गई और NSE पर शेयर ने 169 रुपये का 52 हफ्ते का हाई (16 नवंबर 2021) बनाया था.

Zomato: क्‍या है ब्रोकरेज की राय?

ब्रोकरेज हाउस एडलवाइज सिक्‍युरिटीज ने अपने दूसरी तिमाही के प्रीव्‍यू (Q2FY23 PREVIEW) में कहा है कि प्रॉफिटेबिलिटी और ग्रोथ को लेकर कंपनियां अलग-अलग स्‍टेज पर हैं. जोमैटो (Zomato) पर एडलवाइज का कहना है कि कंपनी का रेवेन्‍यू ग्रोथ 8.8 फीसदी (QoQ) रह सकती है. ग्रॉस ऑर्डर वैल्‍यू (GOV) तिमाही आधार पर 6.5 फीसदी बढ़ने की उम्‍मीद है. जीओवी बढ़ने से रेवेन्‍यू को बूस्‍ट मिलेगा. वित्तवर्ष 2013 की पहली तिमाही (Q1FY23) में जीओवी के अनुपात में कंट्रीब्‍यूशन मार्जिन 2.8% से बढ़कर 3.2% रह सकता है. जोमैटो ने अगस्‍त में 4450 करोड़ रुपये में ब्लिंकिट का अधिग्रहण की है. इसमें पूरी तरह स्‍टॉक डील है. डिलिवरी फ्लीट इंटीग्रेशन में जोमैटो को फायदा होगा.डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें

एडलवाइज सिक्‍युरिटीज ने जोमैटो के स्‍टॉक पर खरीदारी की सलाह दी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 80 रुपये रखा है. 7 अक्‍टूबर 2022 को स्‍टॉक का भाव 69.55 रुपये पर था. इस भाव से आगे स्‍टॉक में करीब 16 फीसदी का उछाल देखने को मिल सकता है. जोमैटो का शेयर अपने रिकॉर्ड लोन से करीब 72 फीसदी रिकवर हो चुका है. NSE पर शेयर ने 40.60 रुपये का 52 हफ्ते (27 जुलाई 2022) का लो बनाया था.

Paytm: क्‍या है ब्रोकरेज की राय

घरेलू ब्रोकरेज ICICI सिक्‍युरिटीज पेटीएम पर बुलिश है. ब्रोकरेज ने स्‍टॉक पर खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है. साथ ही 1,285 रुपये का टारगेट रखा है. ICICI सिक्‍युरिटीज का कहना है कि पेटीएम अपना रेवेन्‍यू और मार्जिन प्रोफाइल लगातार बेहतर बना रही है. कंपनी का दूसरी तिमाही (Q2FY23) में कंसॉलिडेटेड घाटा पहली तिमाही के मुकाबले (Q1FY23) कम हुआ है.

ग्‍लोबल ब्रोकरेज Citi ने Paytm के स्‍टॉक पर खरीदारी की सलाह दी है. टारगेट 998 रुपये से बढ़ाकर 1055 रुपये प्रति शेयर किया है. ब्रोकरेज का कहना है कि दूसरी तिमाही में नेट पेमेंट मार्जिन्‍स और ऑपरेटिंग लिवरेज सस्‍टेन रहा है. पेटीएम अपने गाइडेंस को हासिल करने के लिए ट्रैक पर है. पेटीएम ने सितंबर 2023 तक एडजस्‍टेड EBITDA ब्रेक-इवन पर आने का अनुमान रखा है.

CLSA ने पेटीएम पर बिकवाली की राय दी है. टारगेट 650 रुपये रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि दूसरी तिमाही में इंक्रीमेंटल प्रॉफिटैबिलिटी उम्‍मीद के मुताबिक रही है. लेडिंग से इसे बूस्‍ट मिला है. कंपनी ने अपने कोर एबिटडा अनुमान में कमोबेश बदलाव नहीं किया है. कंपनी के लिए एक अहम ट्रिगर 15 नवंबर को प्री-आईपीओ निवेशकों के लिए खुल रहा लॉक-इन है.

Paytm में डबल होगा पैसा?

Paytm के स्‍टॉक पर ICICI सिक्‍युरिटीज सबसे ज्‍यादा बुलिश नजर आ रहा है. ब्रोकरेज ने 1285 का टारगेट दिया है. 7 नवंबर 2022 को शेयर का भाव 651 रुपये पर बंद हुआ था. इस तरह मौजूदा भाव से निवेशकों को आगे 97 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिल सकता है. यानी, निवेशकों का पैसा डबल मौजूदा भाव से डबल हो सकता है.

लिस्टिंग के बाद से ही निवेशकों को पेटीएम डिस्काउंट ब्रोकरेज में निवेश करें के स्‍टॉक्‍स में निराशा हाथ लगी है. NSE पर स्‍टॉक ने 12 मई 2022 को 510 रुपये का रिकॉर्ड लो बनाया था. शेयर अपने 1955 रुपये के ऑल टाइम हाई से करीब 67 फीसदी टूट चुका है. कंपनी का शेयर 18 नवंबर 2021 को शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था. इश्यू प्राइस 2150 रुपये की तुलना में यह 1955 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो रिकॉर्ड हाई है.

Paytm: कैसे रहे Q2FY23 नतीजे

पेटीएम का जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही में घाटा 571 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का घाटा 472.90 करोड़ था, जबकि पहली तिमाही (Q1FY23) में घाटा 650 करोड रुपये था. कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्‍यू 76 फीसदी (YoY) उछलकर 1914 करोड़ रुपये हो गया. सितंबर 2021 तिमाही में यह 1086 करोड़ रुपये था. जबकि, जून 2022 तिमाही के मुकाबले रेवेन्‍यू 14 फीसदी उछला है. मर्चेंट सब्सक्रिप्‍शन रेवेन्‍यू में बढ़ोतरी से कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्‍यू उछला है.


(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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