व्यापारियों के लिए बोनस

2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों के खाते में बोनस की राशि पहुंचेगी, खाते में अंतरित होंगे 67 करोड़ रुपए
भोपाल: मध्यप्रदेश (MP) में 2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों (beneficiaries) के खाते में बोनस (bonus) की राशि पहुंचेगी। दरअसल केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit shah) 22 अप्रैल को भोपाल दौरे पर पहुंच रहे हैं। साथ ही लाखों संग्राहको के खाते में 67 करोड़ की राशि अंतरित की जाएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। आखिरकार 2 साल के बाद तेंदूपत्ता संग्राहकों (Tendu leaves collectors) के खाते में राशि दी जा रही है। इससे पहले Corona काल के दौरान इस राशि को रोक लिया गया था।
दरअसल अमित शाह 22 अप्रैल को जंबूरी मैदान पर आयोजित तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन में शामिल होंगे। जिसमें प्रदेश के 18 लाख संग्राहकों को 67 करोड़ रूपए का बोनस वितरित किया जाएगा। बता दे कि 18 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक के खाते में यह बोनस वर्ष 2020 के सीजन की भेजी जाएगी।
साथ ही वनोपज समिति और तेंदूपत्ता संग्राहको के लिए कई बड़ी और नई घोषणाएं भी की जा सकती है। 22 अप्रैल को अमित शाह 18 लाख लोगों को बड़ा तोहफा देंगे। इसके साथ ही कार्य योजना के तहत 4 लाख 31 हजार हेक्टेयर पर बिगड़े बन के स्वरूप को बदलने वाली ग्राम समितियों को भी सम्मानित किया जाएगा। चर्चा है कि 1152 ग्राम समितियों को सम्मानित करने के साथ ही 20 फीसद राजस्व का हिस्सा दिए जाने की भी घोषणा की जा सकती है।
अगर ऐसा होता है तो ऐसे समितियों के हिस्से में हर वर्ष 160 करोड़ रुपए पहुंचेंगे। वहीं प्रदेश के 18 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक के खाते में ₹67 करोड़ रूपए की राशि अंतरिक्ष की जाएगी। इससे पहले वर्ष 2017-18 और 19 के तेंदूपत्ता संग्राहक को बोनस के रूप में 191 करोड़ 40 लाख रुपए का वितरण किया गया था। इसका सबसे ज्यादा लाभ सतना, सिंगरौली, उमरिया जिले के तेंदूपत्ता संग्रहक को मिला था।
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक ऐसे पाए गए हैं। जो न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत हुए बल्कि अपनी जगह दूसरे से काम करवा कर संग्राहक बनकर सरकारी योजना का लाभ ले रहे थे। ऐसे संग्राहक को संबल योजना से बाहर कर दिया गया है। वहीं ऐसे संग्राहक की संख्या डेढ़ लाख के करीब बताई जा रही है। जिसमें से व्यापारियों के लिए बोनस सबसे अधिक अपात्र तेंदूपत्ता संग्राहक सिवनी जिले में पाए गए हैं। सिवनी जिले में इनकी संख्या करीब 63000 के करीब है।
14 हजार कोयला कोमगारों के खाते में जमा हुआ 107 करोड़ का बोनस
कोल इंडिया की सहयोगी कंपनी एसईसीएल ने अपने कर्मचारियों को बोनस का भुगतान कर दिया है। शनिवार तक बोनस की राशि सभी कर्मचारियों के खाते में पहुंच गई। इस साल एसईसीएल ने लगभग 40 हजार कर्मचारियों के खाते में 300 करोड़ रुपए से अधिक का बोनस भुगतान किया है। कोरबा में ही 107 करोड़ रुपए कर्मचारियों के खाते में जमा कराए गए हैं।
इस साल कोल इंडिया ने प्रत्येक कोयला कामगार को 76 हजार 500 रुपए बोनस देने की घोषणा की है। यह राशि शनिवार को सभी कोयला कर्मचारियों के खाते में पहुंच गई। कोरबा जिले की अलग-अलग खदानों में लगभग १४ हजार कर्मी कार्यरत हैं। इनके बोनस का भुगतान शनिवार को बैंक के जरिए किया गया।
कोरबा की खदानों में काम करने वाले लगभग 14 हजार कामगारों को 107 करोड़ रुपए के आसपास बोनस का भुगतान किया गया है। बोनस की राशि मिलने से कर्मचारियों में खुशी की लहर है।
कोयला कामगारों के बोनस की अधिकांश राशि बाजार में खर्च होती है। कामगारों के बोनस पर व्यापारियों की नजर है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए व्यापाारियों ने काफी तैयारी की है। ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों में विशेष छूट दी जा रही है। सराफा कारोबारियों की नजर भी बोनस की राशि पर है। सुराफा दुकानों में महिलाओं के लिए इस साल आकर्षक और नए अंदाज ज्वेलरी उपलब्ध है। हालांकि सोने की कीमत ग्राहकों को थोड़ी परेशान कर रही है। लेकिन व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ दिन सोने के भाव में थोड़ी नरमी आई है, जो कारोबार के लिए अच्छा संकेत हैं।
एनटीसीसी और बालको में भी जल्द होगी बोनस की घोषणा
दो-चार दिन में एनटीपीसी और बालको कर्मचारियों के लिए भी बोनस की घोषणा होनी है। हालांकि बालको कर्मचारियों के बीच चर्चा है कि इस साल उन्हें एक लाख 24 हजार 200 रुपए तक अधिकतम बोनस प्राप्त हो सकता है। इस पर एक यूनियन से चर्चा के बाद प्रबंधन राजी हो गया है। लेकिन बालको प्रबंधन ने अभी बोनस की राशि को लेकर अभी स्पष्ट आदेश जारी नहीं किया है। जल्द ही आदेश जारी होने की संभावना है। एनटीपीसी में बोनस पर चर्चा की तिथि अभी तय नहीं है। लेकिन जल्द ही इस पर बैठक की संभावना है।
दुपहिया गाडिय़ों की सबसे अधिक बुकिंग, चारपहिया की भी मांग
सार्वजनिक कंपनी से कामगारों को प्राप्त होने वाली बोनस की अधिकांश राशि ऑटोमोबाइल सेक्टर में खर्च होती है। इस साल में भी अलग-अलग कंपनियों की शो- रूम में दुपहिया गाडिय़ों की सबसे अधिक मांग है। दुर्गा पूजा में ही एक हजार से अधिक दुपहिया गाडिय़ों की बिक्री होनी है। इसके लिए ग्राहकों ने बुकिंग भी कराई है। कोयला कामगारों के खाते में बोनस की राशि पहुंचते ही बुकिंग की डिलेवरी भी शुरू हो गई है। शनिवार को कई लोगों ने शो- रूम पहुंचकर दुपहिया गाड़ी को खरीदा। चारपहिया गाडिय़ों की बिक्री भी हुई।11:58 AM
व्यापारियों को बोनस का इंतजार, बाजार में आएगी रौनक
भीलवाड़ा. भीलवाड़ा के बाजार दीपावली की तैयारियाें में जुटे हैं। सरकार से व्यापारियों के लिए बोनस मिलने वाले दिवाली बोनस का इंतजार कर्मचारी ही नहीं बल्कि बाजार भी कर रहा है। रेडीमेड, ज्वैलरी, ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के विक्रेता बोनस से उम्मीद लगाए बैठे हैं। दो साल से कोरोना के चलते बाजार उठ नहीं पाया था लेकिन इस बार अच्छी खरीदारी की आस है।
व्यापारियों का कहना है कि सरकारी कर्मचारी महीने की तनख्वाह से घर का खर्च चलाते हैं। दीपावली की खरीदारी बोनस से ही करते हैं। दीपावली से पहले ही बाजार में व्यापारी ज्यादा सामान सजाते हैं। ज्वैलर्स व्यापारी मनीष बहेडि़या ने बताया कि दीपावली के लिए बाजार सज गया। सोने चांदी की अच्छी खरीदारी बोनस आने के बाद ही होगी। लोग सोने चांदी के हल्के आइटम के साथ पूजा के लिए लक्ष्मी व गणेश भी खरीदते हैं।
रेडिमेड गारमेंट व्यापारी ने बताया कि अब लोग साल भर त्योहार व मौसम के अनुसार कपडे़ खरीदते हैं लेकिन दीपावली पर खास तौर से कपड़े खरीदे जाते हैं। पूजा में नए वस्त्र पहनने की परंपरा है, लेकिन अभी बिक्री मंदी है। लोगों को जब बोनस मिलेगा तो ही बाजार में ग्राहकी बढ़ेगी। बोनस में अच्छी खासी रकम मिलती है जिसमें दीपावली की खरीदारी होती है। इसके साथ ही अन्य दुकानदार भी कर्मचारियों को मिलने वाले बोनस का इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि भीलवाड़ा जिले में लगभग हर कर्मचारी के खाते में 6 से 10 हजार रुपए बोनस के आते हैं।
2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों के खाते में बोनस की राशि पहुंचेगी, खाते में अंतरित होंगे 67 करोड़ रुपए
भोपाल: मध्यप्रदेश (MP) में 2 साल के बाद व्यापारियों-हितग्राहियों (beneficiaries) के खाते में बोनस (bonus) की राशि पहुंचेगी। दरअसल केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit shah) 22 अप्रैल को भोपाल दौरे पर पहुंच रहे हैं। साथ ही लाखों संग्राहको के खाते में 67 करोड़ की राशि अंतरित की जाएगी। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। आखिरकार 2 साल के बाद तेंदूपत्ता संग्राहकों (Tendu leaves collectors) के खाते में राशि दी जा रही है। इससे पहले Corona काल के दौरान इस राशि को रोक लिया गया था।
दरअसल अमित शाह 22 अप्रैल को जंबूरी मैदान पर आयोजित तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन में शामिल होंगे। जिसमें प्रदेश के 18 लाख संग्राहकों को 67 करोड़ रूपए का बोनस वितरित किया जाएगा। बता दे कि 18 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक के खाते में यह बोनस वर्ष 2020 के सीजन की भेजी व्यापारियों के लिए बोनस जाएगी।
साथ ही वनोपज समिति और तेंदूपत्ता संग्राहको के लिए कई बड़ी और नई घोषणाएं भी की जा सकती है। 22 अप्रैल को अमित शाह 18 लाख लोगों को बड़ा तोहफा देंगे। इसके साथ ही कार्य योजना के तहत 4 लाख 31 हजार हेक्टेयर पर बिगड़े बन के स्वरूप को बदलने वाली ग्राम समितियों को भी सम्मानित किया जाएगा। चर्चा है कि 1152 ग्राम समितियों को सम्मानित करने के साथ ही 20 फीसद राजस्व का हिस्सा दिए जाने की भी घोषणा की जा सकती है।
अगर ऐसा होता है तो ऐसे समितियों के हिस्से में हर वर्ष 160 करोड़ रुपए पहुंचेंगे। वहीं प्रदेश के 18 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक के खाते में ₹67 करोड़ रूपए की राशि अंतरिक्ष की जाएगी। इससे पहले वर्ष 2017-18 और 19 के तेंदूपत्ता संग्राहक को बोनस के रूप में 191 करोड़ 40 लाख रुपए का वितरण किया गया था। इसका सबसे ज्यादा लाभ सतना, सिंगरौली, उमरिया जिले के तेंदूपत्ता संग्रहक को मिला था।
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक ऐसे पाए गए हैं। जो न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत हुए बल्कि अपनी जगह दूसरे से काम करवा कर संग्राहक बनकर सरकारी योजना का लाभ ले रहे थे। ऐसे संग्राहक को संबल योजना से बाहर कर दिया गया है। वहीं ऐसे संग्राहक की संख्या डेढ़ लाख के करीब बताई जा रही है। जिसमें से सबसे अधिक अपात्र तेंदूपत्ता संग्राहक सिवनी जिले में पाए गए हैं। सिवनी जिले में इनकी संख्या करीब 63000 के करीब है।