ब्रोकर क्या है

स्टॉक ब्रोकर नौकरी| सैलरी| 2022| Stock Broker Kya Hota Hai
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है – stock broker kya hota hai, शेयर मार्केट में ब्रोकर का क्या काम होता है?
दोस्तों, इस लेख में हम शेयर मार्किट में उपयोग होने बाले ब्रोकर (broker) के बारे में जानकरी प्राप्त करेंगे. क्योकि बिना ब्रोकर के शेयर को खरीद या बेच नहीं सकते है. इस समय सभी लोग share market की तरफ आना चाहते है और काफी लोग निवेश भी कर चुके है. जब से इन्टरनेट का दौर आया है तब से ज्यादातर कार्य ऑनलाइन होने लगे है.
पहले के लोग सिटी में ही निवेश करते थे लेकिन अब गाँव के लोग भी निवेश करने लगे है यह सिर्फ इन्टरनेट के करण संभव हुआ है. इसलिए शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए बेसिक जानकारी पता होना चाहिए जिससे आगे आपको कोई समस्या ना हो.
Stock broker kya hota hai के बारे मे अच्छे से समझाने की कोशिश करेंगे ताकि आपको एक बेसिक ज्ञान मिलते रहे। तो चलिए मे आपको step by step जानकारी इस पोस्ट के जरिये बता रहे है.
जैसा की आपको पता है की डायरेक्ट शेयर मार्किट में जाकर किसी कंपनी के शेयर नहीं खरीद सकते है उसके लिए एक कंपनी या ऐसा रास्ता चाहिए जो मार्केट में जाकर आपके आर्डर को पहुचाएं, उसको हम stock broker कहते है. ब्रोकर हमारे आर्डर को stock exchange NSE या BSE में पहुचाते है और ये ब्रोकर कंपनिया कुछ फीस लेती है जिनको हम ब्रोकरेज या दलाली कहते है. ब्रोकर अपनी फीस को लेकर हमारे आर्डर को मार्किट में प्लेस करते है जिसको stock broker कहते है.
स्टॉक ब्रोकर किस तरह से काम करता है (Stock Broker Kya Hota Hai)
शेयर मार्किट में शेयर को sell और buy के लिए stock broker में ट्रेडिंग account बनाना होता है. इसके जरिये ही हम मार्किट मे आप आर्डर लगाते है की हमें किस शेयर को किस समय ख़रीदे और कब बेचे, कितनी क्वांटिटी ख़रीदे. ये कुछ ही सेकंड में अपने आर्डर को मार्किट में पंहुचा देते है.Stock broker kya hota hai
इसका प्रोसेस कुछ इस तरह है –
मान लीजिये की आपने अपने ट्रेडिंग अकाउंट से TCS कंपनी के 20 शेयर खरीदने का आर्डर दिया अब आर्डर को प्लेस करते ही stock ब्रोकर आपके आर्डर को शेयर मार्किट में ले जायगा. और जो व्यक्ति TCS कंपनी के शेयर को बेचने के लिए खोज रहा होगा. इस प्रोसेस में आप शेयर को खरीद रह है और वो व्यक्ति शेयर को बेच रहा है. ये मैचिंग आर्डर हुआ जिसमे वह आपके आर्डर को आप तक पंहुचा देगा ये काम stock broker करते है.
Stock broker कितने प्रकार के होते है?
स्टॉक ब्रोकर 2 प्रकार के होते है-
1.फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full-Service Broker)
2.डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (Discount Stock Broker)
1.फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full-Service Broker)-
ये ब्रोकर फुल सर्विस प्रोवाइड करते है लेकिन इसमें sell और buy की सुविधा नहीं मिलती है. इसमें कई अन्य सर्विस प्रोवाइड होती है जैसे कौनसा शेयर खरीदना है, कितने शेयर खरीदना है, और उसे कब बेचना है ये सभी जानकारी Full-Service Broker में मिलती है.
यदि जब भी आप ब्रोकर क्या है कोई stock खरीद रह है और पैसे कम है तो ऐसे में आपको margin money की सुविधा मिलती है. यदि आप “इनिशियल पब्लिक ओफ्फेरिंग” के जरिये शेयर को खरीद रह है तो आप फ़ोन से कॉल करके या इन्टरनेट एप्लीकेशन की मदद से अपने दिय गय आर्डर को प्लेस कर सकते है. इस ब्रोकर में आपको पोर्टफोलियो मैनेज की सुविधा मिलती है.
2. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (Discount Stock Broker)-
ट्रेडर इस ब्रोकर के नाम से ही पता चल रहा है की ये Discount Stock Broker है. यहाँ पर ब्रोकर की फीस कम होती है कम पैसो में आपको आर्डर को मार्किट में प्लेस किया जाता है. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर की तरफ से कोई भी सर्विस नहीं मिलेगी, आपको खुद ही खोज कर प्लेस करना होता है. इस ब्रोकर में आपको पोर्टफोलियो मैनेज की सुविधा नहीं मिलती है.
Top 10 Stock Brokers in India 2022
2 Angel Broking
3 India Infoline
4 Motilal Oswal
9 HDFC Security
लोगों दोवारा पूछे गय सवाल –
स्टॉक ब्रोकर की सैलरी कितनी होती है?
यदि आपको स्टॉक ब्रोकर के बारे में पूरी जानकारी है तो आप अपने लिए खुद का ऑफिस खोल कर व्यापार शुरू कर सकते है. वही दूसरी तरफ आप किसी कंपनी में जॉब करते है तो आपको प्रतेक महीने सुरुआती में ₹25000 से लेकर ₹40000 तक सैलरी मिलेगी.
जिस तरह से आपको अनुभव होगा ठीक उसी तरह से ब्रोकर क्या है सैलरी भी बढेगी. अच्छी योग्यता होने पर आपको महीने में 1 लाख सैलरी भी मिलने लगेगी. आप चाहे तो इसे side income के तौर पर कर सकते है.
स्टॉक मार्केट में नौकरी – Job in Stock Market
हम आपको ज्ञात कराते है की स्टॉक मार्किट में जॉब करने पर आपको क्या-क्या कार्य करने को मिलेंगे. स्टॉक मार्किट में सिक्योरिटी एनालिस्ट, स्टॉक ब्रोकर्स, सिक्योरिटी रिप्रेजेंटेटिव एवं कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट, मार्केटिंग एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव आदि. स्टॉक मार्किट में सभी लेखा-जोखा तथा रिसर्च सम्बंधित हिसाब करना होता है.
स्टॉक ब्रोकर बनने के क्या फायदे है?
- ब्रोकर्स अपने अधिक मात्रा में ग्राहक होने पर ब्रोकरेज फीस ले सकता है.
- ग्राहक मैनेजमेंट और रिसर्च आदि की जिम्मेदारी sub broker को दे सकता है.
- जैसा की आपको पता है की स्टॉक मार्किट में अधिक पैसा है जिसमे आप स्टॉक ब्रोकर बने और सर्विस देकर अच्छी कमाई कर सकते है.
- जब ब्रोकर क्या है आप स्टॉक ब्रोकर बन जायेंगे तो आपको शेयर मार्किट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हो जायगी. इसके माध्यम से आप शेयर मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करके अच्छा पैसा कमा सकते है.
- इसके आलावा जो भी शेयर मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करना चाहता है उसे आप राये, सलाह और अच्छा मार्गदर्शन देकर उनसे फीस भी ले सकते है.
- इसके आलावा youtube पर अपना channel बना सकते है और शेयर मार्किट से सम्बंधित ब्रोकर क्या है जो भी जानकरी आपको है वह youtube पर विडियो के माध्यम से अपलोड कर सकते है.
इन्हें भी पढ़े –
शेयर मार्केट में ब्रोकर बनने के लिए क्या करना होगा?
यदि आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते है तो उसके लिए आपको financial market course करना होगा. इसके साथ में आपको economics, statistics, commerce, accountancy या Business Administrator इन सब्जेक्ट की ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ले सकते है यदि इसकी knowledge होगी ब्रोकर क्या है तो काफी मदद मिलेगी.
यदि आपको course करना है तो National Stock Exchange का NCFM Course कर सकते है यह एक online certification program है. इस course को करने बाले को math या english होना बहुत जरुरी है. इसके तरह ही BSE institute भी online program प्रोवाइड करता है. स्टॉक ब्रोकिंग छेत्र रिस्क से भरा हुआ है. इसमें कम काम और अधिक समय का होता है बहुत अधिक प्रेशर भी होता है. Stock Broker Kya Hota Hai, स्टॉक ब्रोकर कैसे बने?
दलाल कितने प्रकार के होते हैं?
दलाल कई प्रकार के होते है-
ब्रोकर-डीलर
सीमा शुल्क दलाल
व्यापार दलाल
कार्गो ब्रोकर
ब्रोकरेज फ़र्म
ऑटो परिवहन दलाल
कमोडिटी ब्रोकर
सूचना दलाल
दलाल को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
दलाल किसे कहते है – दलाल (broker) वो होता है जो खरीदने बाले और बेचने बाले के बिच में सौदा कराने में मदद करता है जिसे हम english में broker कहते है.
स्टॉक ब्रोकर का मतलब क्या है?
काफी सारे लोगो को पता नहीं होगा की स्टॉक ब्रोकर का मतलब क्या है? दलाल (broker) दूसरे लोगों के बिच में ख़रीद-बिक्री का काम करता है जिसमे उसे कुछ मुनाफा मिलता है.
क्या मैं स्टॉक ब्रोकर बन सकता हूं?
स्टोक ब्रोकर बनने के लिए 21 वर्ष की आयु होना जरुरी है. स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए 10th या 12th पास होना चाहिए. इसके लिए आपको Partner or Authorized Assistant or Authorized Clerk or Remisier or Handyman 2 बर्ष का अनुभव होना चाहिए.
स्टॉक ब्रोकर क्या है और शेयर ब्रोकर के प्रकार (Stock Broker in Hindi)
Stock Broker Kya Hai In Hindi: अगर आप शेयर मार्केट के बारे में सीखना चाहते हैं तो इससे जुड़े छोटे – छोटे टर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करें, इनके बारे में जानकारी होना आपके वित्तीय बुद्धि को मजबूत बनाती है. शेयर बाजार से जुडी एक ऐसी ही टर्म ब्रोकर क्या है है जो कि बहुत महत्वपूर्ण है वह है स्टॉक ब्रोकर. जिसके बारे में हम आपको आज के लेख में जानकारी देंगे.
आज के इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Stock Broker क्या है, स्टॉक ब्रोकर कितने प्रकार के होते हैं, स्टॉक ब्रोकर कैसे काम करता है और स्टॉक ब्रोकर कैसे बनें.
शेयर मार्केट में स्टॉक ब्रोकर का रोल सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि निवेशक सीधे तौर पर शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है. ब्रोकर के द्वारा ही निवेशक शेयर बाजार में शेयर को खरीद और बेच सकता है. शेयर खरीदने और बेचने के लिए ब्रोकर कुछ प्रतिशत चार्ज अपने ग्राहकों से करते हैं जिससे उनकी कमाई होती है.
अगर आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक पढ़ें, इसमें हमने आपको स्टॉक ब्रोकर के बारे में बहुत उपयोगी जानकारी प्रदान करवाई है. तो चलिए आपका अधिक समय न लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Share Broker क्या है हिंदी में.
Broker Meaning in Hindi
Who is Broker meaning in Hindi ब्रोकर किसे कहते हैं और इनके क्या कार्य होते हैं। स्टॉक ब्रोकर कौन होते हैं और इन्हें कौन नियुक्त करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर की क्या भूमिका होती है। इनका रेगुलेटर कौन है और इनकी शिकायत कहां की जा सकती है। यह सब समझेंगे आसान भाषा में। कैसे खोज सकते हैं BSE और NSE के लिये ब्रोकर। साथ ही Broker meaning in Hindi में समझेंगे किस तरह आप भी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। शेयर मार्केट के सभी पहलुओं को समझने के लिये शेयर मार्केट इन हिंदी पढ़िये हमारी साइट पर।
Broker Meaning in Hindi
Broker Meaning in Hindi
Broker यानी ब्रोकर को हिंदी में दलाल या बिचौलिया भी कहते हैं। ब्रोकर कोई व्यक्ति या फर्म हो ब्रोकर क्या है ब्रोकर क्या है सकती है जो निवेशक द्वारा जमा किए गए ऑर्डर को खरीदने और बेचने के लिए शुल्क या कमीशन लेता है। एक ब्रोकर एक फर्म की भूमिका को भी संदर्भित करता है जब यह किसी ग्राहक के लिए एजेंट के रूप में कार्य करती है और ग्राहक से अपनी सेवाओं के लिए कमीशन लेती है। किसी भी एक्सचेंज में व्यक्तिगत ब्रोकर और कॉर्पोरेट ब्रोकर हो सकते हैं।
Stock Broker किसे कहते हैं
Stock Broker अपने स्टॉक एक्सचेंज ब्रोकर क्या है के सदस्य होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज का सारा व्यापार इन्हीं के जारिये होता है। स्टॉक एक्सचेंज में व्यक्तिगत सदस्यता और कॉर्पोरेट सदस्यता ली जा सकती है। बड़े और फुल सर्विस ब्रोकर मार्केट रिसर्च करते हैं और अपने क्लाईँट के लिये इन्वेस्टमेँट एडवाइजर का काम भी करते हैं।
Broker Meaning in Hindi – ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए भी चाहिए
पहले शेयर बाजार में निवेश करना केवल बड़े शहरों तक ही सीमित था। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने इसकी पहुंच हर जगह बना ली है। इन ब्रोकरों के कारण लगभग कोई भी शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। ब्रोकर के पास अपना खाता खोल कर कोई भी इनके द्वारा प्रदान किये गये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खुद भी ट्रेडिंग कर सकता है। इसके लिये आपको डीमैट खाते की जरूरत होती है। कई ब्रोकिंग हाउस जो बैंकों से जुड़े हैं वे थ्री इन वन खाते की सुविधा देते हैं जिसमें ट्रेडिंग खाता, डीमैट खाता और सेविंग खाता एक ही जगह खोल सकते हैं। भारत में कुछ बड़े स्टॉक ब्रोकर हैं शेयरखान, एक्सिस सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, एंजल ब्रोकिंग ओर मोतीलाल ओसवाल। यहां पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।
Broker एक्सचेंज के नियमों के अधीन होते हैं
स्टॉक Broker किसी ना किसी सटॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर आप यहां खोज सकते हैं और बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य यहां खोज सकते हैं। BSE और NSE के Broker अपने एक्सचेंज के नियमों के अनुसार काम करते हैं और एक्सचेंज इन पर कड़ी निगरानी रखते हैं। इनके अलावा सेबी स्टॉक ब्रोकरों के रेगुलेटर के रूप में कार्य करती है। एक्सचेंज के ट्रेडिंग सदस्यों को एक्सचेंज के नियम, विनियम और उपनियमों और एक्सचेंज में निर्धारित अन्य आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक होता है।
महत्व
जिस प्रकार शेयर बाजार का महत्व है उसी प्रकार स्टॉक एक्सचेंज के सदस्यों का भी महत्व है स्टॉक एक्सचेंज को सुचारू रूप से चलाने के लिये। Broker यहां के स्तंभ के रुप में कार्य करते हैं और अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाते हैं। This was information about Broker and his work in Hindi. आशा है कि में आपको स्पष्ट हो गया होगा कि ब्रोकर किसे कहते हैं और कैसे ये किसी एक्सचेंज के महत्वपूर्ण प्रतिभागी होते हैं।
Stock Broker Meaning in Hindi | स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है ? (Stock Broker kya hai):
एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज जैसे NSE यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और BSE यानि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य होता है।
कोई भी स्टॉक ब्रोकर अपने client यानि कोई निवेशक या ट्रेडर तथा स्टॉक एक्सचेंज के बिच की कड़ी की तरह होता है।
वह निवेशक और ट्रेडर को स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदने और बेचने की पूरी व्यवस्था करता है।
Stock Broker kya hai और का उसका काम क्या है ?
शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी व्यक्ति को ट्रेडिंग और डीमैट खाता खुलवाने की जरुरत होती है।
एक ब्रोकर यह दोनों खाते खोल कर निवेश और ट्रेडिंग करने की सुविधा देता है।
कई Banks जैसे SBI और HDFC भी एक ब्रोकर की तरह रजिस्टर्ड होते है।
ऐसी बैंक आपको Bank Account, Demat Account और Trading Account तीनो खाते एक साथ खुलवाने की सुविधा देती है।
नई टेक्नोलॉजी की वजह से अब सभी ब्रोकर अपने client को सीधा खरीद और बिक्री का प्लेटफॉर्म देती है।
इन प्लेटफॉर्म की वजह से अब लोगो को ब्रोकर को कॉल कर के अपना ऑर्डर देने की जरुरत नहीं पड़ती।
बल्कि वह खुद सिर्फ अपने मोबाइल से भी अपना शेयर खरीद बिक्री का ऑर्डर सीधे स्टॉक एक्सचेंज को भेज सकते है।
इन सभी प्लेटफॉर्म की वजह से ही आज शेयर बाजार में हर सेकंड से भी कम समय में शेयर के दाम बदलते रहते है।
इन सारी सुविधाओं के बदले में वह हर एक खरीद बिक्री पर कुछ ब्रोकरेज लेता है।
अलग अलग तरह के ब्रोकर अलग अलग ब्रोकरेज चार्ज करते है। Stock Broker kya hai
स्टॉक ब्रोकर के प्रकार (Types of StockBroker) :
स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा और ब्रोकरेज लेने के अनुसार उसके दो प्रकार है।
1) Full Service या Regular Broker :
इस प्रकार के ब्रोकर पुराने तरह के ब्रोकर है। Meaning of StockBroker
यह ब्रोकर खरीद बिक्री की सुविधा के साथ साथ निवेशको और ट्रेडरो को और भी बहुत सी सेवाए देते है।
- निवेश या ट्रेडिंग की सलाह देना , Stock Broker kya hai
- IPO भरने की सुविधा और उसके बारे में सलाह देना ,
- शेयर बाजार के संबंध में आने वाली खबरों के बारे में अवगत करवाना ,
- कॉल कर के शेयर की खरीद-बिक्री का ऑर्डर देने की सुविधा देना ,
- कि जाने वाली खरीद बिक्री के Contract Note की कॉपी देना।
और भी बहुत सुविधाए देता है। Stock Broker kya hai
यह सब सुविधा देने के कारण इस तरह के ब्रोकर का खर्च थोड़ा ज्यादा होता है।
इस वजह से इस तरह के ब्रोकर अपने क्लाइंट (निवेशको और ट्रेडरो) से ज्यादा ब्रोकरेज लेते है।
2) Discount StockBroker : Meaning of StockBroker
डिस्काउंट ब्रोकर के नाम से ही पता चलता है, की वह regular broker से काफी कम ब्रोकरेज लेते है।
जैसे Upstox जो Intraday Trading पर कुल टर्नओवर के 0.05 % या फिर हर एक ऑर्डर के 20 रूपए दोनों में से जो कम हो उतना ब्रोकरेज लेता है। जबकि डिलीवरी ले कर ट्रेडिंग करने पर तो 0 ब्रोकरेज लेते है।
इनका मुख्य उद्देश्य निवेशकों और ब्रोकर क्या है ट्रैडरो को कम से कम ब्रोकरेज पर खरीद बिक्री करने की सुविधा देना होता है।
इस वजह से ऐसे ब्रोकर निवेशको को सिर्फ खरीद के लिए जरुरी सुविधाए ही देते है .
- ऐसे ब्रोकर निवेश या ट्रेडिंग की सलाह नहीं देते।
- IPO के बारे में सलाह या सुविधा भी नहीं देते।
- कॉल कर के ट्रेडिंग की सुविधा भी नहीं देते और देते है तो उसके लिए अलग चार्ज लेते है।
- कागज़ पर Contract Note चाहिए तो इसके लिए भी अलग चार्ज लेते है।
- हलाकि ईमेल पर Electronic Contract Note मिलता है।
यह सभी सुविधाए न देने के कारण उनका खर्च Regular Broker से बहुत कम हो जाता है।
और इस वजह से वह बहुत कम ब्रोकरेज में शेयर की खरीद बिक्री करने की सुविधा देते है।
दोनों तरह के ब्रोकर के अपने अपने लाभ और हानी है। Stock Broker kya hai
आप अपनी जरुरत के हिसाब से अपने लिए इन दोनों में से अपने लिए ब्रोकर चुन सकते है।
तो दोस्तों यह था स्टॉक ब्रोकर का मतलब (Meaning of StockBroker).
उम्मीद करता हु की आपको StockBroker के बारे में सब समझ आ गया होगा।
दोस्तों अभी Upstox जो की एक Discount Broker है, उसमे Trading और Demat अकाउंट free मे खोलने का offer चल रहा है।
अगर आप शेयर बाज़ार से जुड़ी एसी ही जानकारी की Update free मे चाहते है, तो नीचे दिए गए Blue Color के (Subscribe to Updates) के Button को Click करके जो स्क्रीन खुलेगी उसमे yes का विकल्प select कर दीजिए।
शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? ब्रोकरेज चार्जेस की गणना किस प्रकार की जाती है?
शेयर मार्केट में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शेयर की खरीद बेच होती है जिसके लिए हमारे पास डीमैट अकाउंट तथा ट्रेडिंग अकाउंट का होना आवश्यक है परंतु हमें पता होना चाहिए कि हम सीधे तौर पर शेयर मार्केट (Share Market) में शेयर ब्रोकर क्या है की खरीद बेच नहीं कर सकते हैं इसके लिए हमें एक माध्यम की आवश्यकता होती है जिसे ब्रोकर (Broker) कहा जाता है। ब्रोकर द्वारा हमें इंटरनेट पर एक ब्रोकिंग प्लेटफार्म प्रदान किया जाता है जिसकी मदद से हम शेयर संबंधित लेन देन कर पाते हैं।
ब्रोकर क्या है? | Broker in Hindi
ब्रोकर(Broker) एक वित्तीय माध्यम बिचौलिया अथवा एजेंट होता है जिसके माध्यम से हम शेयर मार्केट में शेयर को खरीद बेच कर पाते हैं। ब्रोकर हमें विभिन्न वित्तीय साधनों जैसे Stocks Futures तथा derivative की खरीद बेच में मदद करता है।
शेयर मार्केट में मुख्यतः दो प्रकार के ब्रोकर होते हैं
- Full Time ब्रोकर – वे ब्रोकर जो शेयर की खरीद बेच के माध्यम के साथ-साथ अन्य सुविधाओं जैसे मार्केट रिपोर्ट्स शेयर के संबंध में सलाह, शेयर के बारे में रिसर्च आदि उपलब्ध कराते हैं वह Full Time ब्रोकर कहलाते हैं
- Discount ब्रोकर – वे ब्रोकर जो कम ब्रोकिंग चार्जेस के साथ शेयरों की खरीद बेच में मदद करते हैं वे डिस्काउंट ब्रोकर कहलाते हैं ये अन्य कोई सुविधा नहीं प्रदान करते हैं
ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं?
वे शुल्क जो ब्रोकर द्वारा अपनी सुविधाओं के एवज में लिया जाता है उसे ब्रोकिंग चार्जेस कहते हैं सभी ब्रोकरो के चार्ज एक से नहीं होते हैं यह इस पर भी निर्भर करते हैं कि किस प्रकार के ट्रांजैक्शन हमारे द्वारा किए जाते हैं यह शुल्क ब्रोकर द्वारा समय समय पर घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है।
भारत में किस प्रकार के ब्रोकर प्लान उपलब्ध हैं?
भारत में ब्रोकर द्वारा बता दो प्रकार के प्लान प्रदान किए जाते हैं
- Monthly Unlimited trading plan इसके अंतर्गत निवेशकों अथवा शेयरधारकों को एक निश्चित मासिक राशि शुल्क के रूप में ब्रोकर(Broker) को प्रदान की जाती है इसके तहत वे एक माह में असीमित stocks तथा securities की खरीद बेच कर सकते हैं।
- Flat per trade brokerage इसके अंतर्गत निवेशकों अथवा शेयरधारकों को प्रति सौदा के हिसाब से ब्रोकर को शुल्क चुकाना पड़ता है।
ट्रेडिंग हेतु ब्रोकरेज चार्ज की गणना किस प्रकार की जाती है?
ब्रोकर(Broker) शुल्क या ब्रोकरेज की गणना शेयर की खरीद बेच पर कुल कीमत के आधार पर एक निश्चित प्रतिशत के रूप में तय की जाती है यह मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है
- Intraday Trading जब किसी व्यक्ति द्वारा शेयर की खरीद तथा बेच एक ही दिन में की जाती है उस स्थिति में व्यक्ति द्वारा किए गए सौदे पर Intraday Trading शुल्क चुकाया जाता है।
जैसे किसी व्यक्ति द्वारा शेयर को खरीद कर उसी दिन ट्रेडिंग सेशन की समाप्ति के पूर्व शेयर को बेच दिया जाता है एसएसबी में ब्रोकर(Broker) शुल्क की गणना इंट्राडे ट्रेडिंग के अंतर्गत की जाती है इस स्थिति के लिए बेचे गाए और खरीदे गाए शेयर की संख्या समान होना आवश्यक है। इस प्रकार के सौदे पर ब्रोकर द्वारा लगाया गया intraday Trading शुल्क 0.01% से 0.05% के मध्य खरीद बेच किए गए शेयर की संख्या पर आधारित होता है। Intraday ब्रोकिंग शुल्क की गणना के लिए शेयर की बाजार कीमत को शेयर की संख्या तथा इंट्राडे शुल्क प्रतिशत के साथ गुणा कर की जाती है
- Delivery Charges जब किसी व्यक्ति द्वारा शेयर मार्केट (Share Market) में शेयर की खरीद बेच 1 दिन में नहीं की जाती है तब उस स्थिति में ब्रोकिंग चार्जेस की गणना डिलीवरी शुल्क के अंतर्गत की जाती है।
इस स्थिति में डिलीवरी चार्ज 0.2% तथा 0.75 % के मध्य होता है जो कि सौदे में किए गए शेयर की संख्या पर निर्भर करता है।
इस प्रकार से डिलीवरी चार्ज की गणना के लिए डिलीवरी चार्ज प्रतिशत को खरीद बेच में प्रयुक्त शेयर की संख्या से गुणा किया जाता है।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुल्क के अलावा अन्य कौन-कौन से शुल्क होते हैं?
- Transaction Charges शेयर मार्केट(Share Market) में शेयर की खरीद बेच के दौरान स्टॉक एक्सचेंज द्वारा शुल्क लिया जाता है जिसे ट्रांजैक्शन चार्जेस कहा जाता है यह ट्रांजैक्शन चार्ज मुख्य रूप से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई तथा मुंबई स्टॉक एक्सचेंज बीएसई द्वारा लिए जाते हैं।
- Security Transaction charges यह शुल्क सौदे (trade) में उपयुक्त securities की कीमत के आधार पर लगाया जाता है।
- Commodity transaction charges यह शुल्क स्टॉक एक्सचेंज में commodity derivative के सौदे (trade) पर लगाया जाता है।
- Stamp duty (स्टांप शुल्क) यह शुल्क राज्य सरकार द्वारा securities इसकी trading पर लगाया जाता है।
- GST (goods and service tax)वस्तु एवम सेवा कर यह शुल्क केंद्र सरकार द्वारा ट्रांजैक्शन चार्जेस तथा ब्रोकिंग शुल्क पर लगाया जाता है। वर्तमान में यह 18% है।
- SEBI turnover charges यह शुल्क बाजार नियामक संस्था सेबी द्वारा सभी प्रकार के वित्तीय लेन देन जैसे stocks तथा सभी securities (debt को छोड़कर आदि पर लगाया जाता है।
- DP( Depository Participants)
जब हम किसी शेयर की खरीद बेच एक ही trading session के दौरान नहीं करते हैं। उस स्थिति में यह शुल्क depository participants द्वारा लिया जाता है। Intraday Trading के दौरान यह शुल्क देय नहीं होता है। यह शुल्क शेयर की संख्या पर निर्भर ना होकर एक निश्चित राशि के रूप में लिया जाता है।
शेयर मार्केट में ब्रोकर से जुड़े कुछ सवाल जवाब
शेयर मार्केट(Share Market) में कितने प्रकार के ब्रोकर होते हैं?
शेयर मार्केट में कितने दो प्रकार के ब्रोकर होते हैं-
Full Time ब्रोकर तथा Discount ब्रोकर