सबसे अधिक लाभदायक विदेशी मुद्रा रणनीति

निवेश समाचार

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इस साल के अंत तक चांदी का आयात बढ़कर 10,000 टन के पार पहुंच सकता है।' इस समय महंगाई का माहौल ही चांदी के लिए बढ़िया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड में उत्पाद एवं रणनीति प्रमुख चिंतन हरिया कहते हैं, 'कीमतों का पिछला रिकॉर्ड बताता है कि जब भी महंगाई बढ़ती है, चांदी का भाव भी चढ़ सकता है। यह महंगाई की निवेश समाचार जोखिम से बचाने का काम करती है क्योंकि इसके भाव अर्थव्यवस्था में सामान्य मूल्य स्तर के बेहद करीब होते हैं।' विशेषज्ञों को चांदी में अच्छी खासी संभावनाएं नजर आ रही हैं। दमानी का कहना है, ' हमारे हिसाब से अगले 12 से 18 महीनों में चांदी का भाव 20 से 22 फीसदी ऊपर जा सकता है।'निवेश समाचार

Foreign investors पर भारत में स्थिर सरकार और चल रहे सुधारों का दिखने लगा असर, आएगा मोटा निवेश

By: ABP Live | Updated at : 04 Dec 2022 02:44 PM (IST)

विदेशी निवेश (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

भारत में 2014 के बाद से पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार है. इसके पहले लंबे समय से तमाम छोटे दलों के समर्थन से सरकार चलती थी. पूर्ण बहुमत का लाभ उठाकर सरकार ने तमाम उल्लेखनीय सुधार किए. विदेशी निवेशकों (FPI) ने मजबूत अर्थव्यवस्था, स्थिर सरकार और उल्लेखनीय सुधारों को संज्ञान में लिया. इसे देखते हुए विदेशी निवेशकों ने भारत को अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में इंडिया को अपग्रेड कर डेडीकेटेड अलोकेशन की श्रेणी में डाल दिया है.

चीन के साथ भारत भी

सिंगापुर में फ्यूचर इंडस्ट्री एसोसिएशन (एफआईए) एशिया ट्रेड कान्फ्रेंस में 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक हिस्सा लेने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के वास की कहानी में विदेशी निवेश भागीदार बनने जा रहा है. इसके पहले इन्वेस्टर्स ने भारत को उभरते बाजारों की श्रेणी में रखा था और केवल चीन ही डेडीकेटेड अलोकेशन की श्रेणी में था.

प्रभाव निवेश

अधिकांश फाउंडेशनों को हर साल धर्मार्थ और प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए निवेश परिसंपत्तियों के मूल्य का 5 प्रतिशत वितरित करने के लिए कानून की आवश्यकता होती है। प्रभाव निवेश अधिक स्वच्छ ऊर्जा और सभ्य आवास की आवश्यकता जैसे अग्रिम समाधानों के लिए अनुदान डॉलर से परे अन्य 95 प्रतिशत का लाभ उठाने का अवसर है। इस 21 वीं सदी के निवेश के दृष्टिकोण के साथ, हम अपने परोपकारी प्रभाव को बढ़ाते हैं और हमारे बंदोबस्ती को बढ़ाते हैं।

हम वित्तीय रिटर्न, पर्यावरण और सामाजिक प्रभाव, और गहन सीखने की एक ट्रिपल बॉटम लाइन उत्पन्न करना चाहते हैं।

हम कैसे निवेश करते हैं

हमारा मानना है कि मैकनाइट की चार-बिंदु रूपरेखा किसी भी निवेशक को वास्तव में लचीली अर्थव्यवस्था में योगदान करने में मदद कर सकती है।

हम विशिष्ट प्रभाव निवेश से सीखे गए औचित्य, प्रदर्शन और पाठ के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।

शेयर बाजार (Share Bazaar)

शेयर बाजार क्या है?
शेयर बाजार यानी इक्विटी मार्केट एक ऐसा प्लैटफॉर्म है, जो कंपनियों और निवेशकों को एक-दूसरे से जोड़ता है। कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए शेयर बाजार में लिस्ट होती हैं। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद निवेशक कंपनियों के शेयरों खरीदते -बेचते हैं।
बीएसई और एनएसई
भारत में दो बड़े शेयर बाजार हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई। बीएसई एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है। इसकी स्थापना 1895 में की गई थी। एनएसई भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है।
सेंसेक्स और निफ्टी
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का संवेदी सूचकांक है। सेंसेक्स में बीएसई की टॉप 30 कंपनियां शामिल की जाती हैं इसलिए इसे बीएसई 30 (BSE 30) भी कहते हैं। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियां बदलती रहती हैं।

चांदी में निवेश का वक्त है बेहतर मगर लगाएं रकम हद में रहकर

चांदी का भाव इस समय करीब 62,110 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहा है। पिछले 3 महीने में इसके भाव करीब 11.7 फीसदी चढ़ गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आगे भी चांदी की चमक बरकरार रहने वाली है और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) अथवा फंड ऑफ फंड्स के जरिए चांदी में रकम लगाने का यह अच्छा मौका निवेश समाचार है।

शेयरों संग दौड़ी चांदी

पिछले कुछ महीनों में दुनिया भर के शेयर बाजार दौड़ गए हैं क्योंकि माना जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व पहले लगाए गए अनुमानों के मुकाबले धीमी रफ्तार से ब्याज दर बढ़ाएगा। प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के मुख्य वित्तीय योजनाकार विशाल धवन कहते हैं, 'आम तौर पर बेहद जोखिम वाली संपत्तियों जैसे शेयरों के साथ चांदी का बड़ा तालमेल होता है। सोने की चाल चाल शेयरों से उलटी होती है यानी जब शेयर गिरते हैं तो सोना उठ जाता है।

इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें?

एक फायदा तो यह है कि इसमें एक्सपेंस रेश्यो यानी निवेश का खर्च कम होता है. इसके अलावा जो बीएसई या एनएसई इंडेक्स डिजाइन किया गया है वो ऐसा डिजाइन्ड है कि ये हमेशा बढ़ेगा ही. आप भी देख सकते हैं एक समय पर सेंसेक्स 19,000 पर हुआ करता था और आज देखिए 62,000 पर है तो सोचिए तब जिसने बीएसई के इंडेक्स फंड में पैसा लगाया होगा आज उसे कितना बड़ा मुनाफा मिला होगा. इसलिए इंडेक्स फंड में पैसा डालने का बड़ा फायदा है.

बड़ा आसान है, आसान इसलिए क्योंकि इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती. और बिना कमीशन के आप किसी इंवेस्टिंग एप के थ्रू इसमें निवेश कर सकते हैं. जैसे स्क्रीन पर आफको दिख रहा होगा इसमें कई सारे इंडेक्स फंड हैं, आप कोई भी सिलेक्ट करें, इसमें रिटर्न केलकुलेटर भी है. आप या तो एक बार में लमसम अमाउंट डाल दीजिए या एसआईपी के रूप में मंथली थोड़ा थोड़ा अमाउंड डालिए. तो निवेश के साथ हमेशा लॉन्ग टर्म में निवेश करने वाला मंत्र भी याद रखे.

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