क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए?

Crypto Scam Alert : क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ये लड़की कर चुकी है 30 हजार करोड़ का फ्रॉड, निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
Onecoin Fraud : अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की सोच रहे हैं तो आपको कुछ सावधानी बरतनी चाहिए. दरअसल क्रिप्टो मार्केट में OneCoin में निवेश के नाम पर एक महिला ने 30 हजार करोड़ रुपये का फ्रॉड किया था.
By: ABP Live | Updated at : 17 Jan 2022 10:32 PM (IST)
वनकॉइन के नाम पर फ्रॉड करने वाली रुजा इग्नातोवा
Crypto Scam : पिछले कुछ साल में दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है. इसमें निवेश (Investment) करने वालों की संख्या भी बढ़ने लगी है. क्रिप्टोकरेंसी ने कम समय में कई लोगों को कई गुना क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? रिटर्न देकर उनकी किस्मत ही बदल दी है, लेकिन इसमें निवेश करना इतना सुरक्षित भी नहीं है. निवेश से पहले आपको कई तरह की सावधानी बरतने की जरूरत होती है. जरा सी लापरवाही से आपकी मेहनत की कमाई को जालसाज उड़ा सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) में कई बड़े फ्रॉड (Fraud) हो चुके हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अबतक का सबसे बड़ा क्रिप्टो स्कैम (Crypto Scam) एक महिला ने किया था. आइए आपको बताते हैं कि कैसे इस महिला ने की थी ठगी और आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
महिला ने किया था कारनामा
रिपोर्ट के मुताबिक, रुजा इग्नातोवा (Ruja Ignatova) नाम की महिला ने अब तक का सबसे बड़ा क्रिप्टो स्कैम (Crypto Scam) किया है. इग्नातोवा ने इस स्कैम को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया था. उसने 2014 में वनकॉइन (OneCoin) नाम से अपनी क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की थी. इस कॉइन के जरिए रुजा ने करीब 2 लाख इन्वेस्टर्स (Investors) को फंसाया. रुजा ने इस कॉइन (Coin) की मार्केटिंग अलग-अलग कई देशों में की. वहां एजुकेशनल कंटेंट के साथ वह वनकॉइन भी लेने को कहती थी. वह लोगों को यह भरोसा दिलाती थी कि वनकॉइन बिटकॉइन से भी आगे जाएगा.
News Reels
सेमिनार और विज्ञापन के जरिए फंसाया
लोगों को जाल में फंसाने के लिए उसने काफी मार्केटिंग (Marketing) की. सेमिनार के साथ उसने कई जगह वनकॉइन (OneCoin) के विज्ञापन भी दिए. धीरे-धीरे इसमें निवेश करने वालों की संख्या बढ़ती गई. OneCoin का सबसे छोटा पैकेज 140 यूरो का था, जबकि सबसे बड़ा पैकेज 1 लाख 18 हजार यूरो का था. जब इसमें अच्छा खासा निवेश हो गया तो वह करीब 30 हजार करोड़ रुपये का फ्रॉड करके फरार हो गई. रुजा के फरार होने के बाद जब लोगों ने वनकॉइन के बारे में छानबीन की तो पता चला कि यह ब्लॉकचेन (Blockchain) टेक्नोलॉजी पर आधारित नहीं था. दरअसल सभी वैलिड क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Technology) पर आधारित होते हैं.
निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) में निवेश करना चाहते हैं, तो निवेश से पहले आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
- क्रिप्टोकरेंसी निवेश से पहले अपना अकाउंट वैलिड कंपनी में खोलें. अकाउंट खोलने से पहले उस कंपनी के बारे में जरूर पता करें.
- किसी के कहने पर या ज्यादा रिटर्न के झांसे में आकर निवेश के लिए पैसा उसके हाथों में न दें. अपने वॉलेट में खुद पैसा जमा करें और खुद ही क्रिप्टो की खरीदारी करें.
- जिस क्रिप्टोकरेंसी में क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? निवेश कर रहे हैं, उसके बारे में भी सही से पता करें. चेक करें कि उसका सर्कुलेशन कितना है. किसने उसे बनाया है. वह कॉइन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है या नहीं.
Published at : 17 Jan 2022 10:32 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Share Market Investment Bitcoin crypto Onecoin हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Technology News in Hindi
Cryptocurrency में निवेश से पहले इन 5 बातों का रखें विशेष ध्यान
Cryptocurrency को लेकर कितना भी रिसर्च कर लें, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि क्रिप्टोकरेंसी बहुत ही रिस्की है.
- Money9 Hindi
- Updated On - March 4, 2022 / 04:37 PM IST
पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर निवेशकों में, खासकर युवा निवेशकों में क्रेज काफी बढ़ा है. जैसे-जैसे इसकी स्वीकार्यता बढ़ रही है, क्रिप्टो स्कैम (Crypto Scam) भी बढ़ रहे हैं. अभी तक अपने देश में इसे रेग्युलेट नहीं किया गया है. ऐसे में किसी भी डिजिटल असेट (Digital Currency) को लेकर किए जा रहे विज्ञापन पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए. एडवर्टाइजिंग काउंसिल ASCI ने इस संबंध में एक गाइडलाइन भी जारी है. गाइडलाइन के मुताबिक, 1 अप्रैल 2022 से क्रिप्टो और दूसरे डिजिटल असेट्स के विज्ञापनों के लिए डिस्क्लेमर डालना जरूरी है. डिस्क्लेमर में लिखा होगा कि डिजिटल करेंसी अभी भारत में रेग्युलेटेड नहीं है और इसमें निवेश करना खतरनाक है.
bitsCrunch के फाउंडर और सीईओ विजय प्रवीण का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी पर रिटर्न ज्यादा मिलने के कारण स्कैम भी बढ़ गए हैं. ऐसे में निवेशकों को बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. अपने देश में क्रप्टोकरेंसी के 10 करोड़ से ज्यादा निवेशक हैं. रिसर्च और जागरूकता के अभाव में ये निवेशक भ्रामक विज्ञापन के शिकार बन जाते हैं और मेहनत की जमा-पूंजी गंवा देते हैं. उन्होंने डिजिटल असेट के निवेशकों के लिए पांच खास टिप्स दिए हैं.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले ध्यान में रखें ये बेहद जरूरी बातें
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको इसमें निवेश करने से पहले ये बेहद जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है जो लेनदेन को सत्यापित करने के लिए बैंकों पर निर्भर नहीं है। यह एक पीयर-टू-पीयर सिस्टम है जो किसी को भी कहीं भी पेमेंट भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। क्योंकि यह लेनदेन को सत्यापित करने के लिए एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है, इसलिए इसे क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है।
वर्तमान में दुनिया भर में 10,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। दुनिया की पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है, जिसे साल 2009 में लॉन्च किया गया था। इसके अलावा कुछ सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी - लिटकोइन, एथेरियम, कार्डानो, डॉगकोइन, ट्रॉन और रिपल सहित कई अन्य हैं।
पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भारी तेजी को देखते हुए, विशेष रूप से युवा इसमें निवेश करने के प्रति आकर्षित हुए हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है और इसमें कितना रिस्क हैं, यह जाने बिना बहुत से लोग कम समय में बड़े रिटर्न की उम्मीद करते हैं।
ऐसे में अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको इसमें निवेश करने से पहले ये बेहद जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए.
अनियमित है क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क हैं। ब्लॉकचेन एक संगठनात्मक तरीका है जो लेनदेन संबंधी डेटा की अखंडता सुनिश्चित करता है। इसका अनिवार्य रूप से मतलब है कि 'क्रिप्टो' एक डिजिटल संपत्ति का एक रूप है जो दुनिया भर में बड़ी संख्या में कंप्यूटर्स में डिस्ट्रीब्यूटेड नेटवर्क पर आधारित है। अपनी डिसेंट्रलाइज्ड प्रकृति के कारण, वे सरकारों और किसी भी अन्य अधिकारियों के नियंत्रण से बाहर हैं।
वर्तमान में, कई सरकारें और केंद्रीय बैंक चर्चा कर रहे हैं कि क्रिप्टोकरेंसी को व्यापार, निवेश या टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के लिए मौजूद रहने की अनुमति देते हुए कैसे रेग्यूलेट किया जाए। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले, गहन शोध करना और इसमें शामिल जोखिमों को समझना बुद्धिमानी होगी।
अत्यधिक अस्थिरता
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें बेहद अस्थिर हैं। दुनिया भर में 24×7 इस पर ट्रेडिंग चलती रहती है। अक्सर, किसी भी देश में क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? नियामक कार्रवाई की फुर्ती से कीमतों में गिरावट आ सकती है। इसी तरह, अटकलें कीमतों को बढ़ा सकती हैं। क्रिप्टो की अस्थिरता इक्विटी बाजारों की तुलना में बौनी है। स्टॉक इंडेक्स में 10% की गिरावट से बाजारों को झटका लग जाता है। लेकिन क्रिप्टो एक्सचेंजों पर 10% की हलचल लगभग दैनिक घटना है।
अगर बिटकॉइन की बात करें तो - दिसंबर 2017 में, इसकी कीमत $ 19,000 थी जो कि नवंबर 2021 में 65,000 डॉलर तक पहुंच गयी। फिलहाल यह 40,000 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। यदि आप अत्यधिक अस्थिरता से सहज नहीं हैं, तो क्रिप्टोकरेंसी से दूर रहें।
तथ्यों पर स्पष्टता का है अभाव
चूंकि क्रिप्टोकरेंसी अभी भी एक विकसित चरण में हैं, कई वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि वे अल्पकालिक सनक बन जाएंगे। हालांकि, वित्तीय विशेषज्ञों के एक अन्य वर्ग का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी मौजूदा वित्तीय प्रणाली को बाधित कर सकती है और पूरी तरह से लेनदेन की एक नई प्रणाली ला सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी के विभिन्न तथ्यों पर स्पष्टता का अभाव है, सबसे महत्वपूर्ण उनकी उपयोगिता के बारे में। कुछ इसे मुद्रा के रूप में मानते हैं, कुछ इसे भुगतान के लिए उपयोग करते हैं, अन्य समुदायों में भाग लेने के लिए, और अधिकांश एक निवेश के रूप में जिसका मूल्य अटकलों से प्रेरित होता है।
साइबर अटैक का खतरा
हालांकि अत्यधिक सुरक्षित ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित, क्रिप्टोकरेंसी को संभावित रूप से साइबर अटैक से खतरा हो सकता है। इसके इकोसिस्टम के विभिन्न हिस्से जैसे एक्सचेंज जो आपको क्रिप्टोकरेंसी, या डिजिटल वॉलेट में ट्रेड करने की अनुमति देते हैं, साइबर हैकर्स के लिए पूरी तरह से प्रतिरक्षित नहीं हो सकते हैं। कई बार हमने रिपोर्ट्स में पढ़ा है कि बिटकॉइन के मामले में, क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? कई ऑनलाइन एक्सचेंजों में हैकिंग और लाखों डॉलर के कॉइन की चोरी करने की कोशिश की गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2022-23 घोषणा की करते हुए बताया था कि डिजिटल करंसी (क्रिप्टोकरंसी) पर 30 फीसदी टैक्स लगाया गया है। इसके अलावा वर्चुअल करंसी के ट्रांसफर पर 1 फीसदी TDS भी लगेगा। अगर वर्चुअल एसेट को गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है तो टैक्स वह शख्स देगा जिसको वह वर्चुअल एसेट गिफ्ट के तौर पर मिली है। यह भी बताया गया है कि रुपये की डिजिटल करेंसी को इसी वित्त वर्ष चालू किया जाएगा। ब्लॉकचेन और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल करके डिजिटल करेंसी शुरू की जाएगी, आरबीआई 2022-23 से इसे जारी करेगा।
बीते संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के लिए विधेयक लाने की तैयारी में थी लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका।
RBI का क्रिप्टो को लेकर विचार जगजाहिर है। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित एक इवेंट में RBI के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने कहा, "RBI क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाने के पक्ष क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? में है। उनका कहना है कि इसका कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है ओर इससे वित्तीय स्थिरता को खतरा है।"
ऐसे में, संभावित निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। यह सलाह दी जा सकती है कि निवेश करने से पहले अपने धन लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और रिटर्न अपेक्षाओं के अनुरूप सावधानीपूर्वक निर्णय लें।
ALSO READ
[YS Exclusive] स्कूल क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? में सीखी क्रॉस स्टीचिंग ने बना दिया जगत ‘चाची’; 50 की उम्र में शुरू किया स्मॉल बिजनेस
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का है इरादा, आगे बढ़ने से पहले पांच जरूरी बातें
नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) लगातार सुर्खियों में है। इससे जुड़े फायदे नुकसान पर चर्चा तेजी से जारी है। इस बीच लोग अचानक क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) में निवेश करने में दिलचस्पी ले रहे हैं, क्रिप्टो से जुड़े स्कैम होने की संभावनाएं भी जताई जाती रही है। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को रेग्यूलेट करने के लिए फिलहाल भारत में कोई बड़ा फैसला नहीं हुआ है। हालांकि एडवर्टाइजिंग काउँसिल ने अपने स्तर पर गाइडलाइन जारी की है। जिसमें कहा गया है कि 1 अप्रैल 2022 के बाद क्रिप्टो से जुड़े विज्ञापनों में डिस्क्लेमर देने जरूरी कर दिया गया है। जिसमें विज्ञापन देने वालों को ये साफ साफ लिखना होगा कि क्रिप्टो करेंसी भारत में रेग्युलेटेड नहीं है, इसमें निवश करना जोखिम भरा हो सकता है।
यह क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? भी पढ़े…
जोखिमों की जानकारी के बावजूद लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने में दिलचस्पी ले रहे हैं। ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के कुछ जानकारों ने इसमें निवेश से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखने की सलाह दी है।
पूरी जानकारी लें
क्रिप्टो करेंसी में निवेश से पहले पूरी रिसर्च करना जरूरी है, निवेश का फैसला करने से पहले क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में पूरी जानकारी लेना सही होता है। रिसर्च के दौरान कई फैक्टर्स पर ध्यान देना चाहिए कि निवेश कब किया जाना चाहिए, निवेश से आपको कितना फायदा होगा। कीमतों को कौन कौन से फेक्टर्स प्रभावित करेंगे।
यह भी पढ़े…
क्रिप्टो एक्सचेंज से निवेश
अपनी रिसर्च के आधार पर ही क्रिप्टोकरेंसी का सिलेक्शन करें। ज्यादा संख्या में अलग अलग डिजिटल करेंसी तलाशने की जगह जिसकी जानकारी अच्छे से मिले उसी में निवेश करें। निवेश के बाद किसी भी नुकसान से बचने के लिए किसी जाने माने क्रिप्टो एक्सचेंज से निवेश की सलाह दी जाती है।
संचालक क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? को जानें
निवेश से पहले ये जरूर जान लें कि जिस भी क्रिप्टो करेंसी में आप पैसा डाल रहे हैं, उसका संचालन कौन कर रहा है। टीम की जानकारी मिलते ही अलग अलग सोशल मीडिया पर उस टीम से जुड़ी सारी जानकारी जरूर हासिल करें।
यह भी पढ़े…
गणित समझें
क्रिप्टोकरेंसी का गणित जरूर समझ लें, इसे टोकोनॉमिक्स कहा जाता है। टोकोनॉमिक्स यानि कि क्रिप्टो करेंसी की इकोनॉमिक्स, जिसे समझ कर आप ये जान सकते हैं कि डिमांड और सप्लाई का तरीका और सही समय क्या है, ये पूरा खेल समझने के बाद ही आगे बढ़ें।
जोखिम की तैयारी
विशेषज्ञों का मानना है कि क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों को उतना ही पैसा इसमें लगाना चाहिए जिसका घाटा वो बर्दाश्त कर सकें। पूरी तैयारी से निवेश करने के बावजूद नुकसान की संभावना हमेशा बनी ही रहेगी।
*Disclaimer :- इसमें निवेश करने से पहले सही से जानकारी प्राप्त कर लें, तभी निवेश करने में दिलचस्पी लें, MPBreakingnews इसकी पुष्टि क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? नहीं करता है।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले ध्यान में रखें ये बेहद जरूरी बातें
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको इसमें निवेश करने से पहले ये बेहद जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है जो लेनदेन को सत्यापित करने के लिए बैंकों पर निर्भर नहीं है। यह एक पीयर-टू-पीयर सिस्टम है जो किसी को भी कहीं भी पेमेंट भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। क्योंकि यह लेनदेन को सत्यापित करने के लिए एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है, इसलिए इसे क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है।
वर्तमान में दुनिया भर में 10,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। दुनिया की पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है, जिसे साल 2009 में लॉन्च किया गया था। इसके अलावा कुछ सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी - लिटकोइन, एथेरियम, कार्डानो, डॉगकोइन, ट्रॉन और रिपल सहित कई अन्य हैं।
पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भारी तेजी को देखते हुए, विशेष रूप से युवा इसमें निवेश करने के प्रति आकर्षित हुए हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है और इसमें कितना रिस्क हैं, यह जाने बिना बहुत से लोग कम समय में बड़े रिटर्न की उम्मीद करते हैं।
ऐसे में अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको इसमें निवेश करने से पहले ये बेहद जरूरी बातें ध्यान में रखनी चाहिए.
अनियमित है क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क हैं। ब्लॉकचेन एक संगठनात्मक तरीका है जो लेनदेन संबंधी डेटा की अखंडता सुनिश्चित करता है। इसका अनिवार्य रूप से मतलब है कि 'क्रिप्टो' एक डिजिटल संपत्ति का एक रूप है जो दुनिया भर में बड़ी संख्या में कंप्यूटर्स में डिस्ट्रीब्यूटेड नेटवर्क पर आधारित है। अपनी डिसेंट्रलाइज्ड प्रकृति के कारण, वे सरकारों और किसी भी अन्य अधिकारियों के नियंत्रण से बाहर हैं।
वर्तमान में, कई सरकारें और केंद्रीय बैंक चर्चा कर रहे हैं कि क्रिप्टोकरेंसी को व्यापार, निवेश या टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के लिए मौजूद रहने की अनुमति देते हुए कैसे रेग्यूलेट किया जाए। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले, गहन शोध करना और इसमें शामिल जोखिमों को समझना बुद्धिमानी होगी।
अत्यधिक अस्थिरता
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें बेहद अस्थिर हैं। दुनिया भर में 24×7 इस पर ट्रेडिंग चलती रहती है। अक्सर, किसी भी देश में नियामक कार्रवाई की फुर्ती से कीमतों में गिरावट आ सकती है। इसी तरह, अटकलें कीमतों को बढ़ा सकती हैं। क्रिप्टो की अस्थिरता इक्विटी बाजारों की तुलना में बौनी है। स्टॉक इंडेक्स में 10% की गिरावट से बाजारों को झटका लग जाता है। लेकिन क्रिप्टो एक्सचेंजों पर 10% की हलचल लगभग दैनिक घटना है।
अगर बिटकॉइन की बात करें तो - दिसंबर 2017 में, इसकी कीमत $ 19,000 थी जो कि नवंबर 2021 में 65,000 डॉलर तक पहुंच गयी। फिलहाल यह 40,000 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। यदि आप अत्यधिक अस्थिरता से सहज नहीं हैं, तो क्रिप्टोकरेंसी से दूर रहें।
तथ्यों पर स्पष्टता का है अभाव
चूंकि क्रिप्टोकरेंसी अभी भी एक विकसित चरण में हैं, कई वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि वे अल्पकालिक सनक बन जाएंगे। हालांकि, वित्तीय विशेषज्ञों के एक अन्य वर्ग का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी मौजूदा वित्तीय प्रणाली को बाधित कर सकती है और पूरी तरह से लेनदेन की एक नई प्रणाली ला सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी के विभिन्न तथ्यों पर स्पष्टता का अभाव है, सबसे महत्वपूर्ण उनकी उपयोगिता के बारे में। कुछ इसे मुद्रा के रूप में मानते हैं, कुछ इसे भुगतान के लिए उपयोग करते हैं, अन्य समुदायों में भाग लेने के लिए, और अधिकांश एक निवेश के रूप में जिसका मूल्य अटकलों से प्रेरित होता है।
साइबर अटैक का खतरा
हालांकि अत्यधिक सुरक्षित ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित, क्रिप्टोकरेंसी को संभावित रूप से साइबर अटैक से खतरा हो सकता है। इसके इकोसिस्टम के विभिन्न हिस्से जैसे एक्सचेंज जो आपको क्रिप्टोकरेंसी, या डिजिटल वॉलेट में ट्रेड करने की अनुमति देते हैं, साइबर हैकर्स के लिए पूरी तरह से प्रतिरक्षित नहीं क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? हो सकते हैं। कई बार हमने रिपोर्ट्स में पढ़ा है कि बिटकॉइन के मामले में, कई ऑनलाइन एक्सचेंजों में हैकिंग और लाखों डॉलर के कॉइन की चोरी करने की कोशिश की गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2022-23 घोषणा की करते हुए बताया था कि डिजिटल करंसी (क्रिप्टोकरंसी) पर 30 फीसदी टैक्स लगाया गया है। इसके अलावा वर्चुअल करंसी के ट्रांसफर पर 1 फीसदी TDS भी लगेगा। अगर वर्चुअल एसेट को गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है तो टैक्स वह शख्स देगा जिसको वह वर्चुअल एसेट गिफ्ट के तौर पर मिली है। यह भी बताया गया है कि रुपये की डिजिटल करेंसी को इसी वित्त वर्ष चालू किया जाएगा। ब्लॉकचेन और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल करके डिजिटल करेंसी शुरू की जाएगी, आरबीआई 2022-23 से इसे जारी करेगा।
बीते संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के लिए विधेयक लाने की तैयारी में थी लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका।
RBI का क्रिप्टो को लेकर विचार जगजाहिर है। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित एक इवेंट में RBI के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने कहा, "RBI क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाने के पक्ष में है। उनका कहना है कि इसका कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है ओर इससे वित्तीय स्थिरता क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए? को खतरा है।"
ऐसे में, संभावित निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। यह सलाह दी जा सकती है कि निवेश करने से पहले अपने धन लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और रिटर्न अपेक्षाओं के अनुरूप सावधानीपूर्वक निर्णय लें।
ALSO READ
[YS Exclusive] स्कूल में सीखी क्रॉस स्टीचिंग ने बना दिया जगत ‘चाची’; 50 की उम्र में शुरू किया स्मॉल बिजनेस